पन्ना में तेंदुए का संदिग्ध अवस्था में मिला शव, जांच में जुटा वन अमला

*     उत्तर वन मण्डल की पन्ना रेन्ज अंतर्गत बहेरा बीट की घटना

*    डीएफओ ने प्रथम दृष्टया आपसी संघर्ष में मौत होने की संभावना जताई

*    कथित आपसी संघर्ष में शामिल रहे दूसरे वन्यजीव का नहीं लग सका सुराग

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) टाइगर और लैपर्ड स्टेट मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से नए साल के दूसरे दिन वन्यजीव प्रेमियों को दुखी करने वाली खबर आई है। यहां के उत्तर वन मण्डल (सामान्य वन मण्डल) की पन्ना रेन्ज अंतर्गत बहेरा बीट के आबादी क्षेत्र के नजदीक नर तेंदुए का शव संदिग्ध अवस्था में मिला है। जिले में वन्य प्राणियों के शिकार की हालिया घटनाओं के बीच आज सुबह-सुबह तेंदुए का शव मिलने की खबर आने के बाद से उत्तर वन मण्डल में हड़कंप मचा है। मैदानी वन अमले समेत डीएफओ गर्वित गंगवार ने आनन-फानन मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया। डॉग स्कवॉड से आसपास के इलाके की सघन सर्चिंग करवाई गई। समाचार लिखे जाने तक उत्तर वन मण्डल के अधिकारी-कर्मचारियों की मौजूदगी में वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव गुप्ता के द्वारा मृत तेंदुए का पोस्टमार्टम किया जा रहा था।
उत्तर वन मण्डल पन्ना के वन मंडलाधिकारी गर्वित गंगवार ने रडार न्यूज़ को जानकारी देते हुए बताया कि, आज सुबह बहेरा की कुछ महिलायें शौंच के लिए गांव से सटे जंगल में गई थीं। इस दौरान वहां मृत अवस्था में पड़े तेंदुए को देखकर महिलाएं काफी डर गईं। वापस घर लौटकर महिलाओं ने परिजनों को तेंदुए के शव के संबंध बताया। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा संबंधित बीट गार्ड और रेंजर को घटना की सूचना दी गई। डीएफओ गंगवार ने बताया, घटनास्थल की गहन जांच की गई और डॉग स्क्वॉड से भी सर्चिंग करवाने पर किसी तरह की कोई संदिग्ध गतिविधि के संकेत अथवा साक्ष्य नहीं मिले है।
पन्ना जिले के उत्तर वन मण्डल की पन्ना रेन्ज अंतर्गत बहेरा बीट के वन कक्ष क्रमांक 456 में संदिग्ध अवस्था में मृत मिले नर तेंदुए का शव।
तेंदुए के शव का अवलोकन करने पर उसके सभी अंग पूर्णतः सुरक्षित पाए गए। हालांकि उसके चेहरे और गर्दन पर गहरी खरोंच के निशान होने से प्रांरम्भिक जांच के आधार पर प्रथम दृष्टया तेंदुए की मौत आपसी संघर्ष में होना प्रतीत होता है। उत्तर वन मण्डल डीएफओ के अनुसार संभवतः किसी बाघ अथवा दूसरे तेंदुए से संघर्ष में नर तेंदुए की मौत हुई है, फिर भी इस घटना के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कराई जा रही है। मृत तेंदुए के बिसरा आदि अवयव को जांच हेतु अलग-अलग प्रयोगशालों में भेजा जा रहा है। मृत मिले नर तेंदुए की उम्र लगभग 5 वर्ष होने का अनुमान है।

किस हाल में है दूसरा वन्यजीव ?

