कमिश्नर पहुंचे जिला चिकित्सालय, कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों की समस्याएं सुनीं, बोले- “मरीजों के उपचार में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी”
* कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति एवं उपचार सेवाओं की समीक्षा की
* ऑक्सीजन बेड एवं सामान्य बेड की संख्या बढ़ाने के दिए निर्देश
* कोविड केयर सेंटर में डाॅक्टरों की रोस्टर बनाकर ड्यूटी लगाई जाए
* कोरोना संक्रमित मरीजों के सैम्पल उसी दिन जांच के लिए सागर लैब भेजें
पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद चिंताजनक तेजी से लगातार बढ़ने के साथ ही सरकारी स्वास्थ्य एवं उपचार सेवाओं बदहाली की ख़बरें लगातार सामने आ रहीं है। जिला चिकित्सालय के कोविड हेल्थ केयर सेंटर में भर्ती मरीजों के इलाज में लापरवाही बरते जाने, ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होने, कोरोना के संदिग्ध मरीजों की टेस्टिंग न बढ़ने से जाँच कराने के लिए बीमार व्यक्तियों की प्रतिदिन लंबी लाइन लगने और कई दिन तक भटकने-परेशान होने के बाद बमुश्किल सैम्पल देने के 4-5 दिन बाद रिपोर्ट मिलने की शिकायतें अब आम हो चुकीं हैं। जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी व्यवस्थाओं की समीक्षा कर आवश्यक सुधार कराने के लिए निर्देश दे रहे हैं, लेकिन धरातल पर हालात में कोई खास बदलाव होता नहीं दिख रहा है।
इन परिस्थितियों के बीच मंगलवार 20 अप्रैल को सागर संभाग आयुक्त मुकेश कुमार शुक्ल एक दिवसीय पन्ना प्रवास पर पहुंचे। उन्होंने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं संक्रमित मरीजों के उपचार के संबंध में चर्चा कर समीक्षा की। कमिश्नर सागर श्री शुक्ल ने जिला चिकित्सालय का का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन भी किया। इस दौरान वहाँ भर्ती कोरोना मरीजों के परिजनों से कमिश्नर ने जब चर्चा की तो पता चला कि उन्हें किस तरह की समस्याओं से हर दिन जूझना पड़ रहा है। उन्होंने समस्याओं का तत्काल निदान किए जाने के निर्देश संबंधितों को दिए हैं।
3 माह के लिए मेडिकल स्टॉफ की भर्ती करें
कमिश्नर ने बैठक में कहा कि कोरोना मरीजों के उपचार में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। डाॅक्टरों का रोस्टर तैयार कर कोविड हेल्थ केयर सेंटर में डाॅक्टरों की ड्यूटी लगाई जाए। वर्तमान में आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षित मेडिकल स्टाॅफ को आगामी तीन महीने के लिए नियुक्त किया जाए। उन्होंने आक्सीजन आपूर्ति के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि आक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पड़ोसी जिलों से भी आक्सीजन लें।
कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज को दें प्राथमिकता
श्री शुक्ल ने कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध बेडों (बिस्तरों) की जानकारी लेने के उपरांत निर्देश दिए कि बेडों की संख्या बढाई जाए। इसके लिए छात्रावासों से पलंग प्राप्त करें। वर्तमान में उपलब्ध आक्सीजन बेडों की संख्या भी बढाने की कार्यवाही करें। पुरैना में स्थापित आक्सीजन प्लांट से सप्लाई होने वाली आक्सीजन के लिए पन्ना को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अन्य सामान्य बीमारियों के स्थान पर कोरोना की बीमारी को प्राथमिकता में रखते हुए उपचार किया जाए। फीवर क्लीनिकों में लिए जा रहे कोरोना संदेहस्पद मरीजों के नमूने उसी दिन जांच के लिए सागर लैब भेजे जाए। नमूने भेजने में किसी भी तरह का बिलम्ब न किया जाए। उन्होंने जिला चिकित्सालय में कोरोना उपचार से संबंधित सामग्री की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर संतोष जताया।
संभागीय आयुक्त मुकेश कुमार शुक्ल ने जिला चिकित्सालय का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन करने के साथ भर्ती कोरोना मरीजों के परिजनों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी और तत्काल निदान किए जाने के निर्देश संबंधितों को दिए। उन्होंने होम आइसोलेट मरीजों के संबंध में चर्चा करते हुए उनके उपचार और उसके स्वास्थ्य की जानकारी के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
होम आइसोलेट मरीजों की समस्या का हो रहा समाधान
सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि कोविड कमाण्ड सेंटर स्थापित किया गया है। इस सेंटर के माध्यम से प्रत्येक मरीज से दो बार टेलीफोन से सम्पर्क स्थापित कर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली जाती है। यदि स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत बताई जाती है तो संबंधित क्षेत्र के चिकित्सक दल के माध्यम से मरीज के स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कोविड कमाण्ड सेंटर का अवलोकन करने के साथ की गयी टेलीफोनिक व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कलेक्टर बालागुरू के, पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा के साथ राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।