NMDC की मझगवां हीरा खदान में भू-वैज्ञानिकों की टीम ने किया ड्रोन आधारित चुंबकीय डेटा संग्रह

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मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के मझगवां में स्थित एनएमडीसी लिमिटेड की हीरा खदान। (फाइल फोटो)

*      विश्व में पहली बार हीरे की खदान पर किया गया ड्रोन आधारित डेटा चुंबकीय अधिग्रहण का कार्य

*      सर्वेक्षण से अनोखी भूगर्भीय जानकारी मिलने की है संभावना

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) एनएमडीसी, भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय की एक उद्यम है। यह भारत में लौह अयस्क और हीरे का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कई खदानों का संचालन करता है। एनएमडीसी एकमात्र मशीनीकृत हीरा खदान का संचालन कर रहा है। NMDC भारत में ड्रोन आधारित खनिज अन्वेषण शुरू करने वाली भारत की एशिया में पहली कंपनी है। यह 400 से 2500 की बैंडविड्थ के लिडे के साथ जुड़े हाइपरस्पेक्ट्रल सेंसर के अंतर्गत अनुकूलित ऑक्टाकॉप्टर ड्रोन का उपयोग कर रही है जो भारत में अद्वितीय है और अन्वेषण के लिए जियोमेट्रिक्स मैग्नेटोमीटर का उपयोग करती है।

समाज हित के लिए होगा अतुलनीय योगदान

ड्रोन का प्रतीकात्मक चित्र।
एनएमडीसी के संस्करण 2.0 विकास योजनाओं के तहत डिजिटल परिवर्तन को हमेशा प्रोत्साहित करने वाले एनएमडीसी प्रबंधन के सहयोग से आज एनएमडीसी के भू-वैज्ञानिकों की टीम ने मध्य प्रदेश राज्य के पन्ना जिले में मझगवां डायमंडीफेरस किम्बरलाइट खदान पर ड्रोन आधारित चुंबकीय डेटा संग्रह कर हासिल किया। दुनिया में पहली बार ड्रोन आधारित डेटा चुंबकीय अधिग्रहण का कार्य हीरे की खदान पर किया गया है। जिसके सर्वेक्षण से अनोखी भूगर्भीय जानकारी मिलने की संभावना है। आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि मिलने वाली जानकारी का समाज के हित के लिए एक अतुलनीय योगदान होगा।