पन्ना राज परिवार में छिड़ी जंग : राजमाता की रिपोर्ट पर महारानी गिरफ्तार, कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज की; भेजा गया जेल

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पन्ना के राजमंदिर पैलेस का अगला हिस्सा। (फाइल फोटो)

महारानी का गिरफ्तार होना और फिर जेल जाने की खबर बनीं चर्चा का विषय

दर्ज प्रकरण में महाराज राघवेन्द्र सिंह और नाबालिग बच्चों को भी बनाया आरोपी

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के पूर्व राज परिवार के सदस्यों के बीच जायदाद को लेकर जारी विवाद अब जंग में तब्दील हो चुका है। राजमाता दिलहर कुमारी ने अपने एकलौते पुत्र एवं महाराज पन्ना राघवेन्द्र सिंह, पुत्रवधू महारानी जीतेश्वरी देवी और नाबालिग नाती-नातिनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। राजमाता ने अपनी रिपोर्ट में बीते दिनों राजमंदिर पैलेस पन्ना में हुई एक घटना की जानकारी देते हुए अपनी बहू एवं अन्य पर मारपीट, गालीं-गलौंज, गलत तरीके से उनके आवास में प्रवेश करने तथा कट्टे से धमकाने का आरोप लगाया है। इस मामले में कोतवाली थाना पन्ना पुलिस के द्वारा कथित तौर पर देर रात महारानी जीतेश्वरी देवी को गिरफ़्तार कर गुरुवार 22 जुलाई को सुबह न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्याययिक अभिरक्षा में पन्ना जिला जेल भेजा गया है। यह घटनाक्रम आज सुबह से ही पन्ना समेत समूचे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुलिस टीम की अभिरक्षा में पन्ना न्यायालय से बाहर निकलते हुए महारानी पन्ना जीतेश्वरी देवी।
जिला लोक अभियोजन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्‍य न्‍यायिक दण्‍डाधिकारी पन्‍ना के न्यायालय में महारानी जीतेश्वरी की जमानत का आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था। जिस पर सुनवाई उपरांत मामले की गंभीरता को देखते हुये सीजेएम ने जमानत आवेदन पत्र निरस्‍त कर जीतेश्वरी को न्‍यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।

क्या है पूरा मामला

राजमाता दिलहर कुमारी। (फाइल फोटो)
अभियोजन के अनुसार पन्ना के पूर्व राजवंश की राजमाता दिलहर कुमारी पति स्‍व. श्री मानवेन्‍द्र सिंह जू देव 75 वर्ष ने अपने सुरक्षा गार्ड राकेश तिवारी एवं सुरेन्‍द्र सिंह के साथ थाना आकर एक लिखित आवेदन पत्र प्रस्तुत किया। राजमाता ने अपने पुत्र राघवेन्‍द्र सिंह, पुत्रवधू महारानी जीतेश्‍वरी देवी, नाबालिग नाती-नातिनों एवं अन्य पर आरोप लगाया है कि दिनांक 19 जून 2021 की रात 3 बजे उक्त लोगों ने गलत तरीके से राजमंदिर पैलेस स्थित उनके आवासीय परिसर में शराब के नशे की हालत प्रवेश किया। कथित तौर पर महारानी ने द्वारा हाथ में कट्टा लेकर गालीं-गलौंज करते हुए महल के दरवाजों और पानी की सप्लाई लाइन में तोड़फोड़ की गई। साथ ही चौकीदार के साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में कोतवाली थाना पन्ना पुलिस ने जीतेश्वरी देवी समेत आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 597/21 धारा 147,148, 149, 294, 323, 506, 458, 427 भारतीय दण्ड संहिता एवं 25/27 आर्म्‍स एक्‍ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।

निचले स्तर पर पहुंचा संपत्ति विवाद

महारानी पन्ना जीतेश्वरी देवी को जिला जेल में दाखिल कराने के लिए ले जाते हुए महिला पुलिस।
उल्लेखनीय है कि पन्ना के पूर्व राजपरिवार का विवादों से पुराना नाता है। हीरा खान बादशाह की उपाधि प्राप्त बुन्देल केसरी स्व. महाराजा छत्रसाल के वंशजों के बीच सम्पत्ति को लेकर विवाद कई दशकों से चल रहा है, जोकि अब बेहद ही निचले स्तर पर पहुँच चुका है। राज परिवार के सदस्यों की आपसी कलह और विवाद के कारण उनकी अपनी छवि तो धूमिल हो ही रही है साथ ही पूर्वजों की प्रतिष्ठा को भी क्षति पहुंच रही है। मालूम होकि, आजादी के पूर्व तक पन्ना रियासत की गिनती देश की चुनिंदा रियासतों में होती थी। इसकी बड़ी वजह बुन्देली राजवंश के पास हीरों का अकूत खजाना होना है।

राघवेन्द्र को भी जाना पड़ा था जेल

महाराज पन्ना राघवेन्द्र सिंह एवं महारानी जीतेश्वरी देवी। (फाइल फोटो)
पन्ना राजपरिवार के करीबियों के अनुसार हालिया घटना की जड़ में भी संपत्ति विवाद है। राजपरिवार के सदस्यों के बीच अक्सर होने वाले विवादों की शिकायतें पहले भी पुलिस के पास पहुंचती रहीं है लेकिन उनमें आपराधिक प्रकरण शायद ही कभी दर्ज होते थे। लम्बे अर्से बाद यह पहली घटना है जब राजपरिवार की सबसे वरिष्ठ सदस्य राजमाता ने अपने ही पुत्र, पुत्रवधु एवं नाती-नातिनों के विरुद्ध रिपोर्ट लिखाई, जिस पर पुलिस ने जांच उपरान्त मामला दर्ज किया है। राजपरिवार के सदस्यों के बीच ताजा भड़के विवाद को इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति तक पहुंचाने में पर्दे के पीछे महल के बाहरी लोगों की अहम भूमिका होने की भी चर्चा है। करीब डेढ़ दशक पूर्व तत्कालीन पन्ना महाराज मानवेन्द्र सिंह ने अपने पुत्र राघवेन्द्र सिंह के विरुद्ध धोखाधड़ी से रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस प्रकरण में राघवेन्द्र सिंह कुछ माह तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रहे हैं। अब उनकी माँ की रिपोर्ट पर पत्नी को जेल जाना पड़ा है।
पन्ना के राजमंदिर पैलेस का पिछला हिस्सा। (फाइल फोटो)
बताते चलें कि पन्ना राजपरिवार के सदस्यों के बीच वर्तमान में जारी संपत्ति विवाद के केन्द्र में तीन पक्ष है। जिसमें राजमाता दिलहर कुमारी उनकी पुत्री कृष्णा कुमारी एक साथ हैं जबकि दूसरा पक्ष महाराज राघवेन्द्र सिंह व उनकी पत्नी जीतेश्वरी देवी का है। वहीं राघवेन्द्र की चचेरी बहन कामाख्या कुमारी तीसरे पक्ष का नेतृत्व कर रहीं है जिसमें उनकी अपनी मां महारानी इंदिरा कुमारी शामिल हैं।