चक्काजाम के बाद अब पैदल मार्च और धरना-प्रदर्शन, परीक्षाएं ओपन बुक माध्यम से कराने छात्र आंदोलित

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गुनौर तहसील कार्यालय के बाहर जमीन पर बैठकर धरना देते हुए महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं।

*   पन्ना के बाद अब गुनौर में कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने किया जमकर हंगामा

*   पांच किमी. लंबा पैदल मार्च निकालकर तहसील कार्यालय गुनौर में दिया धरना

*   प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स ने सौंपा ज्ञापन, बोले- अगर मांग नहीं मानी तो नहीं देंगे परीक्षा

*    पन्ना में छात्रों ने आर्ट कॉलेज के सामने स्टेट हाइवे पर किया था चक्काजाम

शादिक खान, पन्ना/गुनौर।(www.radarnews.in) कॉलेज की परीक्षाएं ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से कराने की मांग मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में लगातार जोर पकड़ रही है। जिले के छात्र-छात्राएं अपने भविष्य से जुड़ी इस मांग को लेकर आंदोलित हो रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की रोकथाम को लेकर पूर्व में लगाई गईं पाबंदियों के कारण कक्षाएं न लगने से कॉलेज स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित हुई है, इसलिए अपने भविष्य को लेकर वाज़िब चिंताओं के मद्देनजर छात्र-छात्राओं के द्वारा महाविद्यालयीन परीक्षाएं ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से कराने और परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की मांग की जा रही है।
गुरुवार 24 मार्च को इस मुद्दे पर जिला मुख्यालय पन्ना के छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कला संकाय भवन के सामने बस स्टैण्ड तिराहा के समीप कटनी-कानपुर स्टेट हाइवे पर चक्काजाम किया। वहीं आज विकासखंड मुख्यालय गुनौर में छात्र-छात्राओं ने तेज़ धूप में पांच किलोमीटर लंबा पैदल मार्च निकालकर तहसील कार्यालय गुनौर में धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा है।
पन्ना में चक्काजाम करने वालों छात्रों ने पत्रकारों को बताया कि मध्यप्रदेश शासन का उच्च शिक्षा विभाग महाविद्यालयीन परीक्षाएं ऑफ़लाइन कराना चाहता है, हम इसके लिए भी तैयार है लेकिन हमारे सामने आज जो समस्याएं हैं पहले उन पर गौर किया जाना चाहिए। दरअसल, विडंबना यह है कि कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर के प्रसार की रोकथाम को लेकर पूर्व में लगाई गईं पाबंदियों के चलते कॉलेज में कक्षाएं लगी नहीं और पिछले दो साल कोरोना के कारण परीक्षाएं ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से कराए जाने के परिणामस्वरूप इस बार अब तक प्रकाशकों ने सिलेबस में हुए बदलाव अनुसार नई पुस्तकें व सीरीज आदि छापी नहीं है। बाजार में नए सिलेबस के अनुसार पठन-पाठन सामग्री ही उपलब्ध नहीं है।
इन विषम परिस्थितियों में ऑफ़लाइन परीक्षाएं कराने का अव्यवहारिक निर्णय लिए जाने के कारण हम छात्रों के सामने सड़कों पर उतरने के अलावा कोई चारा शेष नहीं बचा। क्योंकि व्यवस्था में बैठे लोग अंधे-गूंगे और बहरे जैसा काम कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं का कहना है, ऑफ़लाइन परीक्षाओं को लेकर कोई घबराहट नहीं है लेकिन उसके लिए पहले हमें पाठ्य पुस्तकें आदि सामग्री उपलब्ध कराई जाए और परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाकर तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाए। अगर ऐसा नहीं किया जाता तो फिर परीक्षाएं ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से कराई जाएं। उल्लेखनीय है कि, पन्ना में जबर्दस्त नारेबाजी के बीच करीब आधा घण्टे तक चक्काजाम चला।आश्वासन और समझाइश के बाद छात्रों चक्काजाम समाप्त कर दिया।

तहसील कार्यालय में दिया धरना

कॉलेज के छात्र-छात्राओं के आंदोलन के दूसरे दिन शनिवार 25 मार्च को जिले के गुनौर विकासखण्ड मुख्यालय में जमकर हंगामा हुआ। गुनौर में दोपहर के समय तेज धूप के बीच स्टूडेंट्स ने महाविद्यालय से लेकर तहसील कार्यालय तक करीब 5 किलोमीटर लंबा पैदल मार्च किया। इस दौरान आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र नारेबाजी करते हुए जमकर हल्ला बोला। यहां भी प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स ने कॉलेज की परीक्षाएं ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से कराने की मांग का पुरजोर समर्थन किया। तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने जमीन पर बैठकर सांकेतिक धरना दिया।
.. तो परीक्षा का करेंगे सामूहिक बहिष्कार

गुनौर महाविद्यालय की छात्रा भारती लखेरा व छात्र अनुज पाठक ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के कारण काफी समय तक हमारी कक्षाएं लगी नहीं और बाजार में नए सिलेबस अनुसार पुस्तकें-सीरीज आदि उपलब्ध नहीं है। इस बीच हामरी परीक्षाएं ऑफ़लाइन कराने का मनमाना निर्णय लेते हुए टाइम टेबल घोषित कर दिया गया। इस अव्यवहारिक-अनुचित निर्णय को लेकर स्टूडेंट्स में गहरी नाराजगी व्याप्त है। उनकी मांग है वार्षिक परीक्षाएं ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से कराई जाएँ।

वार्षिक परीक्षाएं ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से कराने की मांग को लेकर नायब तहसीलदार आकाश नीरज को ज्ञापन महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं।
गुनौर के स्टूडेंट्स ने एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार आकाश नीरज को ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से चर्चा में स्पष्ट चेतावनी दी है, अगर ऑनलाइन ओपन बुक माध्यम से परीक्षाएं नहीं कराई जाती हैं तो हम परीक्षाओं में सम्मलित न होकर सामूहिक बहिष्कार करने को मजबूर होंगे। इधर, एनएसयूआई के पन्ना जिलाध्यक्ष मृगेन्द्र सिंह गहरवार ने छात्रों की जायज मांग का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि एनएसयूआई छात्रों के साथ हर कदम पर मजबूती से खड़ी है। मृगेन्द्र का कहना है, यदि जल्द से जल्द छात्रों की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर अपेक्षानुरुप निर्णय नहीं लिया गया तो आने वाले दिनों में छात्र आंदोलन को और तेज किया जाएगा।