MP : खनिज मंत्री के जिले में खनन माफ़िया की “गुण्डागर्दी”

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रेत माफिया के लठैतों द्वारा की गई मारपीट में घायल ट्रक चालक व मालिक पन्ना जिला चिकित्सालय में भर्ती। (फाइल फोटो)

* रेत के परिवहन को लेकर ट्रक चालक व मालिक को दर्जनभर लठैतों ने दिनदहाड़े बेरहमी से पीटा

* घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, मामले की जानकारी देने से पुलिस कर रही आनाकानी

* पन्ना में बहुमूल्य खनिज संपदा को खुलेआम लूटने के साथ-साथ भय और आतंक फैला रहे रेत माफिया

* सड़क निर्माण कर रही रामरज कंपनी ने किसानों के खेतों पर कब्ज़ा कर जबरन खोद डाली खदान

* पूर्व में रेत माफिया से परेशान दलित महिला ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में किया था आत्मदाह का प्रयास

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ समय पूर्व माफिया तत्वों को अलग अंदाज में सख्त चेतावनी देते हुए कहा था, “मध्यप्रदेश छोड़ दो, नहीं तो जमीन में 10 फुट नीचे गाड़ दूंगा, कहीं पता भी नहीं चलेगा।” होशंगाबाद जिले के बाबई में सुशासन दिवस के अवसर पर दिए गए अपने चर्चित भाषण में सीएम शिवराज ने कहा था, “आजकल अपन खतरनाक मूड में है, गड़बड़ करने वालों को छोड़ेंगे नहीं, आजकल मामा फार्म में है। दादा, गुंडे, बदमाश ये अब कोई नहीं चलने वाला है, ये सुशासन है।”
मुख्यमंत्री की इतनी स्पष्ट व सख्त चेतावनी के बाद भी मध्य प्रदेश में माफियाओं और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अगर यकीन नहीं होता तो पन्ना जिले के वायरल वीडियो को देख लें। यह तो सिर्फ एक नमूना है। बुंदेलखण्ड अंचल के अति पिछड़े पन्ना जिले में हावी खनन माफिया इस जिले को खोखला करने के अभियान में पूरी क्षमता साथ जुटे हैं। नियम-कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते खनन माफियाओं ने रेत व पत्थर के लिए एक ओर जहां बड़े पैमाने पर लूट मचा रखी है वहीं दूसरी तरफ उनके द्वारा भय और आतंक फैलाकर कानून व्यवस्था को खुलेआम चुनौती भी दी जा रही है। जिले में सड़क निर्माण कर रही रामरज कंस्ट्रक्शन कंपनी जोकि लंबे समय से अवैध खनन के आरोपों से घिरी है, उस पर अब कचौरी ग्राम के दलित किसानों ने उनकी निजी भूमि पर जबरन कब्ज़ा कर खदान खोदने का गंभीर आरोप लगाया है।
समाचार पत्र में प्रकाशित खबर की कटिंग।
पीड़ित किसानों ने पन्ना पहुंचकर कलेक्टर संजय कुमार मिश्र को बताया कि अवैध खनन को रोकने पर कम्पनी के कर्मचारियों के द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पूर्व में इसी तरह के एक अन्य प्रकरण में रेत माफिया के आतंक से परेशान दलित महिला ने पन्ना के कलेक्ट्रेट परिसर में अपने ऊपर मिट्टी तेल (केरोसीन) डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था। विचलित करने वाली इन चंद घटनाओं से पन्ना में निरंकुश खनन माफियाओं के कारण पैदा हुए बेहद चिंताजनक हालात सहज अनुमान लगाया जा सकता है।

वायरल वीडियो में क्या है .. ?

शिवराज सरकार के सुशासन की सड़क पर सरेआम धज्जियां उड़ाते रेत माफिया के लठैतों (गुर्गों) का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है। जिसमें करीब दर्जन भर लठैत सड़क में पड़े एक युवक को घेरे हुए खड़े हैं और उसे गालियां देते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में दो ट्रक भी दिख रहे हैं।
मारपीट की घटना की जानकारी देते हुए घायल युवक।
वीडियो को लेकर चर्चा है कि इसे पन्ना जिले के बृजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत लुहरहाई चेक पोस्ट के आसपास शूट किया गया। जहां शनिवार 6 मार्च की सुबह एक ट्रक में लोड रेत के परिवहन को लेकर ट्रक चालक व चेक पोस्ट पर तैनात रेत ठेकेदार के कर्मचारियों के बीच कहासुनी होने की भनक लगने पर बोलेरो वाहन में सवार होकर आए लठैतों (बाउंसरों) ने सरेआम गुंडागर्दी करते हुए ट्रक चालक व ट्रक मालिक को बड़ी ही बेरहमी से पीटा। मारपीट में गंभीर रूप से घायल युवकों की पहचान एहसान खान पिता रऊफ खान 27 वर्ष एवं ट्रक मालिक इरफान बख्श पिता जामिन 28 वर्ष दोनों निवासी ग्राम अमरछी थाना धरमपुर जिला पन्ना के रूप में हुई है।

रेत से लोड ट्रक को तुरंत न रोकने पर हुआ विवाद

उपचार के लिए पन्ना के जिला चिकित्सालय में भर्ती हुए पीड़ितों ने बताया कि 6 मार्च को अजयगढ़ (पन्ना) की जिगनी खदान से ट्रक में रेत लोड करके वैध पिटपास लेकर पहाड़ीखेरा होते हुए नागौद जिला सतना जा रहे थे। रास्ते में लुहरहाई घाटी पर सुबह लगभग 6 बजे रेत ठेकेदार रश्मीत मल्होत्रा के कर्मचारियों ने ढलान पर गाड़ी रोकनी चाही, जहां पर ट्रक को रोकने से कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। इसलिए ट्रक को आगे बढ़ाकर समतल जगह पर रोका गया। इससे नाराज रश्मीत मल्होत्रा के गुर्गे बोलेरो में सवार होकर आए और रास्ते में ट्रक को रोककर चालक के साथ मारपीट करने लगे। ट्रक मालिक इरफान बख्श ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया तो लठैतों ने उसे भी जमकर पीटा। घायलों की ओर से नजदीकी पुलिस चौकी पहाड़ीखेरा पहुँचकर घटना की रिपोर्ट लिखाई गई। बाद में उन्हें इलाज हेतु पन्ना लाकर भर्ती कराया गया। पन्ना जिले की पुलिस और मीडिया ने इस घटनाक्रम को लेकर चुप्पी साध रखी है।

खनन माफिया के सामने जिम्मेदार नतमस्तक

(फाइल फोटो)
आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं पन्ना सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके रामबिहारी गोस्वामी ने बताया कि मैंने इस घटना का वीडियो, घायल ट्रक चालक व ट्रक मालिक के बयान वाले वीडियो को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट किया साथ ही कई पत्रकारों भी व्यक्तिगत तौर भेजा। वीडियो एवं मैटर को सीन व रीड करने के बाद अधिकांश अखबार या न्यूज़ चैनल में खबर नहीं आई। रामबिहारी कहते हैं, इससे एक बार फिर साबित हो गया है कि, जिले में सक्रिय रेत माफिया के सामने प्रशासन व पुलिस के साथ-साथ स्थानीय मीडिया भी पूरी तरह नतमस्तक है। साल भर पहले तक रेत के अवैध कारोबार के खिलाफ सोशल मीडिया से लेकर अख़बारों-न्यूज़ चैनलों में जमकर हल्ला बोलने वाले पत्रकारों को खुलेआम जारी रेत की लूट अब नजर ही नहीं आती। जबकि रेत ठेकेदार के रूप में पन्ना आए रेत माफिया रसमीत मल्होत्रा ने पिछले 9 माह से जिले में रेत की अब तक सबसे बड़ी लूटपाट मचा रखी है। इस रसूखदार माफिया को सत्ता का खुला संरक्षण प्राप्त होने से जिम्मेदार तमाशबीन बने केन नदी की विनाशलीला में अपना लाभ देख रहे हैं।

न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहे गरीब किसान

पन्ना में कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के सामने हाथ जोड़कर खड़े रामराज सड़क कंपनी से प्रताड़ित दलित किसान उन्हें अपनी आपबीती सुनाते हुए।
जिले की शाहनगर तहसील के दूरस्थ ग्राम कचौरी से बुधवार 9 मार्च को पन्ना पहुंचे दलित किसानों ने यहां संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन में कलेक्टर संजय कुमार मिश्र को सड़क निर्माता कंपनी रामराज कंस्ट्रक्शन के खिलाफ शिकायती आवेदन पत्र देते हुए बताया कि उनकी पैतृक कृषि भूमि पर सड़क कंपनी के द्वारा जबरन कब्ज़ा कर गिट्टी के लिए पत्थर का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
गरीब किसानों के खेतों को सड़क निर्माता कंपनी ने पूरी तरह उजाड़ कर पत्थर खदान में तब्दील कर दिया है। शाहनगर में बैठने वाले तहसील स्तरीय अधिकारियों से इन किसानों ने कई बार गुहार लगाई लेकिन उनकी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित किसानों का आरोप है, कंपनी के रसूख के चलते उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। खेतों में अवैध खनन करने से रोकने पर उन्हें कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है। किसानों का कहना अगर खेत न बचे तो उनके परिवार के सामने भूखों मरने की नौबत आ सकती है।

दलित महिला ने डाल लिया था कैरोसीन

पन्ना में संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन के बाहर अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालती हुई संतोष कुमारी रजक। (फाइल फोटो)
मालूम हो कि पन्ना जिले में रेत की अधिकांश खदानें पन्ना विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत केन नदी पर स्थित हैं। यह इलाका मध्य प्रदेश के खनिज एवं श्रम विभाग के मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह का निर्वाचन क्षेत्र है। इस क्षेत्र में सक्रिय रेत माफिया के बढ़ते आतंक का सहज अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि लगभग दो माह पूर्व एक दलित महिला संतोष कुमारी पति कामद रजक इतनी मजबूर हो गई थी कि उसने पन्ना के संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर में अपने ऊपर मिट्टी तेल (कैरोसीन) डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था। मौके पर मौजूद कतिपय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए इस महिला को खुद को आग के हवाले करने से रोक दिया था। छतरपुर जिले की चंदला तहसील के ग्राम हिनौता की रहने वाली संतोष कुमारी का खेत केन नदी के इस पार पन्ना के बीरा ग्राम में स्थित है।
हताश-निराश होकर आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला संतोष कुमारी का शिकायती आवेदन पत्र।
अपनी जीवनलीला समाप्त करने का प्रयास करने वाली इस महिला ने कलेक्टर के नाम पर दिए गए आवेदन पत्र में आरोप लगाया था कि उसके खेत में लगी फसल को उजाड़कर आपराधिक तत्व बब्लू सिंह पिता राम सिंह ठाकुर निवासी सिमरदा तहसील अजयगढ़ जिला पन्ना के द्वारा जबरन मशीनों के जरिए रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। मना करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इस मामले में पीड़िता ने नायब तहसीलदार पर भी बेहद गंभीर आरोप लगाए थे।
समाचार पत्र में प्रकाशित खबर की कटिंग।
अन्याय-अत्याचार के आगे बेबश और असहाय दलित महिला को जब अजयगढ़ के अधिकारियों से किसी तरह की किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली तो इससे उपजी हताशा-निराशा के चलते पन्ना के कलेक्ट्रेट में उसने खुद को आग लगाने की कोशिश की थी। विचलित करने वाली इस घटना को उस समय भी पन्ना के मेन स्ट्रीम मीडिया ने पूरी तरह से दबा दिया था। अपवाद स्वरूप एक-दो समाचार पत्रों ने ही इस खबर को प्रकाशित किया। उधर, जिला प्रशासन ने इस मामले में अपनी तरफ उंगली उठने की आशंका को देखते हुए आत्महत्या की कोशिश करने के घटनाक्रम को ही पूरी तरह से नकार दिया था।
पन्ना का नवीन संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन। (फाइल फोटो)
बहरहाल इन घटनाओं से एक बात स्पष्ट है कि पन्ना जिले में खनन माफिया व आपराधिक तत्वों को प्रत्यक्ष-परोक्ष तौर पर खुला संरक्षण मिल रहा है। शायद इसी का दुष्परिणाम है कि माफिया खनिज संपदा को लूटने के साथ-साथ आज कानून व्यवस्था को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। जिससे मुख्यमंत्री के द्वारा माफियाओं को दी गई चेतावनी मजाक बन चुकी है। उल्लेखनीय है कि इन घटनाओं के संबंध में रामराज कंस्ट्रक्शन कंपनी एवं रसमीत मल्होत्रा के मैनेजर से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।

इनका कहना है –

“ट्रक चालक व ट्रक मालिक के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट पहाड़ीखेरा चौकी पर आईपीसी धारा 323 के तहत दर्ज की गई है। आरोपियों के नाम व संख्या की मुझे जानकारी नहीं है, आप चाहें तो सूचना के अधिकार के तहत आवश्यक जानकारी ले सकते हैं। फिलहाल इस मामले में दोनों पक्षों का आपसी समझौता हो चुका है।”

– बीकेएस परिहार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जिला पन्ना।

मंत्री, बृजेन्द्र प्रताप सिंह।
“इन घटनाओं की मुझे जानकारी नहीं है, आपने बात संज्ञान में लाई है, इस संबंध में कलेक्टर से जानकारी प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।”

– बृजेन्द्र प्रताप सिंह, मंत्री, खनिज एवं श्रम विभाग मध्यप्रदेश।

वीडियो को देखने के लिए क्लिक करें-