सड़क हादसा : तेज़ रफ़्तार बस अनियंत्रित होकर पलटी, 2 छात्रों की दर्दनाक मौत, 24 गंभीर घायल, खिड़कियों के काँच तोड़कर घायलों को बाहर निकाला

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दुर्घटनाग्रस्त अम्बे बस को पलटाकर सीधा करते क्षेत्र के लोग।

* पहाड़ीखेरा-पन्ना मार्ग पर नवोदय विद्यालय के मोड़ पर हुआ हादसा

* घायलों में अधिकाँश गजना-धरमपुर गाँव के स्कूली छात्र-छात्राएं

* प्रतिदिन की तरह बस में सवार होकर जा रहे थे बृजपुर हायर सेकेण्ड्री स्कूल

* हाई टेंशन विधुत लाइन की चपेट में आने से बाल-बाल बची दुर्घटनाग्रस्त बस

* हादसे के समय चालक की जगह परिचालक दौड़ा रहा था बस, क्षेत्र में है चर्चा ?

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में बृजपुर थाना अंतर्गत सोमवार 10 फरवरी को हुए भीषण सड़क हादसे में एक तेज रफ़्तार यात्री बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई। इस हादसे में बस में सवार रहे दो स्कूली छात्रों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 24 यात्रियों को चोटें आईं है। घायलों में अधिकाँश स्कूली छात्र-छात्राएं हैं, जोकि गजना-धरमपुर गाँव के रहने वाले हैं। स्कूली बच्चे प्रतिदिन की तरह अम्बे बस में सवार होकर पढ़ने के लिए बृजपुर हायर सेकेण्ड्री स्कूल आ रहे थे। राहगीरों द्वारा दुर्घटनाग्रस्त बस की खिड़कियों के काँच तोड़कर घायलों व सभी यात्रियों को बाहर निकाला गया।
आनन-फानन में निजी वाहनों एवं बृजपुर थाना पुलिस के वाहनों से सभी घायलों को समुचित उपचार हेतु पन्ना जिला चिकित्सालय लाया गया। उधर इस दुखद हादसे की खबर फैलते ही बृजपुर-पहाड़ीखेरा क्षेत्र में कोहराम मच गया। जिनके बच्चे बस की यात्रा कर पढ़ने के लिए बृजपुर हायर सेकेण्ड्री स्कूल जाते हैं, उन सभी अभिभावकों की साँसे अटकीं रहीं। काफी देर बाद जब मृतकों एवं घायलों के नाम आधिकारिक तौर सामने आए तब कहीं जाकर स्थिति स्पष्ट हो सकी। हादसे में असमय काल कवलित होने वालों में लक्ष्मन यादव पिता कृपाल सिंह यादव 17 वर्ष एवं प्रेम सागर पाण्डेय उर्फ़ रामभरोसी पुत्र रामलखन पाण्डेय 16 वर्ष दोनों निवासी ग्राम धरमपुर शामिल हैं। दोनों मृत नाबालिग कक्षा 10 वीं के छात्र थे।
घायलों से मिली जानकारी के अनुसार सड़क हादसा पहाड़ीखेरा-पन्ना मार्ग पर जवाहर नवोदय विद्यालय रमखिरिया के मोड़ पर सोमवार सुबह करीब 10 बजे हुआ। हादसे के समय अम्बे बस को उसका चालक अत्यंत ही तेज गति से लापरवाही पूर्वक चला रहा था। यात्री बस जैसे ही नवोदय विद्यालय के मोड़ पर पहुँची तभी अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे मील के पत्थर को तोड़ते हुए पलट गई। हादसे के समय बस ओवर लोड थी। अनियंत्रित बस जैसे ही क्लीनर की तरफ पलटी तो उसके दोनों गेट नीचे दब गए। परिणामस्वरूप बस के अंदर घायलों की चींख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई। हादसे के बाद अज्ञात बस चालक समेत पूरा स्टॉफ मौके से फरार हो गया।
आसपास मौजूद लोगों व राहगीरों ने आनन-फानन खिड़कियों के काँच तोड़कर घायलों तथा यात्रियों को बाहर निकाला। बिना किसी देरी के सभी घायलों को निजी वाहनों एवं बृजपुर थाना पुलिस की गाड़ियों से समुचित उपचार हेतु पन्ना जिला चिकित्सालय लाया गया। जहाँ ड्यूटी डॉक्टर ने छात्र लक्ष्मन यादव पिता कृपाल सिंह यादव 17 वर्ष एवं प्रेम सागर पाण्डेय उर्फ़ रामभरोसी पुत्र रामलखन पाण्डेय 16 वर्ष दोनों निवासी ग्राम धरमपुर का चिकित्सीय परीक्षण करने के उपरांत दोनों को मृत घोषित कर दिया। इस हादसे में 24 यात्री घायल हुए हैं, जिनका इलाज पन्ना में चल रहा है। उल्लेखनीय है कि, पन्ना में टीएल की बैठक के दौरान बस हादसे की खबर मिलने पर संवेदनशील कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के द्वारा तत्काल एसडीम एवं नायब तहसीलदार को जिला चिकित्सालय के लिए भेजा गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला चिकित्सालय पहुँचकर डॉक्टरों से घायलों के इलाज की जानकारी ली और उनका हालचाल जाना।

.. तो शायद कोई जिन्दा न बचता

जिला मुख्यालय पन्ना से करीब 25 किलोमीटर दूर पहाड़ीखेरा मार्ग पर जिस स्थान पर यह भीषण हादसा हुआ वहाँ यात्री बस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अनियंत्रित बस यदि सड़क किनारे लगे मील के पत्थर से टकराकर न पलटती तो हाईटेंशन लाइन के सम्पर्क में आ जाती। अगर ऐसा होता तो शायद बस के अंदर कोई भी जीवित न बचता। लोगों का कहना है कि, घटनास्थल का दृश्य-परिस्थियाँ देखकर, इस बारे में सोचकर उनके शरीर में सिहरन पैदा होने लगती है और कलेजा काँप उठता है। अभी जो कुछ हुआ निश्चित ही वह अत्यंत ही दुखद है। अनियंत्रित बस अगर हैवी विधुत लाइन से टकराती तब शायद कोई भी जीवित न बचता। प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि, मड़ला घाटी जैसा भयानक हादसा होने से बाल-बाल बच गया। बताते चलें कि करीब 4 वर्ष पूर्व पन्ना जिले की मड़ला घाटी में पुलिया के नीचे गिरी बस में आग लगने से दो दर्जन यात्री जिंदा जल गए थे।