बड़ी सफलता : एटीएम में ब्लास्ट कर रुपए लूटने वाले गिरोह का एसटीएफ ने किया पर्दाफाश, 6 शातिर ईनामी बदमाश गिरफ्तार, यूपीएससी का एग्ज़ाम दे चुका है गिरोह का सरगना

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एटीएम लूटने वाले गिरोह के पर्दाफाश की दमोह में पत्रकारों को जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी।

* पकड़े गए बदमाशों से 25 लाख रुपये नकद और विस्फोटक सामग्री बरामद

* बड़ी तादाद में नकली नोट एवं नोट छपने की सामग्री, अवैध शस्त्र भी मिले

* एटीएम में रुपए डलते ही उसे विस्फोट से उड़ाकर लूट लेते थे रुपए

* गिरोह का सरगना क्राइम सीरियल देखकर खोजता था अपराध करने के तरीके

* रंग लाई पन्ना और दमोह पुलिस की संयुक्त मेहनत, सिमरिया समेत 7 वारदातों का हुआ खुलासा

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के सागर जोन की एसटीएफ़ के लिए आज का दिन बड़ी सफलता लेकर आया। प्रदेश के पुलिस महकमे के लिए चुनौती और सिरदर्द बने, एटीएम में ब्लास्ट करके रुपए लूटने वाले बेहद शातिर गिरोह का पर्दाफाश करने में एसटीएफ को कामयाबी मिली है। सप्ताह भर की कड़ी मेहनत के फलस्वरूप इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए एसटीएफ ने उनके कब्जे से नकद 25 लाख (असली नोट) रुपये, 3 लाख 50 हजार रुपए के नकली नोट, नकली नोट छापने की मशीनरी, अवैध हथियार, विस्फोटक सामग्री और वाहन जप्त किए हैं। पकड़े गए अपराधियों में देवेन्द्र पटेल पिता बलीराम पटेल 28 वर्ष, जागे उर्फ ​​जागेश्वर पिता गुड्डा उर्फ ​​संतोष पटेल 27 वर्ष, छोटू उर्फ ​​बिल्लश पिता सुदामा पटेल, जयराम पिता मुन्ना लाल पटेल 32 वर्ष, राकेश पिता गनेश पटेल 24 वर्ष, परम पिता सूरत लोधी 30 वर्ष सभी निवासी ग्राम खारी थाना दमोह देहात के बताए जा रहे हैं।
पकड़े गए शातिर बदमाश गिरोह के सदस्य दमोह जिले की पुलिस टीम की अभिरक्षा में।
इन बदमाशों ने पूंछतांछ में पिछले दिनों पन्ना जिले के सिमरिया क़स्बा एवं पड़ोसी जिला दमोह के गैसाबाद तथा पटेरा थाना अंतर्गत स्टेट बैंक के एटीएम को विस्फोट से उड़ाकर रुपये लूटने की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की है। इसके आलावा कटनी और जबलपुर जिले से संबंधित एटीएम लूट-चोरी की कुल 7 वारदातों का इनसे खुलासा हुआ है। इस गिरोह की धरपकड़ में पन्ना और दमोह जिले की पुलिस की सराहनीय भूमिका रही। सागर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक अनिल शर्मा ने रविवार को दमोह के पुलिस कण्ट्रोल रूम में प्रेसवार्ता कर एटीएम ब्लास्ट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश होने का खुलासा करते हुए मीडियाकर्मियों को इसकी जानकारी दी गई। इस अवसर पर डीआईजी छतरपुर रेन्ज विवेक राज, पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी एवं पुलिस अधीक्षक दमोह हेमंत चौहान उपस्थित थे।
सिमरिया के मुख्य बाजार में सड़क किनारे स्थित स्टेट बैंक के एटीएम का मलवा जिसे लुटेरों ने विस्फोटक से उड़ाया। (फाइल फोटो)
उल्लेखनीय है कि, पन्ना जिले के सिमरिया क़स्बा में 19 जुलाई की देर रात मुख्य मार्ग किनारे स्थित स्टेट बैंक के एटीएम में पहुंचे दो नकाबपोश बदमाश गार्ड के सीने पर कट्टा तानकर और एटीएम को विस्फोटक से उड़ाकर करीब 23 लाख रुपये लूट ले गए थे। पन्ना जिले में एटीएम लूट की यह अपनी तरह की पहली सनसनीखेज घटना थी। अगले दिन सुबह जब इस दुस्साहसिक वारदात का पता चला तो लोग दंग रह गए। परिणामस्वरूप लूट की घटना को लेकर पन्ना पुलिस की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना भी हुई और गंभीर सवाल भी ऊठे। लेकिन इससे विचलित हुए बगैर पन्ना के युवा पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने इस वारदात को बड़ी चुनौती के रूप स्वीकार करते हुए बिना किसी देरी के अज्ञात बदमाशों का सुराग लगाने के लिए आवश्यक प्रयास शुरू किए।
अज्ञात बदमाशों की पतारसी एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन द्वारा एसआईटी गठित करने संबंधी आदेश की कॉपी।
सिमरिया की तर्ज पर एटीएम लूट-चोरी की दो सनसनीखेज़ वारदातों को अज्ञात अपराधियों ने कुछ समय पूर्व पड़ोसी जिला दमोह में भी अंजाम दिया था। दमोह के पटेरा थाना क्षेत्र के ग्राम ग्राम देवदोगरा स्थित एसबीआई के एटीएम से 5 लाख 96 हजार रुपए चोरी हुए थे। थाना गैसाबाद के ग्राम हिनौताकला में दिनांक 17 मई 2020 की रात करीब 9 बजे भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम में विस्फोट कर अज्ञात बदमाश 20 लाख 32 हजार 500 रुपये लेकर फरार हो गए थे। इन घटनाओं के पैटर्न की एकरूपता के मद्देनजर इनमें एक ही गिरोह का हाथ होने संभावना के चलते पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन द्वारा अज्ञात अपराधियों की पतारसी एवं गिरफ्तारी हेतु उप पुलिस महानिरीक्षक छतरपुर रेंज विवेक राज के नेतृत्व में जोन स्तरीय विशेष एस.आई.टी. का गठन किया गया। जिसमें पन्ना जिले के पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, दमोह जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह, दोनों जिलों के अनुविभागीय पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों समेत कुल 14 सदस्य बनाए गए।

