खाकी वर्दी पर लगा बदनुमा दाग, रक्षक ही बने भक्षक ! ASI ने बालक के साथ की घिनौनी हरकत, जेल के अंदर कैदी हुआ आप्रकृतिक दुष्कर्म का शिकार

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फाइल फोटो।

* कुकर्मी एएसआई की बालक के परिजनों ने जमकर की पिटाई

* पीड़ित कैदी ने जेलर और जेल स्टॉफ पर लगाये बेहद गंभीर आरोप

* घटना के सबंध में किसी को भी बताने पर अंजाम भुगतने की दी गई थी धमकी

* जमानत पर छूटने के बाद पीड़ित ने कोतवाली थाना पन्ना में की लिखित शिकायत

पन्ना।(www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में पुलिस व जेल विभाग को शर्मसार करने और सभ्य समाज को झकझोर देने वाली दो अप्रत्याशित घटनायें सामने आई हैं। जिले के अजयगढ़ कस्बा में पुलिस के एएसआई के द्वारा एक आठ वर्षीय बालक के साथ बेहद घिनौनी हरकत की गई। उधर जिला जेल पन्ना में एक दबंग कैदी के द्वारा दूसरे कैदी के साथ जेल के अंदर दिनदहाड़े आप्रकृतिक दुष्कर्म करने का हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है। जेल की लचर सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुलने, बदनामी और स्वयं के खिलाफ कार्यवाही होने के डर से इस घटना को जेलर तथा जेल स्टॉफ ने कथित तौर दबाए रखा। आप्रकृतिक दुष्कर्म का शिकार हुए पीड़ित कैदी की कई दिनों तक हालत गम्भीर रहने के बाबजूद इलाज के लिए उसे पन्ना जिला चिकित्सालय नहीं भेजा गया। पीड़ित युवक को इस घटना के सम्बंध जुबान न खोलने की धमकी देने का बेहद संगीन आरोप भी जेलर लगा है।
सांकेतिक फोटो।
एक दिन पूर्व ही जमानत पर जेल से रिहा हुए पीड़ित युवक ने अपनी आपबीती सुनाते हुए इस हतप्रभ करने वाले सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है। शर्मशार करने वाली इन घटनाओं में कथित कुकर्मी एएसआई और जेलर की भूमिका से खाकी वर्दी पर बदनुमा दाग लग गया है। आम जनमानस में इन घटनाओं को लेकर तीव्र आक्रोश व्याप्त है। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, तीन दिन पूर्व जब बच्चे के परिजनों को एएसआई के कुकर्म का पता चला तो उन्होंने आस-पड़ोस के लोगों के साथ मिलकर उसकी जमकर धुनाई कर दी। बदनामी के डर से पीड़ित परिजनों ने घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है लेकिन अजयगढ़ थाना पहुंच कर थाना प्रभारी सहित वहाँ मौजूद रहे पुलिसकर्मियों को एएसआई की हैवानियत के बारे में बताया गया।

एक ही मकान में रहते थे किराए से

सांकेतिक फोटो।
जनचर्चाओं के अनुसार अजयगढ़ के माधौगंज इलाके में स्कूली छात्र और स्थानीय थाना में पदस्थ रहा एएसआई एक ही मकान की अलग-अलग मंजिलो में किराए से रहते थे। तीन दिन पूर्व दोपहर के समय एएसआई ने स्कूली छात्र को अपने कमरे में बुलाया और कथित तौर पर उसके सामने नग्न हो गया। और फिर जबरन मासूम बच्चे को अपने प्राइवेट पार्ट को स्पर्श कराने लगा। दादा की उम्र के अधेड़ एएसआई की इस हरकत का विरोध करते हुए छात्र चींखने-चिल्लाने लगा। फलस्वरूप पकड़े जाने के डर से एएसआई ने छात्र को छोड़ दिया लेकिन किसी से भी घटना के सबंध में कुछ भी बताने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। अत्याधिक डरे-सहमे छात्र ने अपने गृह ग्राम जाकर परिजनों को घटना की जानकारी दी गई। फिर क्या था, आक्रोशित परिजनों ने अजयगढ़ पहुंच कर कुकर्मी एएसआई की जमकर खबर ली और स्थानीय पुलिस थाना को इसकी जानकारी दी गई। इस घटनाक्रम का चिंताजनक पहलू यह है कि पुलिस के आला अधिकारी इस सम्बंध कोई शिकायत न आने की बात कह कर इस घृणित कृत्य को दबाने में लगे हैं। हालाँकि, अजयगढ़ में लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने कथित तौर पर अश्लील हरकत करने वाले एएसआई को आनन-फानन में लाइन अटैच कर दिया है।

