बीस साल की कड़ी मेहनत के बाद चमकी क़िस्मत, पन्ना में मिला एक करोड़ का बेशकीमती हीरा

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पन्ना जिले में कृष्णा-कल्याणपुर (पटी) की उथली हीरा खदान में मिला 26.11 कैरेट का उज्जवल किस्म का बेशकीमती हीरा।

*   उथली खदान से निकला अब तक का चौथा सबसे बड़ा हीरा

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) बेशक़ीमती रत्न हीरों के लिए विश्विख्यात पन्ना की धरती ने कई साल बाद एक नायाब हीरा उगला है। यहां की उथली खदान में 26.11 कैरेट वजन का जैम क्वॉलिटी का बहुमूल्य हीरा मिला है। एक करोड़ रुपए से भी अधिक की कीमत वाले इस हीरे ने पन्ना के किशोरगंज निवासी सुशील कुमार शुक्ला की किस्मत चमका दी है। निम्न मध्यवर्गीय परिवार से आने वाले सुशील पिछले बीस साल से हीरे की खोज में जुटे थे, उनकी तमन्ना लंबे इंतज़ार और अथक परिश्रम के बाद अब जाकर पूरी हुई है। नायाब हीरे को पन्ना स्थित जिला हीरा कार्यालय में जमा कराया गया है। जिसे आगामी 24 फरवरी को आयोजित हीरों की नीलामी में बिक्री हेतु रखा जाएगा। पन्ना की उथली खदानों में मिलने वाले हीरों में यह अब तक का आकार में चौथा सबसे बड़ा हीरा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार पन्ना निवासी सुशील पिछले बीस साल से लगातार हीरा खदान की खुदाई कर रहे हैं। उन्होंने जनवरी महीने अपने पांच दोस्तों के साथ मिलकर जिला मुख्यालय के नजदीक कृष्णा-कल्याणपुर (पटी) में खदान लगाई थी। जिसमें गत दिवस उन्हें 26.11 कैरेट का उज्जवल किस्म का बेशकीमती हीरा मिला है। हीरे की अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये से भी अधिक होने की चर्चाएं हैं। बीस साल की कड़ी मेहनत का फल नायाब हीरे के रूप में मिलने से सुशील और उसके साथियों की ख़ुशी देखते ही बनती है। सोमवार 21 फरवरी को सभी साथियों ने पन्ना के संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन स्थित जिला हीरा कार्यालय पहुंचकर हीरा जमा करा दिया।
हीरा कार्यालय के बाहर सुशील ने पत्रकारों को बताया कि, वह पिछले 20 साल से हीरे की खोज के लिए खदान की खुदाई कर रहे हैं। अलग-अलग स्थानों पर कई खदानें खोदी क्योंकि शुरू से ही मन में यह विश्वास था कि रत्नगर्भा धरती पर उनकी तमन्ना भी एक ना एक दिन जरूर पूरी होगी। वे बताते हैं, हीरा मिलने का इंतजार बेशक बहुत लंबा रहा, इस दौरान कई बार हताशा-निराशा ने भी घेरा, आर्थिक समस्याएं भी आईं लेकिन मैंने हार नहीं मानी और पूरी लगन लगातार परिश्रम करता रहा। जिसका फल मुझे उम्मीद से कहीं ज्यादा मिला है। सुशील का कहना है कि, हीरे की नीलामी पश्चात उसके हिस्से में जो राशि आएगी उससे वह अपना बिजनेस शुरू करेगा ताकि आगे का जीवन बेहतर हो सके।
हीरा धारक सुशील कुमार शुक्ला के द्वारा अपने हीरे को जिला हीरा कार्यालय में जमा करने के बाद रशीद प्रदान करते हुए पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र एवं एसपी धर्मराज मीना।
जिला हीरा एवं खनिज अधिकारी रवि कुमार पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पन्ना की उथली हीरा खदानों में मिलने वाले हीरों में यह साईज के लिहाज से अब तक चौथा सबसे बड़ा हीरा है। इसके पूर्व वर्ष 1961 में पन्ना के धाम मोहल्ला निवासी रसूल मोहम्मद को अब तक का सबसे बड़ा हीरा 44.33 कैरेट का मिला था। हीरा अधिकारी श्री पटेल ने बताया कि आगामी 24 फरवरी को जिला मुख्यालय में होने वाली हीरों की नीलामी में इस हीरे को रखा जाएगा। हीरे के नीलाम होने पर रॉयल्टी एवं टीडीएस आदि की राशि काटकर शेष रकम हीराधारक के खाते में ट्रांसफर की जायेगी।