पन्ना पुलिस के सुराग से पकड़े अपराधी

(फाइल फोटो)
एटीएम ब्लास्ट कर रुपए लूटने और चोरी करने वाले अज्ञात शातिर बदमाशों का सुराग लगाने से लेकर उन्हें गिरफ्तार करने और लूटे हुए रुपए आदि सामान बरामद करने के बेहद मुश्किल काम को पन्ना और दमोह जिले की पुलिस ने कड़ी मेहनत-लगन और टीम भावना से करते महज सप्ताह भर में वांछित गिरोह को दबोंचकर अपनी काबलियत को साबित किया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इसमें अज्ञात बदमाशों का सुराग लगाने का सबसे अहम् और कठिन काम पन्ना पुलिस ने किया। यह भूसे के ढेर में सुई खोजने के सामान था। पन्ना पुलिस के द्वारा संदेही बदमाशों के संबंध दिए गए अहम सुराग के आधार पर ही दमोह और पन्ना के पुलिस के अधिकारियों ने अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर शातिर बदमाशों को तत्परता से धर दबोंचा। दमोह पुलिस ने अपराधियों की धरपक़ड़ और उनसे रुपयों की जप्ती तथा अन्य सामग्री को बरामद करने में सराहनीय कार्य किया।

कई माह से तलाश में जुटी थी दमोह पुलिस

उल्लेखनीय है कि पटेरा और गैसाबाद थाना क्षेत्र की घटनाओं के बाद से ही दमोह पुलिस अज्ञात बदमाशों की पतारसी और गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी थी लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिल पा रही थी। इस बीच सिमरिया में एटीएम लूट की बड़ी घटना सामने आने के बाद पन्ना पुलिस कप्तान मयंक अवस्थी और उनकी टीम ने सप्ताह भर तक रात-दिन कड़ी मेहनत करते हुए मुखबिर तंत्र और साइबर सेल की मदद से आखिरकार लुटेरों का सुराग ही लिया। सभी संदेही आरोपी दमोह जिले के निवासी होने पर दमोह पुलिस को उनके सम्बंध में जानकारी दी गई। फलस्वरूप एटीएम ब्लास्ट कर लाखों रुपए लूटने-चोरी करने की सात वारदातों को अंजाम देने वाले मोस्ट वॉन्टेड गिरोह का पर्दाफाश और इसके सरगना समेत गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी संभव हो सकी।

पहले रेकी करते फिर लूटते थे एटीएम

बदमाशों का निशाना बने एटीएम के मलबे को देखते हुए स्थानीय लोग। (फाइल फोटो)
पुलिस महानिरीक्षक सागर अनिल शर्मा ने पकड़े गए बदमाशों के द्वारा वारदात करने के तरीके के संबंध जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी कैश वेन (रुपए वाली गाड़ी) की रेकी कर यह देखते थे कि वह किस एटीएम में कैश डालने जा रही है। जिस एटीएम में कैश डाले जाने की जानकारी मिलती या अनुमान होता उसमें गार्ड के आने के पूर्व कैश-ट्रे के पास जिलेटिन राड व डेटोनेटर लगा देते थे। बाद में मोटर साईकिल की बैटरी से उसमें विस्फोट कर एटीएम मशीन को चालू कर देते थे और उसका कैश (नकदी रुपए) लेकर फरार हो जाते थे। प्रत्येक वारदात के बाद सभी आरोपी आपस में बराबर- बराबर रुपया बांट लेते थे।

अफसर बनने का था सपना लेकिन बन गया लुटेरा

एटीएम में विस्फोट कर रुपए लूटने वाले छह सदस्यीय गिरोह का सरगना देवेन्द्र उर्फ ​​बलीराम पटेल 28 वर्ष निवासी ग्राम खारी थाना दमोह देहात के संबंध में बताया गया है कि वह सिविल इंजीनियर डिग्री धारक है। भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होने के लिए देवेन्द्र पूर्व में यूपीएससी का एग्जाम भी दे चुका है। बड़ा अफसर बनने का सपना पूरा न होने पर यह उच्च शिक्षित युवा भटककर बीते कुछ सालों से अपराध की राह पर चलते हुए लुटेरों का सरदार बन गया। प्रेसवार्ता में बताया गया कि देवेन्द्र उर्फ ​​बलीराम पटेल क्राइम से सम्बंधित टीव्ही सीरियल देखकर अपराध करने के नए-नए तरीके खोजता था। पुलिस ने उसके कब्जे से 3 लाख 50 हजार रूपय के नकली नोट व नकली नोट छापने जप्त की है। जप्तशुदा मसरूका में 3 मोटर साईकिल, लुटे एवं चुराए गए 25,57,000 /- (पच्चीस लाख संतावन हजार असली नोट) रुपए, 2 देशी पिस्टल, 8 राउन्ड जिन्दा कारतूस, 2 नग मोबाईल, 5 डेटोनेटर, 7 जिलेटिन राड, 3 लाख 50 हजार रुपए (नकली नोट) रुपए, एक लेपटाप एवं एक कलर प्रिंटर शामिल है।

इनकी रही सरहानीय भूमिका

30-30 हजार के ईनामी बदमाश गिरोह की धरपकड़ में सराहनीय भूमिका निभाने वाले पन्ना एवं दमोह जिले के पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों में प्रमुख रूप से शिव कुमार सिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दमोह, रक्षपाल सिंह यादव एसडीओपी पवई जिला पन्ना, अभिषेक गौतम उप पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी सिमरिया, निरीक्षक अरविंद कुजुर थाना प्रभारी अजयगढ़ जिला पन्ना, निरीक्षक संधीर चौधरी, निरीक्षक राजेश बंजारे, उप निरीक्षक सत्येन्द्र राजपूत, अभिषेक चौबे थाना प्रभारी पटेरा, संदीप दीक्षित थाना प्रभारी गैसाबाद, अभिषेक गौतम, ऋषभ सिंह ठाकुर, सविता रजक, विकास चौहान, मनोज यादव थाना प्रभारी मगरोन जिला दमोह, सिद्धार्थ शर्मा थाना प्रभारी बृजपुर जिला पन्ना, उप निरीक्षक अभिषेक पांडे सिविल लाइन चौकी प्रभारी जिला पन्ना, उपनिरीक्षक सुधीर बेगी थाना प्रभारी धरमपुर जिला पन्ना, आरक्षक राकेश अठ्या, सौरभ टंडन, अजित दुबे, राजेश गौर, मनीष गंधर्व, आईमात, सर्वेन्द्र सिंह व साईबर सेल पन्ना से नीरज रैकवार, धर्मेन्द्र, आशीष व सैनिक राकेश दुबे शामिल हैं।