सेल्समेन को पीडीएस दुकान का प्रभार देने के लिए दबाब बनाने का आरोप
पन्ना कलेक्ट्रेट स्थित जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय में हुई घटना
पन्ना। रडार न्यूज भारतीय जनता पार्टी के पन्ना जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम पर आपूर्ति अधिकारी भूपेंद्र सिंह परिहार ने गाली-गलौंज करने और केस में फंसाने की धमकी देने के संगीन आरोप लगाये हैं। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित आपूर्ति विभाग के कार्यालय में कथित तौर पर हुई इस घटना की लिखित शिकायत जिला आपूर्ति अधिकारी ने कोतवाली थाना पन्ना को डाक से भेजी है। गुरूवार 13 सितम्बर की शाम को हुई इस घटना की खबर आने के बाद से जिले के प्रशासनिक और सियासी हल्कों में हलचल तेज हो गई है। पन्ना विधानसभा सीट से टिकिट के दावेदार माने जा रहे सतानंद गौतम का चुनावी समय में इस विवाद में नाम आने से उनकी दावेदारी कमजोर पड़ने के साथ-साथ जिलाध्यक्षी पर भी खतरा मंडराने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। मालूम हो कि गुरुवार शाम से ही सोशल मीडिया में वायरल हो रही डीएसओ की शिकायत आज शुक्रवार 14 सितम्बर 2018 को कोतवाली थाना पन्ना पहुंची है। शिकायत के अनुसार गुरूवार शाम 4 : 48 बजे भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम 15-16 अन्य लोगों को लेकर उनके कार्यालय में आए थे। उन्होंने मोबाइल रिसीव न करने पर नाराजगी जताते हुए उचित मूल्य दुकान बिरवाही के सेल्समेन नारायण सिंह से प्रभार छीनने पर कड़ी आपत्ति जताई।
इस मामले में डीएसओ भूपेन्द्र सिंह द्वारा बताए गये कारण से भाजपा जिलाध्यक्ष असंतुष्ट होकर भड़कते हुए उन्हें गालियां देने लगे। उनके द्वारा कथित तौर आपूर्ति अधिकारी को घूसखोर कहते हुए बलात्कार के झूठे केस में फंसाने की और कई तरह से नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई। जिला आपूर्ति अधिकारी ने नगर निरीक्षक कोतवाली थाना को भेजी गई शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम द्वारा पन्ना कलेक्टर के संबंध में भी अपशब्द कहे गए। उनका कहना है कि कार्यालय में हुए इस घटनाक्रम से शासकीय कार्य बाधित हुआ है। जिला आपूर्ति अधिकारी ने अपनी शिकायत में यह भी उल्लेख किया है कि इस घटना से वे अत्यंत ही भयभीत है और जान का खतरा होने का अंदेशा भी जताया है। श्री सिंह की मानें तो जिस समय भाजपा जिलाध्यक्ष उन्हें गालियां देते हुए धमका रहे थे, उस समय अधीनस्थ कर्मचारी कार्यालय में मौजूद थे। अपनी शिकायत में जिला आपूर्ति अधिकारी ने भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम व उनके साथ आए व्यक्तियों पर आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग की।
विवादों से परिहार का पुराना नाता
पड़ोसी जिले सतना के नागौद क्षेत्र से आने वाले भूपेन्द्र सिंह परिहार विवादित कार्यशैली वाले अधिकारी की पहचान बना चुके हैं। श्री परिहार कुछ वर्ष पूर्व जब पन्ना जिले में पहली बार पदस्थ हुए थे तब इनके द्वारा की गई एक कार्रवाई से उपजे विवाद के बाद इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया गया था। हर किसी से पंगा लेने की इनकी फितरत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि तत्कालीन पन्ना कलेक्टर धनंजय सिंह भदौरिया से भी परिहार साहब उलझ गए थे। यह विवाद हाईकोर्ट तक पहुंचा था। इसके अलावा पन्ना जिले में इनकी दूसरी पारी में कुछ समय पूर्व विभाग के सहायक आपूर्ति अधिकारी पर रिश्वत लेने के मामले में लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में भी इनका नाम सामने आया था। इसके पहले भी ये लोकायुक्त पुलिस के घेरे में आ चुके हैं। विवादों का पर्याय बन चुके भूपेन्द्र सिंह के कार्यालय में अक्सर लोगों से उनके विवाद होते रहते हैं। इनकी कारगुजारियों से कार्यालयीन कर्मचारी और उचित मूल्य दुकानों के विक्रेता भी अंदर ही अंदर नाखुश और परेशान हैं। इतना ही नहीं पूर्व में भी उन्होंने एक आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ भी पुलिस में शिकायत दी थी।
गलियां मैनें नहीं, उसने दी थीं
पूरे घटनाक्रम पर अपना पक्ष रखते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम ने बताया कि वे जिस सेल्समेन का प्रभार छिनने के मामले में आपूर्ति अधिकारी के कार्यालय में गए थे, उसे भूपेन्द्र सिंह लम्बे समय से परेशान कर रहे थे। श्री गौतम की मानें तो उन्होंने किसी भी तरह की गाली-गलौंच या अपशब्द नहीं कहे, सिर्फ गलत तरीके से प्रभार छीनने का कारण जानना चाहा तो डीएसओ भूपेन्द्र सिंह उल्टा उनके साथ आए सेल्समेन नारायण सिंह व अन्य लोगों पर भड़क उठे और गाली-गलौंच करने लगे। मेरे द्वारा उन्हें ऐसा करने से रोका गया और खाद्य मंत्री से पूरे प्रकरण की शिकायत करने की बात कहकर वहां से चला आया। चूंकि डीएसओ को अहसास हो गया था कि उनकी शिकायत हो सकती है, इसलिए उन्होंने खुद को बचाने के लिए मेरी निराधारा शिकायत की है। सबको मालूम है कि डीएसओ सेल्समेनों से खुलेआम वसूली करता है। इनकी विवादित कार्यशैली भी किसी से छिपी नहीं है। अब अगर किसी कार्यालय में लोगों के काम से उनके साथ जाने-बात करने मात्र से इस तरह की झूठी शिकायतें होने लगेंगी तो हम जनसेवा कैसे कर पाएंगे। डीएसओ ने मेरे साथ गए जिन लोगों से गालीं-गलौंज की है वे भी पुलिस से अपनी शिकायत कर रहे हैं।
इनका कहना है-
‘‘आपूर्तिअधिकारी ने शिकायत दी थी, जिसकी जांच जारी है, उन्हें कई बार बयान के लिए बुलाया गया है, लेकिन वे बयान देने नहीं आ रहे, इसके चलते अभी तक कोई अग्रिम कार्यवाही नहीं हो पाई है।’’
अरविंद कुजूर, निरीक्षक कोतवाली थाना पन्ना।
‘‘पता चला है कि जिला आपूर्ति अधिकारी ने एक शिकायत भेजी है, शिकायत जैसे ही मेरे पास आती है, उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।’’