15 साल में 365 नेचर कैम्प्स के जरिए 11 हजार प्रतिभागियों ने जानी जंगल की अनोखी दुनिया  

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पन्ना टाइगर रिजर्व में दिनांक 01 नवम्बर 2010 को आयोजित प्रथम नेचर कैम्प में शामिल प्रतिभागी।

*    पन्ना टाइगर रिजर्व नेचर कैम्प्स के गौरवशाली 15 वर्ष पूर्ण      

 *   पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ने से साकार हो रहा जनसमर्थन से बाघ संरक्षण का नारा  

पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर आज पन्ना टाइगर रिजर्व में “नेचर कैम्प्स” की 15 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का उत्सव मनाया गया। 1 नवम्बर 2010 को तत्कालीन फील्ड डायरेक्टर आर. श्रीनिवास मूर्ति (सेवानिवृत भारतीय वन सेवा अधिकारी) के मार्गदर्शन में इस अभिनव पहल की शुरुआत की गई थी। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय लोगों, विशेषकर बच्चों को जंगलों और वन्यजीव संरक्षण की भावना से जोड़ना था, ताकि वे पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और गर्व की भावना विकसित कर सकें।
पन्ना टाइगर रिजर्व का मड़ला ग्राम में स्थित प्रवेश द्वार। (फाइल फोटो)
विगत पंद्रह वर्षों में पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा कुल 365 नेचर कैम्प्स सफलतापूर्वक आयोजित किए गए हैं, जिनमें 11,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों, ग्रामीण युवाओं, वनकर्मियों और स्थानीय समुदायों ने इन कैम्पों के माध्यम से जंगल की पारिस्थितिकी, वन्यजीव विविधता, जल एवं मिट्टी संरक्षण, और मानव-वन्यजीव सह-अस्तित्व के बारे में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। इन कैम्पों ने वन विभाग और स्थानीय समुदायों के बीच विश्वास और साझेदारी को मजबूत किया है। अनेक प्रतिभागी आज “प्रकृति मित्र” बनकर अपने क्षेत्रों में संरक्षण की भावना को आगे बढ़ा रहे हैं। यह पहल पर्यावरण शिक्षा और जनसहभागिता का एक सफल मॉडल बन चुकी है, जिसने संरक्षण की सोच को हर घर तक पहुँचाया है।
पन्ना टाइगर रिजर्व में दिनांक 01 नवम्बर 2010 को आयोजित प्रथम नेचर कैम्प में शामिल प्रतिभागी।
इस उल्लेखनीय यात्रा का श्रेय उन सभी अधिकारियों, शिक्षकों, वनकर्मियों और समुदायों को जाता है जिन्होंने इस परंपरा को जीवंत बनाए रखा। विशेष रूप से आर. श्रीनिवास मूर्ति की दूरदर्शी सोच ने इस अभियान की नींव रखी, जबकि वर्तमान में फील्ड डायरेक्टर नरेश कुमार यादव और उप संचालक मोहित सूद के मार्गदर्शन में यह पहल निरंतर सशक्त और प्रभावशाली रूप से आगे बढ़ रही है। पन्ना टाइगर रिजर्व परिवार सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों को हार्दिक धन्यवाद एवं शुभकामनाएँ देता है। यह 15 वर्ष की यात्रा पन्ना की जनता और वन विभाग के बीच सशक्त संबंध का प्रतीक है और आने वाली पीढ़ियों को प्रकृति संरक्षण की प्रेरणा देती रहेगी।