यूपी के बांदा में कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आने पर पड़ोसी पन्ना जिले में बढ़ाई गई सतर्कता, अंतर्राज्जीय सीमा से सटे चेकपोस्ट और गांवों का कलेक्टर-एसपी ने किया सघन निरीक्षण
* जिले के बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग करने के दिए निर्देश
शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में कोरोना पॉजिटव केस तेजी से बढ़ने के मद्देनजर पड़ोसी जिला पन्ना में प्रशासन ने इस खतरनाक संक्रमण के प्रसार की रोकथाम एवं इससे बचाव के लिए सतर्कता बढ़ा दी है। मंगलवार को बांदा जिले में एक दिन में रिकार्ड 10 नए कोरोना संक्रमित सामने आने की खबर से पन्ना जिले में भी हड़कम्प मचा है। बांदा में कोरोना संक्रमितों की संख्या डेढ़ दर्जन के आंकड़े को पार कर गई है। बांदा से पन्ना जिले की अजयगढ़ और पन्ना तहसील क्षेत्र की करीब 50-60 किलोमीटर लम्बी सीमा लगती है। इसलिए एहतियात बरतना और भी जरुरी हो जाता है।
इसी सिलसिले में बुधवार 6 मई को पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने बांदा जिले से सटी अंतर्राज्जीय सीमा के नजदीक स्थित चेकपोस्ट एवं ग्रामों का संयुक्त रूप से सघन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा निर्देश दिए गए कि जिले की सीमा के बाहर से एवं अन्य राज्यों से आने वाले शत-प्रतिशत लोगों की स्क्रीनिंग की जाए। सभी की सम्पूर्ण जानकारी पंजीबद्ध करने के साथ गूगल शीट पर दर्ज की जाए। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने अनुभाग क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में निरंतर भ्रमण कर लोगों को समझाईश देने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र से आवश्यक सूचना प्रसारित करें। जिससे लोग घरों से अनावश्यक बाहर न निकलें।
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के साथ अजयगढ़ अनुभाग के एसडीएम, सीईओ, बीएमओ एवं संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ अन्तर्राज्यीय पन्ना नाका नरैनी, रामनई, नहरी, बरौली, चंदौरा आदि क्षेत्रों का भ्रमण कर क्षेत्र के सभी नाकों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए गए है कि जो भी श्रमिक अथवा अन्य लोग किसी भी रेड जोन से आ रहे हैं उन पर विशेष निगरानी रखी जाए। रेड जोन से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को होम क्वारंटाइन कराया जाए। ऐसे व्यक्तियों पर सतत निगरानी रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ अभ्युदल दल के सदस्यों के साथ खण्ड स्तर से चिकित्सक दल एवं पुलिस दल समय समय पर निगरानी रखें। इन लोगों को निर्देश दिए जाए कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्या जैसे सर्दी, जुखाम, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बुखार आदि होने पर तत्काल चलित चिकित्सा इकाई के डाॅक्टरों से अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं।
उन्होंने निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगने वाले प्रत्येक गांव में सतत निगरानी रखी जाए। उत्तर प्रदेश की सीमा वाले जिन गांवों में कोरोना संक्रमित मरीज पाया जाए उन गांव की तीन किलो मीटर की दायरे वाले जिले के सभी ग्रामों को क्वारेंटाइन करने के साथ सर्वे कर जिनमें भी सर्दी, खांसी, बुखार आदि के लक्षण दिखाई दें उनका अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। ऐसे व्यक्तियों को समझाईश दी जाए कि वे अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें।
इसके उपरांत अजयगढ़ पुलिस थाने में पहुंचकर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा संयुक्त रूप से स्थानीय लोगों एवं पत्रकारों से चर्चा की गयी। चर्चा के दौरान बाजार खोलने के संबंध में चर्चा करते हुए कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि जिन स्थानों पर मार्ग के दोनों ओर सघन दुकानें उन बाजारों में पृथक पृथक दिन दाहिने और बाएं की तरफ की दुकानें खोली जाए। यदि बाजार में निर्देशानुसार शारीरिक दूरी, चेहरे को कपड़े से ढकने के निर्देशों का पालन नहीं किया जाता तो संबंधित दुकानदार की दुकान खोलने से रोक दिया जाए। कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि आम जनता एवं मीडिया के प्रतिनिधिगण समय-समय पर कहीं भी धारा 144 के तहत जारी किए गए आदेशों और छूट का उल्लंघन किया जाता है तो इसकी जानकारी जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को दी जाए। जिससे त्वरित कार्यवाही की जा सके। इस अवसर पर भ्रमण के दौरान उन्होंने कृषि उपज मंडी अजयगढ़ का निरीक्षण करने के साथ निर्देश दिए कि खरीदे गए माल का त्वरित परिवहन कर सुरक्षित भण्डारण कराएं।