संवेदनशीलता : जब कलेक्टर ने जमीन पर बैठकर सुनी विकलांग की समस्या, बीमार बुजुर्गों को इलाज कराने एसडीएम के साथ भेजा हॉस्पिटल

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जनसुनवाई के दौरान पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा जमीन पर बैठकर विकलांग भारत आदिवासी की सुनवाई करते हुए।

* जनसुनवाई में गरीबों के आवेदन स्वयंसेवक लिखेंगे निःशुल्क

* जनसुनवाई में आने वालों के लिए किया गया सुविधाओं का विस्तार

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के युवा कलेक्टर कर्मवीर शर्मा इन दिनों अपने सराहनीय और अनुकरणीय कार्यों को लेकर चर्चाओं में है। श्री शर्मा ने अल्प समय में ही शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, प्रशासनिक तंत्र में कसावट लाने के लिए अपने नवाचारों, अति कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए पोषण संजीवनी अभियान अंतर्गत उन्हें गोद लेने की मानवीय पहल को कुपोषण के खिलाफ प्रभावी मुहिम बनाने, जिले के विकास से जुड़े मुद्दों पर फोकस करने के साथ-साथ आमजन के आवेदन पत्रों का तत्परता से संतोषजनक निराकरण कराने जैसे कार्यों से आमजन मानस के बीच कर्मठ, संवेदनशील और योग्य अधिकारी की छवि बनाई है।

सहयोग के लिए आगे आए कॉलिज के छात्र

गरीब आवेदकों के निःशुल्क आवेदन लिखने वाले कॉलिज के छात्रों से चर्चा करते पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा।
लोगों की सुविधा दृष्टि से व्यवस्था में सुधार को लेकर सतत प्रयत्शील रहने वाले कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने अपने कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में आने वाले गरीब आवेदकों के लिए सुविधाओं का विस्तार करते हुए आज से निःशुल्क आवेदन लिखने की व्यवस्था शुरू की गयी है। कलेक्टर की पहल पर आवेदन लिखने की जिम्मेदारी स्थानीय छत्रसाल महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों ने ली है। यह छात्र प्रत्येक मंगलवार को 4 से 5 की संख्या में आकर जनसुनवाई के लिए आवेदन लिखने का काम स्वयं सेवक के रूप में करते हैं। जिससे गरीब आदमी को किसी तरह का आर्थिक भार नहीं पड़ता, वहीं आवेदन लिखने वाले छात्रों को अनेक तरह की जानकारियां प्राप्त होती है, जो उनके जीवन के लिए उपयोगी साबित होंगी।

कलेक्टर की सरलता देख विकलांग हुआ भाव-विभोर

पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा।
जनसुनवाई में नवीन कलेक्ट्रेट कार्यालय आने वाले आवेदकों के लिए यहाँ एक ओर निःशुल्क आवेदन लिखने की व्यवस्था की गयी है। दूसरी तरफ लोगों के बैठने के लिए दरी एवं पीने के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। कलेक्टर श्री शर्मा मंगलवार 9 जुलाई को इस व्यवस्था का स्वयं अवलोकन करने स्वयं पहुंचे। निरीक्षण के दौरान जब विकलांग भारत आदिवासी निवासी ग्राम हरदुआ रावजू पर कलेक्टर की नजर पड़ी तो उन्होंने वहीं जमीन पर बैठकर उसका आवेदन लिया और चर्चा कर उसकी समस्या पूंछी। उसके द्वारा बैंक से ऋण दिलाए जाने बात कही। कलेक्टर ने आवेदन अपने पास रखते हुए कहा कि शीघ्र ही शासन योजनान्तर्गत आपको ऋण दिलाया जाएगा। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की सरलता, संवेदनशीलता और करुणा को देखते हुए विकलांग भारत आदिवासी भाव-विभोर हो गया। उसने हाथ जोड़कर आभार ज्ञापित किया तो कलेक्टर श्री शर्मा ने बड़ी ही विनम्रता के साथ मुस्कुराते हुए जबाब दिया कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है, यह तो मेरी ड्यूटी है। इस अविस्मरणीय दृश्य को वहाँ मौजूद जितने भी लोगों ने देखा वे कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं सके।

बुजुर्गों ने भी दी दुआएँ

दूर-दूर से आए लोगों के आवेदन पत्र लेकर उन पर सुनवाई करते पन्ना कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ।
कलेक्टर ने आज जनसुनवाई में आई दिव्यांग श्रीमती गुड्डी निवासी अजयगढ़ को ट्रायसाइकिल दिलाने, पन्ना के रानीगंज मोहल्ला निवासी दिव्यांग रिजवान की पेंशन स्वीकृत करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में बुजुर्ग आवेदकों द्वारा इलाज कराने संबंधी आवेदन दिए गए। इस पर कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पन्ना को निर्देश दिए कि सभी बुजुर्गों को अपने साथ ले जाकर चिकित्सालय में डॉक्टरों से परीक्षण कराकर उचित उपचार कराएं। अपने नाम को सार्थक करते कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की कार्यशैली और जन सामान्य के साथ उनके व्यव्हार की बुजुर्गों ने मुक्त कण्ठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे सहज-सरल और तत्परता निर्णय लेने वाले अधिकारी जहाँ होंगे वहाँ शायद कोई निराश नहीं रहेगा।