उत्तर वन मण्डल पन्ना के डीएफओ गर्वित गंगवार।
विदित हो कि, समाचार लिखे जाने तक तेंदुए के साथ कथित आपसी संघर्ष में शामिल रहे दूसरे वन्यजीव का कोई सुराग नहीं लगा सका। जाहिर है जिस संघर्ष में जंगल के युवराज (तेंदुए) की जान चली गई वह निश्चित ही अत्यंत भीषण रहा होगा, ऐसे में विजेता रहे अज्ञात वन्य जीव को भी निश्चित ही कुछ चोटें तो आई होंगी। इस संभावना के मद्देनजर वन अमले को उस अज्ञात वन्यजीव की खोज-खबर लेने की जरुरत है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह किस हालत में है, उसे उपचार आदि की जरुरत है या फिर नहीं है। डीएफओ गर्वित गंगवार ने भी आपसी संघर्ष में दूसरे वन्यप्राणी के घायल होने की संभावना जताई है। उन्होंने बताया कि दूसरे वन्यजीव की तलाश जारी है, उसके मिलने पर मिलने पर आवश्यकतानुसार उसका उपचार कराया जाएगा।

शिकारियों के फंदे में फंसा मिला था तेंदुआ

बता दें कि सप्ताह भर पूर्व पन्ना जिले के ही दक्षिण वन मण्डल की शाहनगर रेन्ज अंतर्गत अज्ञात शिकारियों के द्वारा शिकार के लिए लगाए गए फंदे में एक तेंदुआ फंसा हुआ मिला था। समय रहते इस घटना की जानकारी मिलने पर तेंदुए की जान बच गई थी। इसी अवधि में पन्ना के धाम मोहल्ला स्थित एक घर पर वन विभाग की टीम ने छापा मारकर अज्ञात वन्यजीव का मांस जब्त किया था। उक्त घर से वन अमले ने दो एयर गन भी बरामद की थी। जिनका उपयोग बेजुबान वन्यजीवों का शिकार करने के लिए किया जाता था।

अच्छी खबर | बेशकीमती कॉपर स्ट्रिप की बेहद ख़तरनाक़ चोरी के प्रयास को किया नाकाम

*    आउटसोर्स कर्मियों ने एम.पी. ट्रांसको को लगभग 4-5 करोड़ की क्षति से बचाया

*     चालू पावर ट्रांसफार्मर से कॉपर स्ट्रिप निकालने पर जा सकती थी चोरों की जान

*     रबी सीजन में क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था प्रवाहित होने की आशंका को टाला

भोपाल। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एमपी ट्रांसको) के विदिशा जिले में स्थित 132 के.व्ही. सबस्टेशन शमशाबाद के चालू पावर ट्रांसफामर्स से तांबे की अर्थिंग पट्टी (कॉपर स्ट्रिप) को निकालने के प्रयास को सबस्टेशन के आउटसोर्स ऑपरेटर धीरेन्द्र राठौर, निरंजन विश्वकर्मा एवं सुरक्षा सैनिक दीपक पॉल ने अपनी हिम्मत, सूझबूझ और कर्तव्य निष्ठा का अनूठा उदाहरण पेश करते हुये असफल कर दिया। जिससे रबी के इस सीजन में शमशाबाद, बैरसिया, सिरोंद क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति के लंबे समय तक प्रभावित होने की आंशका को टाला जा सका।

यह भूमिका है कॉपर स्ट्रिप की

लगभग 4-5 करोड़ रूपये कीमत के पावर ट्रांसफार्मर में तांबे के पट्टी (कॉपर स्ट्रिप) की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रहती है, यह सबस्टेशन में किसी फाल्ट के कारण उत्पन्न होने वाले हजारों एम्पीयर के करेंट को यह संवेदनशील कॉपर स्ट्रिप अपने में से प्रवाहित कर अर्थ कर देती है। इसके कारण उपकरण और सबस्टेशन में कार्यरत कर्मी सुरक्षित रहते है। यदि चालू ट्रांसफार्मर से कॉपर स्ट्रिप अलग करने का प्रयास किया जाता है तो वह न केवल निकालने वाले के लिये घातक रहती है बल्कि इससे ट्रांसफार्मर के क्षतिग्रस्त होने के पूरी आशंका पैदा हो जाती है।
यदि चोर अपने मकसद में सफल हो जाते तो जहां मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी को 4-5 करोड़ रूपये का आर्थिक क्षति पहुंचती। वहीं क्षेत्र में ऐन वक्त रबी के सीजन में किसानों और विद्युत उपभोक्ताओं को हफ्तों बिजली आपूर्ति प्रभावित हो जाती।

