
पीड़ित मानवता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं : प्रभाकान्त तिवारी


कार्यक्रम में मुख्य रूप से संकट के दौरान निर्भय होकर मरीजों की देखरेख करने वाले डॉ. प्रदीप गुप्ता, डॉ. अमित चौकसे, डॉ. भास्कर द्विवेदी, डॉ. अभिषेक जैन, डॉ. अंकित शुक्ला, डॉ. इसरार खान, स्टाफ नर्स संध्या गंगेले, एंजिला गुप्ता, सुषमा सिंह, ज्योति रजक, प्रदीप रैकवार, सौरभ राय, रोहन, लैब टेक्नीशियन मनीष शर्मा (मन्नू), स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लोगों के घर घर जाकर जांच भरवा कर बीमार या संक्रमित व्यक्तियों को उपचार सुविधा मुहैया कराने वाले उदल सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, शहर काजी मौलाना मोईजुद्दीन को कोरोना के खतरे के प्रति नागरिकों को जागरूक करने एवं टीकाकरण के लिए करने, जरूरतमंदों में राशन और भोजन पहुंचाने एवं बीमार लोगों की मदद करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर योगेंद्र भदौरिया, पत्रकार संजय सिंह राजपूत, अधिवक्ता शैलेश विश्वकर्मा, अधिवक्ता अंकित शर्मा, गरीब बस्तियों में घर-घर भोजन पहुंचाने वाली राहत की रसोई की संचालिका सामाजिक कार्यकर्ता आस्था दीपक तिवारी, सचिन परमार, मरीजों की देखरेख करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता आनंद मिश्रा, प्रगति पटेरिया, लक्ष्मी नारायण गुप्ता, नगर पालिका से प्रकाश खरे व रवि बाल्मीकि, डॉ. पुनीत खरे, डॉ. प्रमोद श्रीवास्तव, डॉ. आरके वर्मा, डॉ. ओम प्रकाश सिंगरौल, डॉ. प्रदीप खरे को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई,
कार्यक्रम में शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे प्रतिनिधियों ने लोगों से आग्रह करते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण की अपील की और पर्यावरण का महत्व समझाते हुए कहा कि एक वृक्ष 10 पुत्र समान होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण जीवन पर संकट बढ़ता ही जा रहा है, पर्यावरण भी तेजी से प्रदूषित हो रहा है। वातावरण में जहरीली गैसों की अधिकता के कारण स्वच्छ प्राणवायु में सांस लेना दूभर होता जा रहा है। कोरोना की आपदा ने हमें ऑक्सीजन का महत्व समझा दिया है। वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाना अति आवश्यक है और यह वृक्षारोपण से ही यह किया जा सकता है।