नर्स पर हमबिस्तर होने का दबाब बनाया, इंकार किया तो नौकरी से निकाला, मदर टेरेसा हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज

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पन्ना के बाहरी इलाके मोहनपुरवा में एनएच-39 (छतरपुर मार्ग) किनारे स्थित मदर टेरेसा हॉस्पिटल का प्रवेश द्वार।

* पीड़िता का आरोप- चेम्बर में बुलाकर करता था अश्लील हरकतें

* कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न से जुड़े मामले की पन्ना पुलिस ने शुरू की जाँच

पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय में स्थित मिशनरी संस्था के हॉस्पिटल की एक स्टॉफ नर्स ने हॉस्पिटल के संचालक पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। नर्स के अनुसार हॉस्पिटल संचालक उसे अक्सर किसी बहाने से अपने चेम्बर में बुलाकर अश्लील बातें व हरकतें करता था। कुछ दिन पूर्व नाईट ड्यूटी के दौरान उसने हमबिस्तर होने के लिए दबाब बनाया। युवती ने गलत काम का विरोध किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया। पीड़िता ने घटना की रिपोर्ट कोतवाली थाना पन्ना में दी है, जिस पर पुलिस मदर टेरेसा हॉस्पिटल संचालक फादर टोजी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 (क) के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
पन्ना में स्थित मदर टेरेसा हॉस्पिटल की बिल्डिंग।
वर्तमान में हमारा देश कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है। इस भीषण संकट के मद्देनजर प्रधानमंत्री नागरिकों से कोरोना से लड़ने वाले योद्धाओं- डॉक्टर, नर्सेस, सफाईकर्मी, पुलिस एवं अन्य सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों का आदर-सम्मान कर उनका मनोबल बढ़ाने का आव्हान कर रहे हैं। साथ ही व्यवसायियों एवं निजी संस्थाओं से आपदा की इस घड़ी में अपने कर्मचारियों को नौकरी से न निकालने की अपील भी प्रधानमंत्री जी द्वारा निरंतर की जा रही है। लेकिन इसके उलट पन्ना में मदर टेरेसा हॉस्पिटल के संचालक ने कथित तौर स्टॉफ नर्स के साथ न सिर्फ शर्मनाक अश्लील हरकत की गई बल्कि विरोध करने पर उसे नौकरी से भी निकाल दिया। मदर टेरेसा हॉस्पिटल पन्ना जिले का एकमात्र निजी हॉस्पिटल है, जिसके विनम्र और मृदुभाषी स्वभाव के युवा संचालक फादर टोजी पर यौन उत्पीड़न के बेहद संगीन आरोप लगने से लोग हैरान हैं।

कुछ दिनों से कर रहा था परेशान

सांकेतिक फोटो।
मदर टेरेसा हॉस्पिटल की पूर्व स्टॉफ नर्स मानसी सिंह 24 वर्ष (परिवर्तित नाम) ने सोमवार 13 अप्रैल को कोतवाली थाना पन्ना में एक लिखित शिकायती आवेदन पत्र दिया है। जिसमें उल्लेख है कि कुछ दिन पूर्व उसे पता चला कि मदर टेरेसा हॉस्पिटल पन्ना के संचालक फादर टोजी मुझे गंदी नजर से देखते हैं। मानसी (परिवर्तित नाम) का आरोप है कि ड्यूटी के दौरान अक़्सर किसी न किसी बहाने से चेम्बर में बुलाकर फादर उसके साथ अश्लील बातें और गंदी हरकतें करता था। मना करने पर उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती थी। दिनांक 01 अप्रैल को उसकी नाईट शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई।
पन्ना में मीडीकर्मियों से चर्चा में अपना पक्ष रखते हुए मदर टेरेसा हॉस्पिटल के संचालक फादर टोजी।
इस दौरान कथित तौर पर स्टॉफ की मदद से फादर द्वारा मानसी से हमबिस्तर होने के लिए कहा गया। अपनी गरिमा और आत्म सम्मान की रक्षा के लिए युवती ने जब इसका विरोध करते हुए नाराजगी व्यक्त की तो उसी दिन रात्रि में ही उसे स्टॉफ नर्स की नौकरी से निकाल दिया। मानसी(परिवर्तित नाम) ने गाँव में रह रहे अपने माता-पिता को इस घटनाक्रम की जानकारी दी और फिर अगले दिन 02 अप्रैल को को अपना सामान लेकर पन्ना से वापस गाँव चली गई। करीब दस दिन बाद मानसी ने सोमवार को अपने माता-पिता के साथ पन्ना पहुंचकर जब कोतवाली थाना लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई तब जाकर लोगों को कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न से जुड़े इस शर्मनाक मामले का पता चला। फिलहाल पुलिस ने आरोपी फादर टोजी को गिरफ्तार नहीं किया है।

घिनौने कृत्यों से पहले भी किया शर्मसार

मदर टेरेसा हॉस्पिटल के संचालक द्वारा कथित तौर पर स्टॉफ नर्स के ऊपर दबाब बनाकर नौकरी के बदले उसका यौन उत्पीड़न करने एवं आबरू लेने की कोशिश किए जाने का मामला सामने आने से पन्ना में मिशनरी संस्था के विद्यालय और हॉस्टल में पूर्व में हुई घिनौनी घटनाओं की यादें लोगों के जेहन में में ताजा हो गईं हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ वर्ष लिस्यू आनंद विद्यालय पन्ना से सम्बद्ध जेसुपाल आश्रम (हॉस्टल) में रहने वाले एक बच्चे के साथ मेल वार्डन के द्वारा हैवानियत की गई थी। सभ्य समाज व शिक्षा जगत को शर्मसार करने एवं हॉस्टल में रहने वाले बच्चों के अभिभावकों के भरोसे को गहरा आघात पहुंचाने वाली इस घटना के बाद अधिकारियों ने हॉस्टल का निरीक्षण किया था। जिसमें अव्यवस्थाओं-असुरक्षा के बीच बच्चों के हॉस्टल में रहने की बात सामने आई थी। करीब डेढ़ दशक पूर्व लिस्यू आनंद विद्यालय पन्ना का एक कर्मचारी विद्यालय के अंदर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था। उक्त कर्मचारी की मौत को लेकर शहर में लोगों के बीच शुरू से ही कई तरह की चर्चाएं रहीं हैं लेकिन आधिकारिक तौर पर आज तक इस बहुचर्चित मामले का सच पुलिस के द्वारा उजागर नहीं किया गया।

इनका कहना है –

“मैं कभी भी किसी महिला कर्मचारी को अपने कक्ष में अकेले नहीं बुलाता, कोई न कोई वरिष्ठ कर्मचारी हमेशा साथ में आता है। मेरे स्टॉफ में अधिकाँश महिलाएं हैं आप उनसे मेरे आचरण-चरित्र के सम्बंध में पूँछ सकते है। मानसी (परिवर्तित नाम) कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी में लगातार लापरवाही कर रही थी, जिस पर आपत्ती करने पर उसके द्वारा आत्महत्या करने की धमकी दी गई। पुलिस को इसकी जानकारी दी गई थी। मानसी के इस रवैये को देखते हुए उसे नौकरी से निकालने का फैसला लेना पड़ा। जिससे नाराज होकर उसने मुझे और संस्था को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाए गए हैं।”

फादर टोजी, संचालक, मदर टेरेसा हॉस्पिटल पन्ना।

“युवती ने लिखित शिकायती आवदेन पत्र प्रस्तुत किया था जिसके आधार पर मदर टेरेसा हॉस्पिटल पन्ना के संचालक फादर टोजी के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की जाँच महिला पुलिस अधिकारी के द्वारा की जा रही है। फादर टोजी को शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा।”

हरी सिंह ठाकुर, निरीक्षक, कोतवाली थाना पन्ना।