बस कांड | आदिवासी क्लीनर को निर्वस्त्र कर पीटने के मामले में एससी-एसटी एक्ट की धाराएं बढ़ाई

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बस के क्लीनर (आदिवासी युवक) को निर्वस्त्र करने के बाद उसे बेरहमी से पीटते हुए दबंग युवक। (सीसीटीव्ही फुटेज का स्क्रीन शॉट)

*     बस में लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज घटना के साक्ष्य के तौर पुलिस ने प्राप्त किए

*    छह आरोपी जेल दाखिल एवं नाबालिग आरोपी बाल संप्रेषण गृह भेजा गया

पन्ना। (www.radarnews.in) आदिवासी बस क्लीनर को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटने की अमानवीय घटना के सामने आने पर मचे बवाल के बीच पुलिस ने मामले में पूर्व से दर्ज आपराधिक प्रकरण में अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराओं का इजाफा किया है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई कर सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें बुधवार 6 सितंबर कोर्ट में पेश किया गया। न्यायालय के आदेश पर छह बालिग़ आरोपियों को पुलिस के द्वारा न्यायिक अभिरक्षा पन्ना जिला जेल में दाखिल कराया गया। जबकि एक नाबालिग आरोपी को बाल संप्रेषण गृह छतरपुर भेज दिया गया है। इस बहुचर्चित घटनाक्रम से संबंधित अहम साक्ष्य के तौर पर बस में लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज को पुलिस ने प्राप्त कर अपने पास सुरक्षित कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि, गुजरात के सूरत से रीवा के लिए चलने वाली श्री महामाया बस 3 सितंबर की सुबह करीब 3 बजे जब मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के गुनौर थाना क्षेत्र अंतर्गत शंकरगढ़ तिराहा पहुंची तो वहां पहले से मौजूद आधा दर्जन से अधिक युवकों द्वारा चालक, परिचालक क्लीनर एवं यात्रियों के साथ लाठी-डंडों, लात-घूंसों से मारपीट की गई थी। बस में मनचाही सीट न मिलने को लेकर हुए विवाद में यात्री साजुल सिंह परमार और उसके दोस्तों ने आदिवासी क्लीनर को निर्वस्त्र कर बड़ी ही बेरहमी से पीटा था। पूरा घटनाक्रम बस में लगे सीसीटीव्ही कैमरों में कैद हो गया था। पुलिस ने इस घटना पर बस के परिचालक उमेश तिवारी की रिपोर्ट पर यात्री साजुल सिंह परमार निवासी ग्राम कोहनी थाना कोतवाली पन्ना व अन्य के खिलाफ उसी दिन आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया था। लेकिन इस रिपोर्ट में आदिवासी क्लीनर के साथ हुई अमानवीय घटना का उल्लेख तक नहीं था। शर्मसार करने वाली घटना के सीसीटीव्ही फुटेज सोशल मीडिया पर अगले दिन जब वायरल हुए तो मामले के राजनैतिक एवं सामाजिक रूप से तूल पकड़ने के कारण जबरदस्त हड़कंप मच गया। प्रदेश में तेजी से बढ़ते आदिवासी अत्याचार के मामलों को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से प्रदेश की शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए जवाब माँगा गया।
फाइल फोटो।
इधर, पन्ना पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा एस. थोटा ने आदिवासी युवक के साथ हुए अत्याचार को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए के तत्परता से कार्रवाई करने के लिए अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया। फलस्वरूप थाना प्रभारी गुनौर निरीक्षक सुशील कुमार अहिरवार ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए बस कांड के मुख्य आरोपी को 24 घंटे के अंदर ही हिरासत में लिया। साथ ही अन्य छह आरोपियों की पहचान कर तत्परता से उन्हें भी हिरासत में लिया गया। बुधवार 6 सितंबर को सभी गिरफ्तार आरोपियों जिनमें राजुल सिंह परमार पुत्र रामसिंह 20 वर्ष निवासी ग्राम कोहनी थाना कोतवाली पन्ना, विक्की सिंह पिता बिंद्राज 21 वर्ष निवासी ककरा थाना अमानगंज, राजा जी उर्फ यशवेन्द्र पुत्र नागेन्द्र सिंह बुंदेला 19 वर्ष निवासी पवईया थाना अमानगंज, सौमित्र प्रताप उर्फ सैवी सिंह बुंदेला पुत्र राघवेन्द्र सिंह 21 वर्ष निवासी बम्हौरी थाना अमानगंज, नाती राजा परमार पुत्र दीप सिंह परमार 21 वर्ष निवासी ग्राम सिंघासर थाना गुनौर एवं एक विधि विरुद्ध बालक को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। जहां से छह बालिग़ आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल पन्ना में दाखिल कराया गया। जबकि नाबालिग आरोपी को बाल संप्रेषण गृह छतरपुर भेज दिया है।

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MP में फिर शर्मसार करने वाली घटना, आदिवासी युवक को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा; वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल