* पहले दिन बृजपुर क्षेत्र की 79 खदानों का हुआ सत्यापन एवं सीमांकन
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) दुनिया भर में बहुमूल्य रत्न हीरों के खनन के लिए विख्यात पन्ना में सफ़ेद हीरों का काला कारोबार पिछले कई दशकों से बड़े पैमाने पर चल रहा है। यहां की उथली हीरा खदानों से निकलने वाले 95 फीसदी हीरों की तस्करी होती है। इन हीरों को पन्ना के हीरा कार्यालय में जमा न कर चोरी छिपे ब्लैक मार्केट में अर्थात गैर कानूनी तरीके से स्थानीय व्यापारियों या फिर मुंबई के बड़े हीरा कारोबारियों को बेंचा जाता है। परिणामस्वरूप पन्ना जिला मुख्यालय में स्थित देश के एकमात्र हीरा कार्यालय में वर्ष भर में इतने हीरे भी जमा नहीं पा होते कि जिनकी नीलामी से इस कार्यालय का स्थापना व्यय निकल सके। इसके अलावा हीरों के खनन में भी कई तरह की गड़बड़ी यहां चल रही है, कई लोग हीरा कार्यालय से उथली खदान का पट्टा लेने के बाद निर्धारित स्थल पर खुदाई नहीं करते बल्कि वन भूमि या फिर किसी की निजी भूमि में हीरों की खदान खोदते है। यदि वहां हीरा मिला तो उसे सरकारी पट्टे के आधार पर हीरा कार्यालय में नीलामी हेतु जमा करा देते हैं।



इस कार्य के लिए पन्ना तहसील अन्तर्गत तीन दल गठित किए गए हैं। प्रथम दल की प्रभारी डाॅ. अवंतिका तिवारी नायब तहसीलदार को बनाया गया है। द्वितीय दल की प्रभारी श्रीमती ममता मिश्रा नायब तहसीलदार तथा तृतीय दल में जे.पी. रावत प्रभारी बनाए गए हैं। प्रत्येक दल में पटवारी, राजस्व निरीक्षक, हीरा कार्यालय के कर्मचारियों को रखा गया है। गठित किए गए दलों द्वारा हीरा खदानों के सत्यापन एवं सीमांकन का कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रथम दिवस बृजपुर वृत्त के पटवारी हल्का रमखिरिया में आवंटित 79 खदानों के सत्यापन एवं सीमांकन की कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। इस कार्यवाही में नजूल तहसीलदार डाॅ. अवंतिका तिवारी, श्रीमती ममता मिश्रा के साथ दल के राजस्व निरीक्षक, पटवारी, हीरा विभाग के कर्मचारियों द्वारा कार्यवाही की जा रही है। सत्यापन एवं सीमांकन के दौरान अवैध पाई जाने वाली खदानों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

