* पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र अंतर्गत बाँधीकला दक्षिण बीट की घटना
* टाइगर रिजर्व के अमले ने दबिश देकर शिकारी पिता-पुत्र को रंगे हाथ पकड़ा
* कुत्तों के सहयोग से किया सेही का शिकार, खेत की बारी में लगा रखा था फंदा
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) बाघों से आबाद हो चुके पन्ना जिले के जंगलों से बेजुबान वन्य जीवों के शिकार, उनके माँस एवं अंगों तस्करी की चिंताजनक घटनाएं लगातार सामने आ रहीं है। वन अपराधों की रोकथाम के प्रयासों के बाबजूद शिकार की घटनाएं थमने के बजाए तेजी से बढ़ रहीं है। कारण, जिले में लम्बे समय से सक्रिय शिकारियों ने पन्ना टाइगर रिजर्व समेत सामान्य वन क्षेत्र उत्तर एवं दक्षिण वन मण्डल अंतर्गत चप्पे-चप्पे में अपना जाल बिछा रखा है। इसके अलावा वन क्षेत्रों से सटे खेतों की बारी-बागड़ में शिकार के लिए फंदे लगा रखे हैं। जंगल में वायर बिछाकर उसमें करंट प्रवाहित करके और बारी में लगे फंदों के जरिए शातिर शिकारी बड़ी ही आसानी से बेजुबान वन्य जीवों को अपना शिकार बना रहे हैं।
पन्ना जिले में शिकारियों की बढ़ती सक्रियता का अंदजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, बीते दिनों पन्ना के उत्तर वन मण्डल अंतर्गत करंट प्रवाहित कर मादा तेंदुए का शिकार किया गया था। हाल ही में उत्तर वन मण्डल के ही झलाई कोठी जंगल में सांभर, जंगली सूअर, जंगली खरगोश का शिकार कर उनके माँस की तस्करी किए जाने से जुड़ा सनसनीखेज खुलासा हुआ। जंगल की सुरक्षा व्यवस्था एवं निगरानी तंत्र की पोल खोलतीं बेहद हैरान करने वालीं इन घटनाओं को लोग अभी भूले भी नहीं थे कि इस बीच पन्ना टाइगर रिजर्व अंतर्गत सेही के शिकार का ताजा मामला प्रकाश में आया है।
टाइगर रिजर्व की पन्ना कोर रेन्ज अंतर्गत आने वाले बफ़र क्षेत्र बीट बाँधीकला दक्षिण के ग्राम इटवांकला में शनिवार 16 जनवरी की सुबह सेही के शिकार की घटना को अंजाम दिया गया। जिसकी भनक वन अमले को बारी-बागड़ की सर्चिंग के दौरान लगी। वन अमले ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए शिकार के सिलसिले में आदिवासी पिता-पुत्र को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। ग्राम इटवांकला निवासी आदेश आदिवासी के घर पर वनकर्मियों ने शनिवार को जिस वक्त दबिश दी उस समय आदेश अपने बेटे अनिल आदिवासी के साथ मिलकर सेही को काटने से पूर्व उसके काँटे निकाल रहा था।
पन्ना कोर रेन्ज के प्रभारी वन परिक्षेत्राधिकारी लालबाबू तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आदेश आदिवासीके द्वारा सेही का शिकार अपने खेत में पालतू कुत्तों की मदद से किया गया। पूँछतांछ में उसने सेही का मांस खाने के उद्देश्य से शिकार की घटना को अंजाम देने की बात कही है। मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर आदेश आदिवासी के खेत की बारी की सघन सर्चिंग करने पर वन्य जीवों के शिकार के लिए छिपाकर लगाया गया क्लिच वायर का एक फंदा भी मिला है। प्रभारी वन परिक्षेत्राधिकारी लालबाबू तिवारी ने बताया, शिकार के आरोपी आदेश आदिवासी एवं उसके बेटे अनिल से मृत सेही, सेही के काँटे, हंसिया जब्त कर दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
