आदिवासियों-दलितों पर इतना अन्याय-अत्याचार पहले कभी नहीं देखा : दिग्विजय सिंह

0
894
पन्ना के समीप नयापुरा-मुड़िया पहाड़ में आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह।

पन्ना में आयोजित सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री ने भरी हुंकार

बोले- आदिवासियों को इंसाफ दिलाने की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेगी कोंग्रेस

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के करीबी नेता के द्वारा आदिवासियों की जमीनें हड़पने का मुद्दा गर्माया

कोंग्रेसियों ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और पन्ना विधायक के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णु दत्त के करीबी नेता अंकुर त्रिवेदी के द्वारा पन्ना में नेशनल हाइवे से सटी गरीब आदिवासियों की बेशकीमती 18 एकड़ भूमि को हड़पने का मामला कानूनी लड़ाई से इतर शिवराज सरकार और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बड़ा सियासी मुद्दा बन चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुए गरीब आदिवासियों को इंसाफ दिलाने के लिए उनकी लड़ाई को कोंग्रेस पार्टी के द्वारा पूरी ताकत से लड़ने का ऐलान किया है। वरिष्ठ कोंग्रेस नेता की इस हुंकार के बाद बीजेपी बैकफुट पर खड़ी नजर आ रही है। क्योंकि, आदिवासियों की भूमियों को हड़पने का आरोप भाजपा के ही नेता पर है।
शुक्रवार 9 अप्रैल को पन्ना के समीप स्थित नयापुरा-मुड़िया में आयोजित सम्मेलन में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शामिल हुए। उन्होंने प्रभावित आदिवासियों एवं भू-माफिया से प्रताड़ित गरीब परिवारों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की और उन्हें न्याय दिलाने के लिए कड़ी घूप में कोतवाली थाना तक करीब 5 किलोमीटर लंबा पैदल मार्च निकालकर संघर्ष का शंखनाद किया। सम्मलेन में प्रदेश युवक कोंग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया विशेष रूप से उपस्थित रहे।
पन्ना में आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत से महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को आजाद कराकर लोकतंत्र स्थापित किया था । फलस्वरूप चुनाव के जरिए आपको 5 साल के लिए अपना प्रतिनिधि चुनने का अधिकार मिला। भारतीय जनता पार्टी आपका ये अधिकार रुपयों के दम पर खरीदना चाहती है। इसलिए चुनाव के पूर्व तक ये लोग आदिवासियों-दलितों, गरीबों एवं कमजोर वर्गों पर अत्याचार करते हैं और फिर चुनाव के समय तरह-तरह के प्रलोभन देकर भाजपाई आपका ईमान भ्रष्ट करते हैं। सत्ता हांसिल करने की इनकी चाल को आप लोगों को समझना होगा। ये लड़ाई आपकी है लेकिन इसे लड़ना हमारा फर्ज है। आपको अधिकार दिलाना हमारा फर्ज है, कोंग्रेस पार्टी का फर्ज है। हम आपकी लड़ाई लड़कर आपके ऊपर कोई एहसान नहीं कर रहे हैं। आपने उपस्थित लोगों को आश्वस्त किया कि गरीब आदिवासी भाईयों को उनकी जमीन का हक दिलाने के लिए कोंग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट तक इस लड़ाई को लड़ेगी। इन पापियों, दुष्टों को उनकी सही जगह पहुँचाने की जिम्मेदारी कोंग्रेस पार्टी ने ली है।

बीडी शर्मा के खासमखास की आईटी करे जांच

आदिवासियों की जमीनों को हड़पने के मुद्दे पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने खजुराहो सांसद बीडी शर्मा पर जमकर हमला बोला।
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने आदिवासियों की जमीनों को भू-माफिया के द्वारा छल-कपट पूर्वक एवं राजनैतिक रसूख का इस्तेमाल कर हड़पने के बहुचर्चित मामले की बारीकियों तथा नियम-कानूनों के उल्लंघन का जिक्र करते हुए बताया कि कथित तौर पर 90 लाख रुपए में अंकुर त्रिवेदी को जमीन बेंचने वाले हीरालाल को सम्पूर्ण राशि का नकद भुगतान किया गया। जबकि केन्द्र की मोदी सरकार ने 2 लाख रुपए से अधिक के नकद लेन-देन पर रोक लगा रखी है। लेकिन मोदी की पार्टी के ही प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा के खासमखास ने हीरालाल को 90 लाख की नकद पोटली दे दी। न तो बैंक का चेक काटा ना ही आरटीजीएस किया, आखिर इतना कैश कहाँ से आया ? इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इनके ऊपर छापा क्यों नहीं डालता ? उन्होंने कहा कि यह राशि गरीबों का खून चूसकर जुटाई गई है। मैंने आज तक इतना अन्याय-अत्याचार नहीं देखा। मैं हीरालाल आदिवासी के घर जाकर यह देखना चाहता हूँ कि 90 लाख रुपए मिलने के बाद वह और उसका परिवार आज किस हालत में रह रहा है। एसडीएम को दिए गए बयान में हीरालाल सच्चाई बता चुका है, उसे कुछ नहीं मिला। थोड़ा बहुत खर्चा या अनाज देकर उससे जमीन के क्रय-विक्रय संबंधी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए गए हैं।

कोरोना से लोग बेमौत मर रहे हैं और नौटंकी कर रहे हैं शिवराज

आदिवासी सम्मेलन में उपस्थित नयापुरा-मुड़िया पहाड़ के वाशिंदे एवं कोंग्रेस के नेतागण।
कोंग्रेस के दिग्गज नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बेकाबू होने के कारण निर्मित बदहाल स्थिति के ज्वलंत मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लेते हुए जमकर शाब्दिक हमला बोला। उन्होंने कहा कि कोरोना से लोग बेमौत मर रहे हैं, स्वास्थ्य संस्थाओं में जीवनरक्षक दवाइयों, ऑक्सीज़न, रेमडेसिविर इंजेक्शन, वेंटीलेटर का आभाव है। मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पतालों में जगह शेष नहीं बची है। चौतरफा मची हा-हाकार के बीच लोगों को अत्यावश्यक स्वास्थ्य सेवाओं उपलब्ध कराने के लिए काम न कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सत्याग्रह की नौटंकी कर रहे हैं। महामारी के कहर से लोगों का जीवन गंभीर संकट में है ऐसे मुश्किल समय में मुख्यमंत्री का मंच से योगासन करना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को प्रदर्शित करता है।
आपने कहा कि शिवराज सरकार कोरोना की रोकथाम एवं बचाव के लिए समय रहते आवश्यक इंतजाम करने में पूरी तरह से विफल रही है। जिसका खामियाजा निर्दोष प्रदेशासियों को भुगतना पड़ रहा है। रेमडेसिविर इंजेक्शन के आभाव एवं बढ़ती कालाबाजरी को लेकर दिग्विजय ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते कहा कि 1000-1200 रुपए में मिलने वाला इंजेक्शन आज 10,000-15,000 रुपए में भी नहीं मिल रहा है। आज हर तरफ बदइंतजामी के कारण अराजकता का माहौल है।

मोदी ने छवि चमकाने विदेशों में भेजी वैक्सीन

कोविड वैक्सीनेशन सेंटरों में वैक्सीन के आभाव के कारण लोगों को कोरोना का टीका न लग पाने की देश भर से लगातार आ रहीं ख़बरों पर चिंता और हैरानी जताते हुए राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन सबसे पहले देश के लोगों को लगाई जानी चाहिए उसके बाद इसका निर्यात किया जाता। लेकिन आत्ममुग्धता से भरे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि चमकाने के चक्कर में बड़ी मात्रा में वैक्सीन विदेशों को भेज दी। वैक्सीन का निर्यात अभी भी जारी है। देश में लोगों को कोरोना का टीका नहीं लग पा रहा है। देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है ऐसे भीषण संकट के समय विदेशों को वैक्सीन भेजना क्या उचित है। यह किस तरह की नीति है ? वैक्सीन के आभाव के कारण देश में टीकाकरण रफ़्तार नहीं पकड़ पा रहा है। अमेरिका और दूसरे देशों में टीकाकरण की स्थिति हमसे कई गुना बेहतर है।
दिग्विजय ने तंज कसते हुए कहा कि मामू शिवराज आजकल खुद के फॉर्म में होने की बात करते हैं। माफियाओं को 10 फिट नीचे जमीन में गाड़ने की बात कहते हैं। मामू में अगर नैतिक साहस है तो अपनी पार्टी के भू-माफिया को गाड़कर दिखाएं। उन्होंने खजुराहो सांसद बीडी शर्मा को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अंकुर के पिता खुन्ना महाराज से बीडी के संबंध चाचा-भतीजे के हैं। फिर भी शर्मा जी झूठ बोलते हैं। मुरैना से आकर बुंदेलखंड में वे अपना सिक्का चला रहे हैं। लेकिन कृषि अधिकारी की अभी जितनी भर्तियां हुईं उसमें पन्ना के युवाओं को नौकरी नहीं लगी बल्कि मुरैना वालों को नौकरी मिली है।

