* 5 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज
* पन्ना जिले में ठेका की आड़ में खुलेआम जारी है रेत की लूट का खेल
* रेत माफ़िया को शासन-प्रशासन का संरक्षण प्राप्त होने का आरोप
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के अति पिछड़े पन्ना जिले में सक्रिय रेत माफिया का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है। रेत ठेका की आड़ में यहां पिछले एक साल से रेत की लूट का खेल बेरोक-टोक चल रहा है। शासन-प्रशासन का संरक्षण प्राप्त माफिया रेत के लिए खुलेआम पर्यावरण एवं खनन संबंधी नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए जीवनदायिनी केन नदी का सीना और कोख़ को दैत्याकार मशीनों के नुकीले जबड़ों से नोंचकर रात-दिन छलनी करने पर आमादा है। रामराज्य की दुहाई देने वाली शिवराज सरकार में मची रेत की लूट के चलते पिछले सभी रिकार्ड टूटने के साथ ही पन्ना जिले के अजयगढ़ क्षेत्र में अघोषित तौर पर माफिया राज कायम हो चुका है। रेत ठेकेदार से माफिया बने रश्मीत मल्होत्रा के भाड़े के गुण्डों की फ़ौज इस इलाके में सरेआम कानून व्यवस्था को रौंदते हुए भय और आतंक फैला रही है।
कल तक इन गुण्डों/गुर्गों का निशाना आम लोग बनते रहे और जनप्रतिनिधि, विपक्ष के नेता, जिम्मेदार अफसर, मीडिया सब तमाशबीन बने रहे। परिणाम स्वरूप इनका आतंक बढ़ता ही गया, सोमवार 31 मई की रात रेत माफिया के गुण्डों ने भाजपा के धरमपुर मण्डल अध्यक्ष कौशल किशोर लोधी के ऊपर क़ातिलाना हमला कर दिया। भाजपा नेता के छोटे भाई और ट्रेक्टर के ड्रायवर को भी बेरहमी से पीटा गया। लंबे समय से रेत माफिया की लूट और उसके गुण्डों के कारनामों को जानबूझकर नजर अंदाज करने वाले कतिपय लोगों का ज़मीर अब जाकर शायद जागा है। इस घटनाक्रम के बाद उन्हें एहसास हुआ है कि, पानी सिर से ऊपर जा चुका है।
रेत माफिया के सामने नतमस्तक रहे जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों में भी सोमवार रात से ही आंतरिक हलचल देखी जा रही है, क्योंकि वारदात बेहद संगीन होने के साथ-साथ शिवराज सरकार की फजीहत से सीधे तौर पर जुड़ी है ! बेखौफ गुण्डों ने जिसे मार-मार कर अधमरा कर दिया वह कोई और नहीं बल्कि सत्ताधारी दल का महत्वपूर्ण पदाधिकारी है। गंभीर रूप से घायल भाजपा मंडल अध्यक्ष धरमपुर कौशल किशोर सिंह लोधी 38 वर्ष की नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें मंगलवार की सुबह पन्ना जिला चिकित्सालय से मेडिकल कॉलिज जबलपुर के लिए रेफरल कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार 31 मई की रात करीब 9 भाजपा मंडल अध्यक्ष धरमपुर कौशल किशोर सिंह लोधी 38 वर्ष निवासी दुर्गापुर ग्राम पंचायत नयागांव थाना धरमपुर का छोटा भाई शिवकुमार उर्फ़ पप्पू लोधी व ट्रेक्टर चालक नजदीकी ग्राम चम्पतपुर में ईंट उतारने के बाद खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर वापस गांव लौट रहे थे। तभी रास्ते में रेत माफिया रश्मीत मल्होत्रा के गुर्गों ने उनके ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोक लिया और अवैध रूप से रेत परिवहन करने का आरोप लगाते हुए जबरन ट्रैक्टर-ट्रॉली को अपने साथ ले जाने लगे।
ट्रैक्टर चालक ने तुरंत भाजपा मंडल अध्यक्ष कौशल किशोर सिंह लोधी को मोबाइल पर जानकारी दी गई। आनन-फानन कौशल किशोर बोलेरो वाहन से मौके पर पहुंचे। जहां पहले से मौजूद रेत ठेकेदार के 7-8 गुण्डों ने लाठी-डण्डों व लोहे की रॉड से भाजपा नेता पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। कौशल किशोर को बचाने आगे आए उसके छोटे भाई को भी हमलावरों ने नहीं बख्शा। साथ ही बोलेरो वाहन पर लाठी-डण्डे बरसाकर उसे भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
उल्लेखनीय है कि,कौशल किशोर की पत्नी संपत लोध नयागांव पचायत की सरपंच है। बैखोफ हमलावरों ने नयागांव के ही समीप उसके ऊपर प्राणघातक हमला किया। खून से लथपथ एवं गंभीर रूप से घायल भाजपा नेता के अचेत होकर जमीन पर गिरते ही हमलावर स्वयं के बोलेरो वाहन से मौके से फरार हो गए। घटना की रिपोर्ट मण्डल अध्यक्ष के भाई पप्पू लोधी ने धरमपुर थाना में दर्ज कराई है। जिस पर पुलिस 5 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 307, 34 आईपीसी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
बर्दाश्त नहीं की जाएगी गुंडागर्दी
प्राणघातक हमले में गंभीर रूप से घायल कौशल किशोर लोधी को उपचार हेतु अजयगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद रात्रि में ही उसे पन्ना जिला चिकित्सालय के लिए रेफरल कर दिया। पन्ना जिला चिकित्सालय के ड्यूटी डॉक्टर ने रात्रि में कौशल किशोर को भर्ती कर इलाज किया लेकिन उसकी नाजुक देखते हुए मंगलवार 1 जून की सुबह मेडिकल कॉलिज जबलपुर रेफरल कर दिया।
धरमपुर मण्डल अध्यक्ष पर जानलेवा हमला होने की सूचना मिलने पर सुबह-सुबह पन्ना विधायक एवं खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर घायल कौशल किशोर का हालचाल जाना और जबलपुर उनके में बेहतर इलाज हेतु संबंधित चिकित्सक से बात की गई। खनिज मंत्री ने भाजपा नेता के परिजनों को आश्वस्त किया कि गुण्डागर्दी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से बात कर आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया जाएगा। इस दौरान भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम व युवा नेता तरुण पाठक मौके पर मौजूद रहे।
अजयगढ़ क्षेत्र में आक्रोश और तनाव का माहौल
रेत माफिया के गुर्गों के आतंक की ताज़ा वारदात के बाद से अजयगढ़-धरमपुर क्षेत्र समेत समूचे जिले जबर्दस्त आक्रोश व्याप्त है। सोशल मीडिया पर लोग पन्ना जिले को लूटने वाले रेत माफिया को संरक्षण देने वालों के खिलाफ बेहद तल्ख़ टिप्पणी कर रहे हैं। उधर, भाजपा नेता के परिजनों का आरोप है कि उनके द्वारा हमलावरों के नाम पुलिस को बताए गए थे लेकिन पुलिस ने मुख्य आरोपियों को बचाने के मकसद से जानबूझकर अज्ञात के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया। बोलेरो वाहन में की गई तोड़फोड़ की धारा प्रकरण में ना जोड़ने को लेकर भी असंतोष जताया है।
वहीं इस वारदात के बाद जनमानस में व्याप्त आक्रोश और तनाव पूर्ण माहौल को देखते हुए हरकत में आई पन्ना जिले की पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई कर कुछ हमलावरों को हिरासत में लिया है। लेकिन फ़िलहाल आवश्यक कार्रवाई पूर्ण न होने के कारण पुलिस ने आधिकारिक तौर पर हमलावरों की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।
पहले भी कई लोगों के साथ की बर्बरता
पन्ना जिले का तराई अंचल (अजयगढ़-धरमपुर क्षेत्र) कुछ वर्ष पूर्व तक दस्यु गिरोहों के ख़ौफ़ से थर्राता था, अब वह पिछले कुछ समय से सत्ता का संरक्षण प्राप्त रेत माफिया के भय और आतंक के कारण दहशत के आगोश में है। दरअसल, रसूखदार माफिया के आगे नतमस्तक हो चुकी पूरी व्यवस्था अब तक उसके कारनामों पर आंखें बंद कर पन्ना को लुटवाने और उसे आतंक का पर्याय बनाने के अक्षम्य अपराध में संलिप्त रही है। भाजपा नेता कौशल किशोर लोधी पर प्राणघातक हमले से पूर्व भी इसके आतंक की विचलित करने वाली कई वारदातें सामने आ चुकीं है। बताते चलें, करीब दो तीन-चार माह पूर्व रेत माफिया रश्मीत मल्होत्रा के गुर्गों ने पहाड़ीखेरा के नजदीक अमरछी निवासी ट्रक मालिक इरफ़ान व उसके चालक की लाठी-डण्डों से बेदम पिटाई की थी।
कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए दिनदहाड़े की गई इस बर्बरता का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। आरोप है कि पुलिस ने कथित तौर पर रेत ठेकेदार के गुर्गों को बचाने के लिए इस घटना की रिपोर्ट दर्ज न करके दबाव बनाकर दोनों का राजीनामा करा दिया था। इसके पूर्व अजयगढ़ थाना अंतर्गत ट्रक चालक विमल सोनकर को बीरा में बंधक बनाकर बड़ी ही बेरहमी से पीटा था। वहीं अजयगढ़ जनपद अध्यक्ष भरत-मिलन पाण्डेय व उनके परिजनों से भी इनका विवाद हुआ था। इसके अलावा भी कई निरपराध ग्रामीणों पर रेत माफिया के गुण्डों का कहर टूटा है। लेकिन, अधिकांश मामलों पुलिस के द्वारा सख्त कार्रवाई न करने के कारण इनका आतंक लगातार बढ़ता ही गया।
अराजकता की अनदेखी करते रहे जनप्रतिनिधि !
मालूम हो कि, पन्ना जिले में रेत की खदानें अजयगढ़ तहसील में केन नदी पर स्थित हैं। पन्ना विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाला यह इलाका मध्य प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग के मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह का निर्वाचन क्षेत्र है। केन नदी का एक किनारा पन्ना और दूसरा छतरपुर जिले में आता है। मध्य प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद विष्णु दत्त शर्मा के संसदीय क्षेत्र खजुराहो में कटनी-पन्ना-छतरपुर तीनों ही जिले शामिल हैं। केन नदी के दोनों तरफ अर्थात छतरपुर एवं पन्ना जिले में की सीमा में पिछले एक साल से रेत ठेका की आड़ में रेत के बेइंतहां अवैध खनन का खेल चल रहा है।
पन्ना में तो रेत ठेकेदार ने निजी/शासकीय भूमियों (खेतों) में भी दर्जन भर से अधिक रेत खदानें खोदीं हैं। इसके अलावा केन नदी में करीब 40 किलोमीटर क्षेत्र में जहां भी रेत उपलब्ध है, चाहे पानी के अंदर हो या किनारे पर उसे लिफ्टर और पोकलेन मशीनों के जरिए निकालकर बहुमूल्य खनिज संपदा को लगातार लूटा जा रहा है। केन नदी को अनियंत्रित खनन से खोखला करने के साथ ही भय और आतंक फैला रेत माफिया के कारनामों की जानकारी होने के बाबजूद क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि अब तक इसे पूरी तरह नजर अंदाज करते रहे हैं।
निर्वाचन क्षेत्र में व्याप्त हद दर्जे की अराजकता को लेकर माननीयों की हैरान करने वाली चुप्पी और भूमिका पर अब तराई अंचल (अजयगढ़-धरमपुर) क्षेत्र के लोग सोशल मीडिया पर न सिर्फ चुभने सवाल उठा रहे हैं बल्कि धिक्कारते हुए उनके प्रति अपने गुस्से को साफ़ जाहिर कर रहे हैं।