कर्मियों को किया गया पुरस्कृत

सबस्टेशन के इन आउटसोर्स कर्मियों द्वारा दिखाये गयी सूझबूझ और बहादुरी के लिये अधीक्षण अभियंता एम.पी. पटेल ने उन्हें सम्मानित कर पुरूस्कृत किया।

केन-बेतवा जोड़ो परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र में समृद्धि और खुशहाली के नए द्वार खोलेगी : पीएम मोदी

*     प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना का शिलान्यास किया

*     प्रधानमंत्री ने ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का उद्घाटन किया

*      पीएम बोले- भारत के इतिहास में बीते दशक को जल सुरक्षा और जल संरक्षण के अभूतपूर्व दशक के रूप में याद किया जाएगा

पन्ना/खजुराहो। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के मौके पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के खजुराहो में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, श्री मोदी ने भारत और विश्व के ईसाई समुदाय के लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं। यह याद करते हुए कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अगुवाई में सरकार ने अपने गठन के एक वर्ष पूरे कर लिए हैं, श्री मोदी ने इसके प्रदेश के लोगों को बधाई दी। उन्होंने आगे कहा कि पिछले एक वर्ष में हजारों करोड़ रुपये से अधिक की नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के कार्यान्वयन के साथ-साथ विकास कार्यों ने गति पकड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज ऐतिहासिक केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना, दौधन बांध और ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना (मध्य प्रदेश का पहला सौर ऊर्जा संयंत्र) का शिलान्यास किया गया है।
प्रधानमंत्री ने आज भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के मौके पर आज के दिन को एक उल्लेखनीय प्रेरणादायी दिन बताते हुए कहा कि आज सुशासन और अच्छी सेवा का पर्व हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। श्री मोदी ने इस बात पर बल दिया कि आज से 1100 से अधिक अटल ग्राम सुशासन सदनों पर काम शुरू हो जाएगा और इसके लिए पहली किस्त जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि अटल ग्राम सेवा सदन गांवों के विकास को आगे बढ़ाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने घोषणाएं तो कीं, लेकिन कार्यान्वयन में गंभीरता और इरादे की कमी के कारण लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पाया। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं के लाभों पर जोर दिया, जिसके तहत मध्य प्रदेश में किसानों को 12,000 रुपये मिलते हैं और कहा कि यह जन धन बैंक खाते खोलने से संभव हुआ। प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना पर प्रकाश डाला और कहा कि बैंक खातों को आधार और मोबाइल नंबर से जोड़े बिना यह संभव नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि पहले सस्ते राशन की योजनाएं थीं, लेकिन गरीबों को राशन पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता था, जबकि आज गरीबों को पूरी पारदर्शिता के साथ मुफ्त राशन मिलता है, इसका श्रेय प्रोद्योगिकी को जाता है, जिसने धोखाधड़ी को खत्म कर दिया और वन नेशन, वन राशन कार्ड जैसी देशव्यापी सुविधाओं को बढ़ावा दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खजुराहो में केन-बेतवा नदी जोड़ो अभियान के शिलान्यास समारोह में जनता का अभिवादन किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सुशासन का अर्थ है कि नागरिक अपने अधिकारों के लिए सरकार से भीख न मांगे और न उन्हें सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पडें। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी नीति 100 प्रतिशत लाभार्थियों को 100 प्रतिशत लाभ से जोड़ने की है, जो उनकी सरकारों को दूसरी सरकारो से अलग बनाती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश इसका गवाह है और यही वजह है कि देश के लोगो ने बार-बार उन्हें सेवा का मौका दिया। इस बात पर जोर देते हुए कि सुशासन वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों को संबोधित करता है, प्रधानमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से बुंदेलखंड के लोगों को पिछली सरकारों के कुशासन के कारण दशकों तक बहुत कष्ट सहना पड़ा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बुंदेलखंड में किसानों और महिलाओं की कई पीढ़ियों को प्रभावी शासन की कमी के कारण पानी की एक-एक बूंद के लिए संघर्ष करना पड़ा और पूर्ववर्ती सरकारों ने जल संकट के स्थायी समाधान के बारे में नही सोचा।
