
मजदूरों को अपने अधिकार प्राप्त करने के लिए संगठित होने की जरुरत- समीना युसूफ


कार्यक्रम में शामिल सामाजिक क्षेत्र में काम कर रहे मुकेश गौंड़ ने बताया कि वर्तमान में मनरेगा की मजदूरी 204 रुपया हो गई है, आपको अपने गाँव के विकास के लिए मनरेगा में काम करना होगा ताकि पलायन न हो और अपने गाँव का विकास हो सके। समाजसेवी जयराम यादव ने लोगों से कहा कि अशिक्षा अभिशाप के समान है। मजदूरों या जनसामान्य को उनके हक़-अधिकार तभी आसानी से मिल सकते हैं जब वे शिक्षित और जागरूक होंगे। इसलिए हमें अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए।