पन्ना में कोविड मरीजों को अब नियमित रूप से मिलेगी पर्याप्त ऑक्सीजन

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जिला चिकित्सालय पन्ना को मिले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को दिखाते हुए सीएमएचओ डॉ. आर.एस. पाण्डेय (बाईं तरफ), डॉ. भास्कर दिवेदी एवं कोविड वार्ड प्रभारी नर्स अंजू सिस्टर।
  •   मंत्री बृजेन्द्र प्रताप ने जिला चिकित्सालय को 20 नग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) कहर बरपाते कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश भर के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत की ख़बरें कई दिनों से सुर्ख़ियों में बनीं हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर ऑक्सीजन न मिलने से असमय ही उनकी साँसें थमने की हृदय विदारक घटनाओं से हा-हाकार की स्थिति निर्मित है। कोरोना संक्रमितों की तादाद प्रतिदिन जिस तेजी से बढ़ रही है उससे ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति (उपलब्धता) में आए बड़े अंतर के कारण हालात बेकाबू हो चुके हैं। लोग अपनों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के पीछे भाग रहे हैं। इस गंभीर संकट के समय मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत की जानलेवा स्थिति का सामना न करना पड़े इसके लिए क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के खनिज एवं श्रम विभाग के मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा जिला चिकित्सालय को विधायक निधि से 10 लीटर वाले 20 नग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। जिसके माध्यम से कोविड-19 के मरीजों को नियमित रूप से न सिर्फ ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा मिल सकेगी बल्कि सिलेंडरों से सप्लाई की जाने वाली ऑक्सीजन की किल्लत से भी निजात मिलेगी। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया किया गया है कि पन्ना में ऑक्सीजन की कमी के कारण अब किसी भी मरीज की साँसें ना थमने पाए।
पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का उपयोग जिला चिकित्सालय के कोविड केयर सेंटर में कोविड-19 मरीजों को ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा। वर्तमान में जिला चिकित्सालय में ढाई सौ ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग कोरोना संक्रमित मरीजों को आवश्यकतानुसार मेडिकल ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। इन सिलेण्डरों के खाली होने पर तत्काल पुरैना स्थित ऑक्सीजन संयंत्र से रिफिल करवाया जाता है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के अधिकांश मामलों में मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है और संक्रमण फेंफड़ों तक पहुँचने पर मरीज को सांस लेने में परेशानी होती है। ऐसे मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन के जरिए कृतिम साँसें दी जाती हैं।

जानिए कैसे काम करता है ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर।
कोरोना काल में ऑक्सीजन संकट के बीच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर इन दिनों काफी चर्चा में है। तो ये ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आखिर होता क्या है ? ये मेडिकल ऑक्सीजन कैसे बनाता है ? कोरोना मरीजों के लिए ये कितना फायदेमंद है ? ऑक्सीजन के सिलिंडर से ये कितना अलग है और इसका ऑक्सीजन कितना शुद्ध होता है, इन सब सवालों के जवाब जानने के लिए हमने पन्ना के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. पाण्डेय से बात की। उन्होंने रडार न्यूज़ को बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बिजली से चलने वाला मेडिकल उपकरण है। यह छोटी सी मशीन हवा में से ऑक्सीजन को अलग करता है। दरअसल, हमारे वातावरण में मौजूद हवा में कई तरह की गैसें मौजूद होती हैं और ये कंसंट्रेटर उसी हवा को अपने अंदर लेता है और उसमें से दूसरी गैसों को अलग करके शुद्ध ऑक्सीजन सप्लाई करता है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से मिलने वाली ऑक्सीजन की शुद्धता 95 प्रतिशत से अधिक रहती है।
आपने कहा कि वर्तमान में जारी ऑक्सीजन की किल्लत के समय ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कोविड के मरीजों को लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। इसकी सबसे खास बात है कि ऑक्सीजन सिलेंडर की तरह इसे बार-बार रिफिल करने की जरूरत नहीं पड़ती है और बिजली नहीं होने पर इसमें 1-2 घण्टे का बैटरी बैकअप होता है। साथ ही इसे इनवर्टर की मदद से भी चलाया जा सकता है। सीएमएचओ डॉ. आर.एस. पाण्डेय ने बताया कि पन्ना जिला चिकित्सालय में करीब आधा दर्जन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पूर्व से भी मौजूद हैं। इसके अलावा जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट भी स्थापित किया जा रहा है।