* पन्ना जिले की दूरस्थ पुलिस चौकी नरदहा में पकड़ा गया घूसखोर
* शिकायत पर कार्रवाई करने की धमकी देकर मांग रहा था 50 हजार रुपए
पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में पुलिस विभाग के एक भ्रष्ट प्रधान आरक्षक को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में लोकायुक्त पुलिस संगठन सागर की टीम ने गिरफ्तार किया है। प्रधान आरक्षक गोमती तिवारी ने शिकायतकर्ता धर्मेँद्र उर्फ़ बाबू लोध के भाई के खिलाफ एक मामले में कार्रवाई न करने के एवज में 50 हजार रूपए की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस सागर ने प्रधान आरक्षक गोमती तिवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। ट्रैप कार्यवाही को मंगलवार 10 सितम्बर को योजनाबद्ध तरीके से पन्ना जिले के थाना धरमपुर अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकी नरदहा में अंजाम दिया गया। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से लगे इस सीमावर्ती दूरस्थ इलाके में लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई होने की खबर आते ही विकासखण्ड अजयगढ़ और जिला मुख्यालय पन्ना में हड़कम्प मच गया। दरअसल, 3 माह के अंतराल जिले में लोकायुक्त पुलिस संगठन की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है।
शिकायतकर्ता धर्मेँद्र उर्फ़ बाबू लोध 30 वर्ष निवासी नरदहा ने बताया कि नरदहा चौकी प्रभारी तपन व्यापारी और प्रधान आरक्षक गोमती तिवारी को कथित तौर पर उसके भाई के खिलाफ 2-3 माह पूर्व एक शिकायत मिली थी। जिसमें कार्यवाही को लेकर भाई को गिरफ्तार करने और वाहन जब्त करने की धमकी देते हुए 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की गई। अनुचित मांग से परेशान होकर धर्मेँद्र उर्फ़ बाबू लोध ने इसकी लिखित शिकायत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर से की। शिकायत की तस्दीक करने के लिए रुपयों की मांग की बातचीत का ऑडियो रिकार्ड कराया गया। जिसके बाद मंगलवार को दोपहर के समय लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी राजेश खेड़े के नेतृत्व वाली टीम ने सुनियोजित तरीके कार्रवाई करते हुए प्रधान आरक्षक गोमती तिवारी को नरदहा चौकी में रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ लिया।
पूर्व चर्चानुसार धर्मेँद्र उर्फ़ बाबू लोध ने आज जैसे ही प्रधान आरक्षक गोमती तिवारी को बतौर रिश्वत 30 हजार रुपए दिए तभी लोकायुक्त पुलिस टीम ने दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में प्रधान आरक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों में पन्ना जिले के पुलिस महकमे में लोकायुक्त की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इसके लगभग तीन पूर्व लोकायुक्त पुलिस ने पन्ना कोतवाली थाना अंतर्गत ट्रैप कार्रवाई करते हुए ककरहटी चौकी के तत्कालीन प्रभारी उप निरीक्षक उदयभान शर्मा को रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।
इनका कहना है –
“एक शिकायत को रफादफा करने के एवज में 30 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में सिर्फ प्रधान आरक्षक गोमती तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत की राशि को लेकर हुई बातचीत में नरदहा चौकी प्रभारी तपन व्यापारी का भी नाम आया है, इस प्रकरण की बारीकी से जांच की जाएगी यदि जांच में चौकी प्रभारी की संलिप्तता के साक्ष्य मिलते है तो उनके विरुद्ध भी नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।”
– रामेश्वर यादव, पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर।