फंदे में फंसे तेंदुए का डण्डे और पत्थर मारकर किया था शिकार

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करीब एक वर्ष पूर्व पवई रेंज अंतर्गत हुए तेंदुए के शिकार की घटना का जायजा लेतीं डीएफओ मीना कुमारी मिश्रा। फाइल फोटो

प्रशिक्षित डाॅग की मदद से पकडे़ गये तीन शातिर शिकारी

पन्ना। रडार न्यूज  जिले के दक्षिण वन मण्डल के वन परिक्षेत्र पवई के अंतर्गत कक्ष क्रमांक पी-637 में शिकारपुरा ग्राम के नजदीक मृत मिले मादा तेंदुआ की मौत की गुत्थी सुलझाते हुए इस शिकार के आरोप में तीन ग्रामीणों को गिरफतार किया गया है। वन कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त मोर्चा की अनिश्चिकालीन हड़ताल के दौरान शिकारपुरा के जंगल में तलैया के समीप एक मादा तेंदुआ और चांदा फाॅल के नजदीक एक भालू मृत अवस्था में पाया गया था।

48 घंटे के अंदर पकड़े गये आरोपी-

हड़ताल समाप्त होने के बाद दक्षिण वन मण्डलाधिकारी श्रीमती मीना मिश्रा द्वारा वन्यजीवों के शिकार की घटनाओं में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ हेतु 12 जून रेंजर पवई शिशुपाल अहिरवार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। महज 48 घंटे के अंदर श्री अहिरवार ने इस चर्चित मामले का तत्परता से खुलासा करते हुए शिकार में लिप्त संदेही हीरा लाल उर्फ झक्की पिता चिंदुआ आदिवासी, गोविंदी पिता सियाराम आदिवासी एवं मुन्ना पिता सुकाली आदिवासी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूंछतांछ गई। इस दौरान तीनों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि तलैया के पास शिकार के लिए उनके द्वारा फंदा लगाया गया था जिसमें तेंदुए के फंसने पर डण्डे और पत्थर मारकर उसका शिकार किया गया था। श्री अहिरवार ने रडार न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना एसटीएफ सतना की एसटीफ टीम के डाॅग स्कवॉड से सर्चिंग कराने पर डाॅग संदेहियों के घर तक ले गया था। इस आधार पर जब तीनों को हिरासत में लेकर पूंछतांछ की गई तो उन्होंने शिकार की घटना को अंजाम देने का अपराध स्वीकार कर लिया।

भालू के शिकार का भी शीघ्र होगा खुलासा-

वन परिक्षेत्राधिकारी पवई ने कहा कि भालू के शिकार का भी शीघ्र खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफतार किया जायेगा। तेंदुआ के शिकार के मामले में पकड़े गये तीनों आरोपियों को पवई न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है। इस मामले में फरार चल रहे एक अन्य आरोपी की गिरफतारी हेतु सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

इनकी रही सराहनीय भूमिका-

वन परिक्षेत्राधिकारी पवई शिशुपाल अहिरवार के नेतृत्व में तेंदुए के शिकारियों की धरपकड़ करने वाली टीम में बीके खरे वनपाल, लल्ला प्रसाद चर्मकार डिप्टी रेंजर, प्रदीप खरे, सरोज सिंह, राहुल पटेल, रोहित गुप्ता, राजेन्द्र पटेल, राजेन्द्र खटीक, अदित्य खरे, रवि सिंह, चेतन अहिरवार, शरद नागर, रामबाबू व्यास, पुष्पेन्द्र सिंह, मनीष वर्मा, प्रज्ञा जैन, ममता सिंह की सराहनीय भूमिका रही।

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