* बड़ी मात्रा में सागौन लकड़ी, दो आरा मशीनें और बारहसिंघा का सींग बरामद
* पन्ना में वन विभाग, प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही से सागौन तस्करों में मचा हड़कंप
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय में लंबे समय से सक्रिय सागौन तस्करों और अवैध फर्नीचर निर्माताओं के खिलाफ आज उत्तर वन मण्डल के डीएफओ गौरव शर्मा के नेतृत्व में वन विभाग, जिला प्रशासन एवं पुलिस के द्वारा संयुक्त रूप से बड़ी छापामार कार्यवाही की गई। शहर में सुबह-सुबह अचानक एक साथ 16 स्थानों पर पड़े छापों से सागौन तस्करों में जबर्दस्त हड़कंप मचा है। छापामार कार्यवाही में बड़ी मात्रा में सागौन चिरान, अवैध रूप से संचालित दो आरा मशीनें और बारहसिंघा का सींग बरामद हुआ। पन्ना में सागौन तस्करों और अवैध फर्नीचर निर्माताओं के विरुद्ध महज 6 माह के अंतराल में यह दूसरी बड़ी और प्रभावी कार्यवाही है।
उत्तर वन मण्डल पन्ना के वन मण्डलाधिकारी गौरव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कि विभिन्न माध्यमों से निरंतर शहर के धाम मोहल्ला और आगरा मोहल्ला में अवैध सागौन लकड़ी के कारोबार की शिकायतें प्राप्त हो रहीं थी कि, अवैध लकड़ी लाकर उक्त इलाकों में तस्करों के द्वारा फर्नीचर आदि तैयार कर बेंचे जा रहे है। इसी आधार पर शनिवार 18 सितम्बर को तड़के शहर के धाम मोहल्ला एवं आगरा मोहल्ला में स्थित सागौन तस्करों एवं अवैध फ़र्नीचर निर्माताओं के 16 अलग-अलग ठिकानों पर छापे मारे गए। कार्यवाही सुबह 6:30 बजे से लेकर 10:30 बजे तक चार घण्टे तक चली।
कार्यवाही में करीब पांच घनमीटर चिरान (लकड़ी), दो आरा मशीनें और मिठाईलाल के यहां से वन्यप्राणी बारहसिंघा का सींग बरामद हुआ है। इस मामले में संबंधितों के खिलाफ वन अपराध पंजीबद्ध किए जा रहे है। डीएफओ श्री शर्मा ने बताया कि, छापामार कार्यवाही प्रेम शर्मा, नीरज महदेले, पिंटू रैकवार, संतोष कुशवाहा, शेरू, बहादुर, अंबिका प्रसाद खरे, कुंजी कुशवाहा, राजेश शर्मा, निजाम खान, बरसात खान, राजू यादव, सरवन यादव, मिठाईलाल, लाल मोहम्मद के ठिकानों पर की गई। जिसमें सबसे ज्यादा मात्रा में लकड़ी धाम मोहल्ला निवासी प्रेम शर्मा और सरवन यादव के यहां से जप्त की गई है।
175 वनकर्मी और 17 पुलिस जवान कार्यवाही में रहे शामिल
सागौन तस्करों व अवैध फर्नीचर निर्माताओं के 16 ठिकानों पर एक साथ छापामार कार्यवाही को सफलता पूर्वक अंजाम देने के लिए उत्तर वन मण्डल पन्ना के डीएफओ गौरव शर्मा द्वारा जितना शानदार एक्शन प्लान तैयार किया था, उतने ही व्यवस्थित और प्रभावी तरीके से उसे लागू भी कराया गया। कार्रवाई के दौरान संभावित विरोध, हमला या फिर अन्य किसी अप्रिय स्थित से निपटने के लिए प्रत्येक टीम में पर्याप्त संख्या में वनकर्मियों, महिला वनकर्मियों और पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। छापामार कार्रवाई में बरामद होने वाली लकड़ी को जल्द से जल्द वाहन में लोड कराकर डिपो भेजने के लिए पर्याप्त संख्या वन विभाग के वाहनों की व्यवस्था की गई थी।
जानकारी अनुसार छापामार कार्यवाही में वनमण्डल उत्तर पन्ना के 150 वनकर्मी, पन्ना टाईगर रिजर्व के 25 वनकर्मी, राजस्व विभाग से तहसीलदार पन्ना सुधीर कुशवाहा और आरआई तथा पुलिस विभाग से एसआई यादव व 17 अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे। सुबह-सुबह भारी गहमा-गहमी के बीच चार घण्टे तक चली छापामार कार्यवाही के दौरान डीएफओ श्री शर्मा ने प्रत्येक टीम से सम्पर्क बनाए रखा और पूरे समय गतिविधियों पर पैनी नजर रखे रहे। फलस्वरूप इतनी बड़ी और सफल छापामार कार्यवाही निर्विध्न संपन्न हो गई।