जल निकासी के लिए ऊँची पुलिया न बनाने से हो रहा जलभराव
लीपापोती कर पूर्व से निर्मित पुलियों पर बना दी थी सड़क
मोहन्द्रा (पन्ना)। रडार न्यूज मोहन्द्रा के बस स्टैण्ड से लेकर जनकपुर मोहल्ला स्थित पानी की टंकी तक लगभग डेढ़ किमी का सड़क निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार द्वारा वित्तीय वर्ष 2012-13 में लगभग 80 लाख रुपये में करवाया गया था। यह सड़क निर्माण कार्य भ्रष्टाचार के मटेरियल से बनवाये जाने के कारण अपनी शुरुआत से लेकर अंत तक विवादों में रहा। सड़क बन जाने के कुछ माह के अंदर ही इस रोड के परखच्चे उड़ना शुरु हो गये थे। तब अखबारों ने विभागीय अधिकारियों की आर्थिक सांठगांठ से निर्मित हो रही घटिया सड़क निर्माण कार्य की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था। पर कमीशन की एवज में कुंभकर्णी मुद्रा में सो रहे इस निर्माण कार्य की जांच करने की जहमत विभाग के किसी भी अधिकारी ने नहीं उठाई। सड़क निर्माण में हुई धांधलेवाजी का खामियाजा ग्रामीण आज तक भुगत रहे है। यहां हालत यह है विभागीय अधिकारियों ने ठेकेदार को लाभ पहुंचाने नवीन पुलियों का निर्माण कराने की बजाय पहले से निर्मित पुलियों के ऊपर सीसी सड़क का निर्माण कार्य करा दिया। सड़क निर्माण कार्य में पानी की निकासी के लिये छोटे पाईप डालने के बजाय बड़े मझोले पाईप डालने की ग्रामीणों की मांग को ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों द्वारा नजरांदाज किया जाता रहा। बरसात के दिनों मे अगर एक घंटे भी बारिश हो जाये तो रहवासी घरों के अन्दर पानी चला जाता है, घरों की नालियां जाम हो जाती है। और सड़क झील में में तब्दील हो जाती है। ग्रामीणों ने कई बार घरें मे पानी भर जाने की शिकायत स्थानीय लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से तक की पर कोई नतीजा नहीं निकला। सवाल उठता है सैकड़ों साल पुराने कच्चे व कमजोर मकानों में पानी भर जाने के बाद उपजी शीलन से यदि कोई मकान भरभरा कर गिर जाये और उसमें कोई जनहानि हो जाये तो इसकी जिम्मेदारी किसके कन्धों पर आयेगी।