डॉ. बी.आर. अंबेडकर भारत के लिए नदी जल के महत्व को समझने वाले पहले लोगों में से एक थे, पर टिप्पणी करते हुए श्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत में प्रमुख नदी घाटी परियोजनाएँ डॉ. अंबेडकर के विज़न पर आधारित थीं और केंद्रीय जल आयोग की स्थापना भी उनके प्रयासों के कारण ही हुई थी। प्रधानमंत्री ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि पिछली सरकारों ने जल संरक्षण और बड़ी बांध परियोजनाओं में उनके योगदान के लिए डॉ. अंबेडकर को कभी उचित श्रेय नहीं दिया और वे इन प्रयासों के प्रति कभी गंभीर नहीं रहीं। इस बात पर जोर देते हुए कि सात दशक बाद भी भारत के कई राज्यों में अभी भी जल विवाद हैं, प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों मे मंशा की कमी और उनके कुशासन ने इस दिशा मे किसी भी ठोस प्रयास को रोक दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खजुराहो में केन-बेतवा नदी के नेशनल प्रोजेक्ट के मॉडल का अवलोकन किया।
श्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि श्री वाजपेयी की सरकार ने जल-संबंधी चुनौतियों को संबोधित करने के लिए गंभीरता से काम करना शुरू किया था, लेकिन 2004 के बाद इसे दरकिनार कर दिया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार अब देश भर में नदियों को जोड़ने के अभियान को गति दे रही है। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा जोड़ो परियोजना एक वास्तविकता बनने वाली है, जो बुंदेलखंड क्षेत्र में समृद्धि और खुशहाली के नए द्वार खोलेगी। केन-बेतवा जोड़ो परियोजना के लाभों पर जोर देते हुए, जो मध्य प्रदेश के छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना, दमोह और सागर सहित 10 जिलों को सिंचाई सुविधाएं प्रदान करेगी, श्री मोदी ने कहा कि इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को भी लाभ होगा, जिसमें बांदा, महोबा, ललितपुर और झांसी जिले शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “नदियों को जोड़ने के विशाल अभियान के तहत दो परियोजनाओं की शुरुआत करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है।” उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि हाल ही में राजस्थान की अपनी यात्रा के दौरान, पार्वती-कालीसिंध-चंबल और केन-बेतवा जोड़ो परियोजनाओं के जरीये कई नदियों को जोड़ने की पुष्टि की गई थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समझौते से मध्य प्रदेश को भी काफी लाभ होगा।
श्री मोदी ने कहा, “जल सुरक्षा 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केवल वे देश और क्षेत्र ही प्रगति करेंगे, जिनके पास पर्याप्त जल होगा तथा समृद्ध खेतों तथा संपन्न उद्योगों के लिए जल आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात से आने के कारण, जहां अधिकांश भाग वर्ष के अधिकांश समय सूखे की स्थिति में रहते हैं, वे जल के महत्व को समझते हैं और उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की नर्मदा नदी के आशीर्वाद ने गुजरात का भाग्य बदल दिया। उन्होंने बल देकर कहा कि मध्य प्रदेश के सूखा प्रभावित क्षेत्रों को जल संकट से मुक्त करना उनकी जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने बुंदेलखंड के लोगों, विशेषकर किसानों और महिलाओं से उनकी कठिनाइयों को कम करने के लिए ईमानदारी से काम करने का वादा किया था। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस विजन के तहत बुंदेलखंड के लिए 45,000 करोड़ रुपये की एक जल-संबंधी योजना बनाई गई थी। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में उनकी सरकारों को लगातार प्रोत्साहित किया गया, जिसके परिणामस्वरूप केन-बेतवा जोड़ो परियोजना के तहत दौधन बांध की आधारशिला रखी गई। उन्होंने कहा कि इस बांध से सैकड़ों किलोमीटर लम्बी एक नहर बनेगी, जो लगभग 11 लाख हेक्टेयर ज़मीन को पानी उपलब्ध कराएगी।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, “बीता दशक भारत के इतिहास में जल सुरक्षा और जल संरक्षण के अभूतपूर्व दशक के रूप में याद किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने जल से जुड़ी जिम्मेदारियों को अलग-अलग विभागों में बांट दिया था, लेकिन उनकी सरकार ने इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए जल शक्ति मंत्रालय बनाया। श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि पहली बार हर घर में नल का पानी पहुंचाने के लिए एक राष्ट्रीय मिशन शुरू किया गया। इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि आजादी के बाद के सात दशकों में केवल 3 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास नल कनेक्शन थे, श्री मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उन्होंने 12 करोड़ नए परिवारों को नल का पानी उपलब्ध कराया है और इस योजना पर 3.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।
श्री मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश हमेशा से पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी रहा है और जोर देकर कहा कि पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है, जो युवाओं को रोजगार प्रदान करता है और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है। भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने के लिए तैयार है, का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के बारे में वैश्विक जिज्ञासा बढ़ रही है और दुनिया भारत को जानना और समझना चाहती है और इसका मध्य प्रदेश को बहुत लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने एक अमेरिकी अखबार में हाल ही में छपी एक रिपोर्ट का उल्लेख किया, जिसमें मध्य प्रदेश को दुनिया के शीर्ष दस सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक बताया गया है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए यात्रा को आसान बनाने के लिए लगातार सुविधाएं बढ़ाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने विदेशी पर्यटकों के लिए ई-वीजा योजना शुरू की है और साथ ही भारत में विरासत और वन्यजीव पर्यटन को बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। मध्य प्रदेश में पर्यटन की असाधारण संभावनाओं पर जोर देते हुए श्री मोदी ने कहा कि खजुराहो क्षेत्र ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत से समृद्ध है, जहां कंदरिया महादेव, लक्ष्मण मंदिर और चौसठ योगिनी मंदिर जैसे स्थल हैं। उन्होंने कहा कि भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए देश भर में जी-20 बैठकें आयोजित की गईं, जिसमें खजुराहो में एक बैठक भी शामिल है, जिसके लिए खजुराहो में एक अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र का निर्माण किया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती पर खजुराहो में उनकी स्मृति में स्मारक सिक्का जारी किया।
पर्यटन क्षेत्र पर आगे चर्चा करते हुए, श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के तहत, मध्य प्रदेश को पर्यावरण अनुकूल पर्यटन सुविधाओं और पर्यटकों के लिए नई सुविधाओं को विकसित करने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये आवंटित किए गए। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सांची और अन्य बौद्ध स्थलों को बौद्ध सर्किट के जरीये जोड़ा जा रहा है, जबकि गांधी सागर, ओंकारेश्वर बांध, इंदिरा सागर बांध, भेड़ाघाट और बाणसागर बांध ईको सर्किट का हिस्सा हैं। उन्होंने आगे कहा कि खजुराहो, ग्वालियर, ओरछा, चंदेरी और मांडू जैसे स्थलों को हेरिटेज सर्किट के हिस्से के रूप में जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पन्ना राष्ट्रीय उद्यान भी वन्यजीव सर्किट में शामिल है और पिछले वर्ष पन्ना टाइगर रिजर्व की लगभग 2.5 लाख पर्यटकों ने यात्रा की। उन्होंने खुशी जताई कि बनाई जा रही लिंक नहर पन्ना टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों को ध्यान में रखेगी।
इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई सी. पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखण्ड का हर व्यक्ति होगा खुशहाल : मुख्यमंत्री मोहन

