पवित्र अग्नि में आहूति देकर 150 लोगों ने छोड़ा ‘नशा‘

69
4893

खोरा ग्राम में 51 कुण्डीय महायज्ञ का हुआ भव्य समापन

पन्ना। रडार न्यूज नशे की लत जिनकी जिंदगी बन चुकी थी, वे एक झटके में इससे तौबा कर लेगें यह सोचना भी मुश्किल था, लेकिन हकीकत में ऐसा हुआ है। जिसके गवाह सैकड़ों लोग बने है। दरअसल अजयगढ़ विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम खोरा में आयोजित 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ की पवित्र अग्नि में श्रृद्धापूर्वक आहूति देने के बाद 150 लोगों ने हमेशा के लिए सामाजिक बुराई रूपी नशे की लत को हमेशा के लिए छोड़ दिया। अच्छी बात यह है कि नशा छोड़ने वाले लोगों ने इसके दुष्परिणाम की जानकारी दूसरों को देकर उन्हें भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करने का संकल्प स्वप्रेरणा से लिया है। महायज्ञ के अंतिम दिन रविवार 20 मई को क्षेत्र के दर्जनभर ग्रामों के सैकड़ों लोगों ने सपरिवार इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर यज्ञ की वेदी में आहूति दी। इस अवसर पर ‘‘इदम् गायत्रीः इदम नमम्’’ का जाप करते हुए के साथ यज्ञ की पूर्णाहुती में लोगो ने शराब, बीडी, तम्बाकू, गुटखा, मांसाहार, त्यागने, गायत्री मंत्र का जप करने एवं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से पौधरोपण करने का वचन लिया।

सबकी भलाई के लिए की गई प्रार्थना-

                 इस बृहद दीप महायज्ञ में हजारों दीपक एक साथ प्रज्जवलित कर पृथ्वी से अंधकाररूपी बुराईयों को मिटाने का संदेश  दिया गया। धार्मिक अनुष्ठान में गायत्री परिवार के सदस्य एवं बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष डाॅ. रामकृष्ण कुसमरिया सपरिवार सम्मलित हुए। उनके द्वारा क्षेत्र के बुजुर्गो का सम्मान किया गया। महायज्ञ के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को प्रातःकाल योगासन का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही खोरा ग्राम को गायत्री परिवार का आदर्श ग्राम बनाने के लिए 10-10 युवाओं का चयन करते हुए प्रज्ञामण्डल का गठन किया गया है। जिन्हें शांतिकुंज हरिद्वारा में सम्मानपूर्वक अजीविका चलाने हेतु स्वरोजगार स्थापना के लिए विशेष प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। जिससे गांव के युवाओं को स्वावलम्बी बनने का अवसर प्राप्त होगा। महायज्ञ के समापन अवसर पर शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे अतिथि सूरत सिंह अमृते ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रतिदिन अपने घरों में बैलीवेश यज्ञ करना चाहिये जिसमें एक तांबे की प्लेट को गैस चूल्हें पर गुड़, घी और रोटी या चावल को पांच बार गायत्री मंत्र से छोटी छोटी आहुतियां देने से जल, अग्नि, वायु में पवित्रता आती है तथा घर में अध्यात्मिक वातावरण के साथ साथ भोजन प्रसाद बन जाता है। पूजा स्थलीय कलश में रखे जल से रोटी बनाकर खाने से साकारात्मक विचार आते है। अंत में ईश्वर से प्रार्थना की गई की सभी खुश रहे, निरोग रहे। यज्ञ के समापन में गांव के व्यक्तियों के साथ साथ रामधाम लोधी सरपंच खोरा द्वारा शांतिकुंज हरिद्वार की टोली का सम्मान कर विदाई की गई।

69 COMMENTS

  1. I have to thank you for the efforts you’ve put in penning this site. I really hope to check out the same high-grade content from you later on as well. In fact, your creative writing abilities has inspired me to get my own website now 😉

  2. Right here is the right website for anybody who wishes to understand this topic. You realize so much its almost tough to argue with you (not that I actually would want to…HaHa). You definitely put a brand new spin on a topic which has been written about for a long time. Great stuff, just wonderful.

  3. After exploring a number of the blog articles on your web page, I truly appreciate your technique of writing a blog. I added it to my bookmark webpage list and will be checking back in the near future. Take a look at my web site too and tell me what you think.

  4. HOAs often require residents to hold each property harm and legal responsibility insurance on their dwelling so as to guard not solely themselves but additionally the opposite homeowners and the association itself.

  5. So, whether or not it’s about spending some quality time with all the liked ones or doing Aartis on the Puja Mandaps or gorging on some delicacies collectively, one thing that continues to be obligatory is dressing up within the prettiest and trendy put on to look good.

  6. Spot on with this write-up, I absolutely believe that this amazing site needs a great deal more attention. I’ll probably be returning to read through more, thanks for the advice.

  7. In Sith rhetoric, the connection between the philosophy of Jedi versus Sith intently mirrors German philosopher Friedrich Nietzsche’s concept of master-slave morality; Sith worth “master” virtues, similar to delight and power, whereas the Jedi value altruistic “slave” virtues like kindness and compassion.

  8. Granted, you do not all the time have the opportunity to go into as much detail in your presentation as you would like, nevertheless it opens the door for future communications — a door that typically may be very difficult to get your foot into.

  9. A large number of watercraft had been assembled for the crossing of the Delaware River, primarily by way of the work of militia men from surrounding counties in New Jersey and Pennsylvania with assistance from the Pennsylvania Navy.

  10. In November 2020, Gov, Wolf issued a travel order requiring those arriving in Pennsylvania from another state or country, or residents returning to the state, to check negative to a COVID-19 check or to quarantine for 10 days after arrival.

  11. American patriot paper maker Frederick Bicking owned a fishery on the river previous to the American Revolution, and Thomas Paine tried in vain to interest the residents in funding an iron bridge over this river, before abandoning “pontifical works” on account of the French Revolution.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here