पहले की मारपीट फिर किया गलत काम

सांकेतिक फोटो।
जिला जेल पन्ना में आर्म्स एक्ट के मामले में बंद रहे एक कैदी के साथ जेल के अंदर दिनदहाड़े आप्रकृतिक दुष्कर्म करने के मामले में दबंग कैदी विक्की बसौर का नाम सामने आया है। हाल ही में जेल से जमानत पर रिहा हुए पीड़ित कैदी ने मंगलवार को कोतवाली थाना पन्ना पुलिस को लिखित शिकायत देकर अपनी आन बीती बताई है। कामान्ध साथी कैदी की हवस की शिकार बने पीड़ित ने बताया कि जेल के अंदर 24 जुलाई 2019 को सुबह कचरा फेंकने दौरान दबंग कैदी विक्की बसौर ने सुनसान जगह पर उसे पकड़ लिया। अकारण मारपीट कर उसे जमीन पर पटक दिया और फिर मुंह दबाकर जबरन उसके साथ गलत काम किया। अति सुरक्षित मानीं जाने वाली जेल की चारदीवारी के अंदर कैदी द्वारा कैदी के साथ आप्रकृतिक दुष्कर्म करने की घटना के सामने आने से जिला जेल पन्ना की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
घटना को छिपाने जेलर ने नहीं कराया इलाज
जेल के अंदर आप्रकृतिक दुष्कर्म का शिकार हुए युवक की मानें तो शर्मिंदगी और डर के कारण 24 जुलाई को उसने दिन में किसी से भी घटना के संबध में नहीं बताया। असहनीय दर्द के चलते देर रात पीड़ित द्वारा अपने साथी शिवा गुप्ता को आपबीती बताई गई। बाद में शिवा ने बैरक के अन्य बंदियों और जेल स्टॉफ को घटना की जानकारी दी। बात फैलने पर आरोपी विक्की बसोर के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी दी गई। जेल के अंदर कैदियों की सुरक्षा पर गम्भीर सवाल खड़े करने और पूरे महकमे को शर्मसार करने वाली इस घटना से नराज जेल स्टॉफ ने विक्की की जमकर पिटाई की। जमानत पर जेल से छूटे पीड़ित ने मंगलवार 6 जुलाई को रोते हुये कोतवाली पुलिस और पत्रकारों को बताया कि कई दिनों तक उसे रक्त स्त्राव होता रहा साथ ही असहनीय दर्द भी बना रहा। उसने जेल स्टॉफ एवं जेलर से इलाज कराने की की गुहार लगाई तो जेल में ही कुछ गोलियां देकर इलाज की खानपूर्ती की गई। दरअसल, यह सब इसलिए किया गया क्योंकि आप्रकृतिक दुष्कर्म का शिकार हुए युवक को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय पन्ना अथवा कहीं और भेजने पर जेल प्रबंधन को मामले का खुलासा होने का डर सता रहा था।

पुलिस ने शुरू की घटना की जाँच

फाइल फोटो।
पीड़ित युवक का आरोप है कि जिला जेल पन्ना के जेलर साहब ने दुष्कर्म की घटना के सबंध में अपने परिजनों अथवा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी के दौरान जज साहब से भी किसी तरह का कोई जिक्र न करने की धमकी देते हुये कहा था कि अगर कुछ गड़बड़ किया तो तुम्हारे साथ ठीक नहीं होगा। जेल के अंदर कुकर्मी कैदी विक्की के खौफ और जेलर से मिली धमकी के चलते वह कई दिनों तक काफी दहशत में रहा। सोमवार 5 जुलाई को जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद उसने अपने परिजनों को पूरी बात बताई। मंगलवार को इस मामले की लिखित शिकायत पीड़ित ने कोतवाली थाना पन्ना में की है। कोतवाली पुलिस ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल युवक के आवेदन पत्र को जाँच में लिया है। जाँच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर पुलिस की ओर से इस मामले में आगे की कार्यवाही करने की बात कही जा रही है।

इनका कहना है –

“मुझे ऐसी किसी भी घटना की जानकार नहीं है आपसे ही पता चल रहा है कि जेल के अंदर कैदी ने कैदी के साथ गलत काम किया है। यदि वाकई ऐसा हुआ है तो यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर उनके निर्देशानुसार आगे की कार्यावाही की जायेगी।”

– दिनेश कुमार इमले, जेल अधीक्षक जिला जेल पन्ना।

“आप जिस घटना की बात कर रहे हैं उससे जुड़ी कोई भी शिकायत पुलिस को नहीं मिली हैं। अजयगढ़ थाना से एएसआई को स्वास्थ्य संबधी समस्या के चलते उसके खुद के अनुरोध पर लाईन अटैच किया गया है।”

– बी.के.एस. परिहार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना।