
* 1 करोड़ रुपये से अधिक है जब्तशुदा गांजा की कीमत
* पन्ना और छतरपुर जिले में गांजा खपाने की थी तैयारी
* पन्ना पुलिस को मिली सफलता पर पुलिस महानिरीक्षक द्वारा की गई ईनाम की घोषणा
शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्य प्रदेश में नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पन्ना जिले की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार की देर शाम पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर जिले के पवई थाना अंतर्गत एक पिकअप वाहन को रोककर उसमें लोड 538 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। पुलिस ने इस मामले में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। उड़ीसा से तस्करी करके लाए गए गांजा की अनुमानित कीमत 1 करोड़ 7 लाख 74 हजार रुपए बताई जा रही है। गांजा का अवैध परिवहन करने वाले पिकअप वाहन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस अधीक्षक पन्ना साईं कृष्णा एस. थोटा ने जानकारी देते हुए बताया कि, गांजा तस्करी करते पकड़े गए आरोपियों में चार छतरपुर जिला और एक आरोपी उड़ीसा का रहने वाला है। तस्करों की योजना गांजे की बड़ी खेप को पन्ना और छतरपुर जिले में खपाने की थी।
पुलिस मुख्यालय भोपाल के आदेशानुसार प्रदेश स्तर नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में पन्ना जिले में पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा एस. थोटा के निर्देशन में मादक पदार्थ की खेती, अवैध भण्डारण, अवैध परिवहन एवं बिक्री करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाते हुए सतत कार्यवाही वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। विशेष अभियान के तहत पन्ना पुलिस को बीती शाम बड़ी क़ामयाबी मिली है। बुधवार 29 मई की देर शाम थाना प्रभारी पवई निरीक्षक त्रिवेन्द्र कुमार त्रिवेदी को पुलिस सायबर सेल पन्ना एवं मुखबिर तंत्र से सूचना प्राप्त हुई कि कुछ व्यक्ति सफेद रंग के पिकअप वाहन से उड़ीसा तरफ से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ (गांजा) लेकर आ रहे है। उक्त महत्वपूर्ण सूचना से तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक ने गांजा तस्करी की सूचना को गंभीरता से लेकर कार्यवाही हेतु तत्परता से पुलिस टीम गठित की। बिना किसी देरी के पुलिस टीम ने जूही मोड़ पहुंचकर वाहन चेकिंग शुरू कर दी। थोड़ी देर बाद सफ़ेद रंग का पिकअप वाहन आता हुआ दिखाई दिया। गाड़ी के अंदर और ऊपर बॉडी पर बैठे आरोपी पुलिस को देख थोड़ी दूर वाहन खड़ा करके पिकअप से उतारकर भागने लगे। लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस टीम ने घेराबंदी करके सभी पांच लोगों को अपनी अभिरक्षा में ले लिया।
धान के भूसे की बोरियों के नीचे छिपाकर रखा था गांजा
