MP में अराजकता चरम पर | भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रहा पुलिस प्रशासन : अरुण यादव

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पन्ना जिले के हरदुआ ग्राम में हुए गोलीकांड में मृत किसान की पत्नी और पुत्र पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव को अपनी आपबीती सुनाई।

*    हरदुआ फायरिंग कांड में मृत किसान के परिजनों एवं घायलों से मिले पूर्व केन्द्रीय मंत्री

*     सांसद वीडी शर्मा और मंत्री बृजेन्द्र प्रताप पर आरोपियों को बचाने का लगाया आरोप

*     प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा- “भाजपा सरकार के पाप का घड़ा जनता जल्द ही फोड़ेगी”

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) भारतीय जनता पार्टी के नेतागण हरदुआ फायरिंग कांड के आरोपियों को बचा रहे हैं। पुलिस ने मामले में लीपापोती करते हुए सिर्फ एक व्यक्ति को आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया। जबकि इस जघन्य वारदात में शामिल अन्य आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। इतनी बड़ी घटना में मारे गए किसान के परिजन और गोलीबारी में घायल हुए लोगों के बार-बार गुहार लगाने के बाद भी पन्ना पुलिस उनकी सुनवाई तक नहीं कर रही है। दिनदहाड़े अंधाधुंध गोलियां बरसाने वाले आरोपी भाजपा मंडल अध्यक्ष पन्ना के रिश्तेदार हैं। इसलिए प्रदेश की सरकार, खजुराहो सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के दबाव में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा रही है।
यह गंभीर आरोप पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने लगाए हैं। वे शुक्रवार को अल्प प्रवास पर पन्ना के पटी और हरदुआ ग्राम पहुंचे। जहां उन्होंने हरदुआ फायरिंग कांड के पीड़ितों से मुलाकत की। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की गई और घायलों का हालचाल जाना। इस दौरान फायरिंग कांड में मारे गए किसान के पुत्र बृजेन्द्र यादव और घटना के चश्मदीद घायल बच्चों तथा वयस्कों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री को सम्पूर्ण घटनाक्रम की सिलसिलेवार जानकारी देते हुए आपबीती सुनाई।

खेत में भैंस घुसने पर हुआ था विवाद 

बता दें कि, पन्ना जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम हरदुआ में सप्ताह भर पूर्व 31 मार्च 2023 को खेत में भैंस घुसने की मामूली सी बात पर हुए विवाद में राहुल उर्फ़ रानू वाजपेयी, सुरेन्द्र शंकर उर्फ़ सोनू वाजपेयी एवं अन्य लोगों ने बंदूकों से दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थी। इस घटना में गोली लगने से कृषक पूरन यादव निवासी पटी ग्राम की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि पूरन के पुत्र समेत 7 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों में अधिकांश के शरीर पर गोलियों से निकले छर्रे अभी भी धंसे हैं। समूचे पन्ना जिले को दहला देने वाले फायरिंग कांड के आरोपियों का पुलिस के द्वारा बचाव करने को लेकर कांग्रेस के क़द्दावर नेता अरुण यादव ने गहरी नाराज़गी वयक्त करते हुए सूबे की भाजपा सरकार और उसके नेताओं पर जोरदार हमला बोला।

आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है

पन्ना जिले के हरदुआ ग्राम में फायरिंग कांड में घायल बच्चों एवं वयस्कों से उनका हालचाल और घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त करते वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव ने पन्ना में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि, मध्यप्रदेश में पिछले 17-18 साल से भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अन्याय-अत्याचार का बोलबाला है। प्रदेश में हर तरफ भारी अराजकता का माहौल है। इन परिस्थितियों में आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है। पूरा मध्यप्रदेश ही असुरक्षित है। सूबे की भाजपा सरकार के पाप का घड़ा पूरी तरह भर चुका है, प्रदेश की जनता इसे जल्द ही फोड़ देगी। हरदुआ फायरिंग कांड के पीड़ितों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर व्याप्त जबरदस्त असंतोष एवं आरोपियों को बचाने जैसे बेहद गंभीर आरोपों के मद्देनज़र आपने पूरी घटना की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की है।

अन्याय-अत्याचार के खिलाफ खड़े होते हैं कांग्रेसी

पन्ना के सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने बताया कि वह जल्द ही इस मामले को लेकर प्रदेश के पुलिस प्रमुख डीजीपी से मिलेंगे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी वास्तविक स्थिति से अवगत कराएंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रदेश या देश जहां कहीं भी अन्याय-अत्याचार होता कांग्रेस पार्टी के लोग हमेशा उसके खिलाफ मजबूती के साथ खड़े होते हैं। बिना किसी भेदभाव के पीड़ितों को न्याय दिलाना हम सबका कर्तव्य है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने पन्ना हालात पर गहरी चिंता और दुख प्रकट करते हुए कहा कि इस जिले के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी-कर्मचारी भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। सत्ताधारी दल के प्रति इनकी निष्ठा पहले ही सप्रमाण उजागर हो चुकी है। पन्ना के हालात इस कारण बड़ी ही तेजी से बद से बद्तर हो रहे हैं। आपने पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के द्वारा थोकबंद शस्त्र लाइसेंस बनाए जाने पर सवाल उठाते हुए पूंछा क्या यह इलाका आतंकी से समस्या प्रभावित है ! क्या इसलिए यहां हर किसी को बंदूक का लायसेंस दिया जा रहा है?
हरदुआ फायरिंग कांड के संबंध में निष्पक्ष कार्रवाई को लेकर कोतवाली थाना पन्ना में पुलिस अधीक्षक से चर्चा करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव।
प्रेस वार्ता के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने पन्ना के कोतवाली थाना में पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना से मुलाकत की। इस दौरान उन्होंने हरदुआ फायरिंग कांड पर पुलिस अधीक्षक पन्ना से पूर्णतः निष्पक्ष होकर कार्रवाई करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की। गोलीकांड के पीड़ितों का ज्ञापन एसपी को सौंपने के बाद श्री यादव भोपाल के लिए रवाना हो गए।

पीड़ितों के साथ पुलिस का बर्ताव घृणित और अमानवीय : नायक

पन्ना के सर्किट हाउस में पत्रकारों से मुखातिब होते कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री मुकेश नायक।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुकेश नायक भी पटी और हरदुआ ग्राम पहुंचकर फायरिंग कांड के पीड़ितों से मिले। वापस पन्ना लौटकर श्री नायक ने पत्रकारों को बताया कि यह पहला ऐसा मामला है जिसमें पीड़ित पक्ष की आपबीती को एफआईआर में दर्ज ही नहीं किया गया। आरोपियों के द्वारा दो बंदूकों से गोलियां चलाई गईं जिसके छर्रे 7 घायल व्यक्तियों के शरीर में आज भी मौजूद हैं। पुलिस प्रशासन जिस तरह का बर्ताव पीड़ित परिवार के साथ कर रहा है वह पक्षपात और अमानवीयता का ऐसा घृणित उदाहरण है जोकि पन्ना जिले में बहुत कम देखने को मिला। जिस परिवार के सदस्य की गोलीबारी में मौत हो गई और जो लोग गंभीर रूप से घायल हैं, उनसे पन्ना के पुलिस अधीक्षक ने अच्छी भाषा में बात नहीं की। उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया। इस प्रकरण में कनून की नियम-प्रक्रिया के तहत क्रिमिनल प्रोसीजर को फॉलो नहीं किया गया।

इतनी अराजकता तो अंग्रेजों के जमाने में भी नहीं थी

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री मुकेश नायक।
पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने बताया कि मृत किसान पूरन सिंह यादव की पार्थिव देह को अग्नि देने के बाद अस्थियों के संचय के दौरान परिजनों को एक बुलेट मिली है। जिसे हम लोग अभी देखकर आ रहे हैं। किसान के अंतिम संस्कार वाले दिन ही शोक संतृप्त परिजनों को थाना बुलाया गया था। पुलिस को थोड़ी तो मानवीय संवेदना रखनी चाहिए, कम से कम उनके पिता की चिता की आग ठंडी हो जाने देते। पीड़ित परिजनों को बुलाने के लिए जिस तरह से फरमान जारी किया उसका तरीका बेहद अनुचित और लहज़ा ऐसा था जिससे पीड़ितों को लगा कि पुलिस उन्हें ही हिरासत में ले सकती है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता नायक ने आरोप लगाया, पीड़ितों के साथ यह बर्ताव भाजपा नेताओं के राजनैतिक दबाव में किया जा रहा है। मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के पन्ना से निर्वाचित होने के बाद से यहां पक्षपात और अराजकता बढ़ी है। इतनी अराजकता तो अंग्रेजों के जमाने में भी नहीं थी।