आदिवासियों को कोई छेड़े तो उसे छोड़ते नहीं : विक्रांत

पन्ना के समीप नयापुरा-मुड़िया पहाड़ में आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश युवा कोंग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया।
आदिवासी सम्मेलन को मध्यप्रदेश युवक कोंग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पन्ना में लोगों को दमनकारी-शोषक बीडी शर्मा जैसे लोगों ने परेशान कर रखा है। हम बिरसा मुंडा के वंशज हैं, टांट्या मामा के वंशज हैं, रानी दुर्गावती के वंशज हैं। हमारे वंशज जब अंग्रेजों के सामने नहीं झुके तो अब ये क्या लगते हैं। आज अगर हमनें अपनी आवाज बुलंद नहीं की, इनके खिलाफ नहीं लड़े तो आपके साथ खड़ा होने वाला कोई नहीं बचेगा। हम आदिवासी किसी को छेड़ते नहीं है अगर कोई हमें छेड़े तो फिर उसे छोड़ते भी नहीं हैं। ये लड़ाई लंबी होगी क्योंकि सामने भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बैठा है।
युवा ओजस्वी वक्ता विक्रांत भूरिया ने स्पष्ट किया कि हमें चाहे जितना भी संघर्ष करना पड़े लेकिन हम अपने आदिवासी भाईयों की जमींनें उन्हें हर हाल में वापस दिलाएंगे। आदिवासियों की जमीन पर किए गए अवैध निर्माण को अगर प्रशासन ने नहीं तोडा तो हम उसे तोड़ने की ताकत रखते हैं। भाजपा आदिवासियों को वनवासी बताकर हमसे हमारी पहचान छीन रही है। हम वनवासी नहीं बल्कि इस देश के मूल निवासी हैं और यहां आदिकाल से हैं। यह षड़यंत्र हमसे जल-जंगल-जमीन छीनने का है। आदिवासियों के हक़ की लड़ाई कोंग्रेस पार्टी हमेशा लड़ती रही है और आगे भी मजबूती के साथ लड़ेगी।
इसके पूर्व जिला कोंग्रेस अध्यक्ष दिव्यारानी सिंह एवं नयापुरा-मुड़िया पहाड़ निवासी बृजेश गौतम, वेदराम शर्मा, नारायण वर्मन, मीरा बाई, रश्मि कुशवाहा आदि ने सम्मेलन को संबोधित किया। स्थानीय लोगों ने कोंग्रेस नेताओं को अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया किस तरह उन्हें उनकी जमीनों से जबरन बेदखल किया गया। आज भी उन्हें किस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है।

लखपति हीरलाल की झोपड़ी में पहुंचकर बनाया वीडियो

हीरालाल आदिवासी की झोपड़ी के बाहर उसके छोटे भाई कालूराम गौंड़ से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह।
आदिवासी सम्मेलन के समापन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कोंग्रेस नेताओं के साथ आदिवासी हीरालाल गौंड़ से मिलने उसके घर पहुंचे। कागजों पर अंकुर त्रिवेदी को करीब 95 लाख रुपए की जमीन बेंचने वाले कथित तौर पर उसके ही बंधुआ मजदूर हीरालाल की झोपड़ी और गरीबी देख दिग्विजय दंग रह गए। मौके पर मिले उसके छोटे भाई कालूराम ने बताया कि हीरालाल परिवार समेत नजदीकी गांव में फसल कटाई की मजदूरी करने गया है। इस दौरान श्री सिंह ने अपने मोबाइल फोन से हीरालाल की झोपड़ी की फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी की। करीब 10 मिनिट तक रुकने के बाद दिग्विजय वहाँ से भारी हुजूम के साथ कोतवाली थाना पन्ना के लिए पैदल ही निकल पड़े। इस दौरान खजुराहो सांसद और पन्ना विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।

5 किलोमीटर पैदल मार्च कर थाना के सामने किया प्रदर्शन

नयापुरा ग्राम से पैदल मार्च करते हुए पन्ना कोतवाली थाना जाते कोंग्रेस नेता एवं नयापुरा-मुड़िया पहाड़ के वाशिंदे।
तेज धूप-गर्मी में करीब 5 किलोमीटर का पैदल मार्च करते हुए राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कांग्रेस नेताओं और नयापुरा-मुड़िया पहाड़ के वाशिंदों के साथ पन्ना कोतवाली थाना पहुंचे। जहां कोतवाली के प्रवेश द्वार की बैरिकेटिंग कर पूर्व से ही भारी पुलिस बल मुस्तैदी के साथ तैनात रहा। नयापुरा-मुड़िया पहाड़ के वाशिंदों को माफियाओं के द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कुछेक मामलों में पीड़ितों की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की गई। मौके पर मौजूद एसडीओपी पियूष मिश्रा के द्वारा इस पर टालमटोल करने से आक्रोशित कोंग्रेस नेता नोरबाजी करते हुए कोतवाली थाना के ही बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान काफी देर तक हंगामा होता रहा और कोतवाली चौराहे पर ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित रही।
भू-माफिया के द्वारा प्रताड़ित गरीब आदिवासियों-दलितों की रिपोर्ट दर्ज कराने पन्ना कोतवाली थाना के बाहर मौजूद कोंग्रेसजन।
सड़क पर बैठे प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि जिन 4-5 लोगों को रिपोर्ट लिखानी है सिर्फ उन्हें अपने अधिवक्ता के साथ अंदर प्रवेश दिया जाए और उनकी एफआईआर दर्ज की जाए। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर निर्देश प्राप्त करने के चक्कर में मौके पर मौजूद पुलिस के जिम्मेदार अफसर काफी देर तक अनिर्णय की स्थिति में रहे। इस पशोपेश के चलते मौके पर काफी तनावपूर्ण स्थिति निर्मित हो गई।
पन्ना कोतवाली थाना के बाहर सड़क पर धरने पर बैठकर नारेबाजी करते हुए नयापुरा-मुड़िया पहाड़ के वाशिंदे एवं कोंग्रेस कार्यकर्ता।
काफी देर बाद पुलिस अधिकारियों ने शिकायतकर्ताओं के सिर्फ आवेदन पत्र लिए एफआईआर दर्ज नहीं की। वरिष्ठ कोंग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया कि एफआईआर दर्ज कराना पीड़ित व्यक्ति का अधिकार है। पन्ना पुलिस के द्वारा यदि राजनैतिक दबाववश आदिवासियों-दलितों की रिपोर्ट 24 घण्टे के अंदर दर्ज नहीं की गई तो कोंग्रेस पार्टी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए न्यायालय जाएगी।

कलेक्टर के समक्ष उठाए मुद्दे

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र एवं एडीशनल एसपी से न्याय की गुहार लगाती पीड़ित महिलाएं।
तदुपरांत पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह कांग्रेस नेताओं एवं मुड़िया पहाड़ के पीड़ितों को लेकर पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र से मिलने कलेक्ट्रट पहुंचे। कलेक्टर के कक्ष में करीब आधा घण्टे की मुलाकत के दौरान दिग्विजय सिंह ने नयापुरा-मुड़िया पहाड़ के वाशिंदों की जमीनों को हड़पे जाने का मुद्दा उठाते हुए पूरे प्रकरण में जिला प्रशासन एवं पुलिस की भूमिका को लेकर गहरा असंतोष जताया। इस मामले में गहन जांच के बाद पूर्व एसडीएम शेर सिंह मीना के द्वारा सुनाए गए फैसले पर अपर कलेक्टर के द्वारा स्थगन दिए जाने के कानूनी पहलुओं पर भी चर्चा की। जिले में आदिवासियों के साथ-साथ दलितों पर बढ़ते अत्याचार को लेकर उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त की। राज्य सभा सांसद दिग्विजय ने पन्ना कलेक्टर से कहा कि अन्याय-अत्याचार के खिलाफ कमजोर वर्गों के लोगों को संरक्षण प्रदान किया जाए। आदिवासियों-दलितों एवं महिलाओं से संबंधित प्रकरणों पर प्रशासनिक संवेदनहीनता पर अफ़सोस जताते हुए उनके द्वारा अधिकारियों को राजनैतिक दबाव में न आकर निष्पक्ष तरीके से काम करने की नसीहत दी गई ।