*    जल कलश यात्रा सम्मेलन में 98 करोड़ के विकास कार्यों की दी सौगात

*    अजयगढ़ में खुलेंगे 100 सीटर कन्या और 50 सीटर बालक छात्रावास

पन्ना। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पन्ना में आयोजित जल कलश यात्रा, संत सम्मेलन और लोक कल्याण शिविर में 98 करोड़ रूपये के 13 विकास कार्यों की सौगात देते हुए कहा कि 25 दिसम्बर से बुन्देलखण्ड क्षेत्र की प्रगति के नये द्वार खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड का हर व्यक्ति खुशहाल होगा। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का खजुराहो में शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पन्ना क्षेत्र के अजयगढ़ में 100 सीटर कन्या और 50 सीटर बालक छात्रावास बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का कार्यक्रम में बुन्देलखण्डी पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को भगवान श्री जुगल किशोर की पेंटिंग भेंट की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पन्ना में आयोजित जल कलश यात्रा, संत सम्मलेन एवं जनकल्याण पर्व को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बुन्देलखण्ड विकास की बदौलत अब नये दौर में पहुंच रहा है। देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना के क्रियान्वयन से बुन्देलखण्ड की तस्वीर और तकदीर बदलेगी। बहुप्रतीक्षित केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना से वृहद स्तर पर सिंचाई एवं पेयजल सुविधा मिलेगी। साथ ही बिजली उत्पादन, कई फसलों की पैदावार एवं पर्यटन क्षेत्र में विकास से नागरिकों का जीवन खुशहाल होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरूवार को पन्ना के शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय के खेल मैदान में जल कलश यात्रा, संत सम्मलेन एवं जनकल्याण पर्व में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पन्ना में आयोजित जल कलश यात्रा कार्यक्रम में लाड़ली लक्ष्मी योजना की हितग्राही बच्ची को गोद में उठाकर उसकी मां को आश्वासन प्रमाण पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर जनकल्याण पर्व मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 20 वर्ष से लंबित पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना से चंबल एवं मालवांचल में खुशहाली आएगी। 70 हजार करोड़ रूपए लागत की इस परियोजना का निर्माण भी अब निर्बाध रूप से होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब कल्याण के लिए कृत संकल्पित है। धार्मिक क्षेत्र में भी विकास की अपार संभावना है। इसके लिए सरकार प्रयासरत है। तीर्थ क्षेत्रों के विकास के साथ सर्वसमाज एवं सर्वहरा वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उद्योगों के माध्यम से रोजगार के अवसर में बढ़ोत्तरी का प्रयास भी किया जा रहा है। गत दिनों में संभाग स्तर पर सफलतापूर्वक रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए गए हैं। इंग्लैंड और जर्मनी की यात्रा के दौरान भी निवेशकों को आगामी फरवरी माह में भोपाल में प्रस्तावित इंवेस्टर समिट के लिए आमंत्रित किया गया है।
खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना बुन्दलेखण्ड की जीवन रेखा साबित होगी। इससे क्षेत्र के लाखों लोगों को पेयजल सुविधा और किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के विजन एवं सकारात्मक सोच के फलस्वरूप अन्य विकास योजनाएं भी क्रियान्वित होंगी। पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार का भागीरथी प्रयास सराहनीय है।

विभागीय प्रदर्शनी रही आकर्षण का केन्द्र

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के पन्ना प्रवास के दौरान कार्यक्रम स्थल पर जनकल्याण एवं विकास पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। जिला प्रशासन के निर्देशन में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर सराहना की। साथ ही आजीविका मिशन के स्टॉल में समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों का अवलोकन कर व्यंजन भी चखे। हीरा कार्यालय द्वारा यहां हीरा प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस मौके पर गत दिवस प्राप्त 17 कैरेट के हीरे का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे, गुनौर विधायक डॉ. राजेश वर्मा, विधायक प्रह्लाद लोधी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मीना पाण्डेय, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र मिश्रा सहित कलेक्टर सुरेश कुमार, पुलिस अधीक्षक सांई कृष्ण एस थोटा एवं अन्य अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में आमजन भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 19 आएंगे पन्ना, सभा को करेंगे संबोधित

*   प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम के मद्देनज़र प्रशासन ने तैयारियों का लिया जायजा

पन्ना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 25 दिसम्बर को छतरपुर जिले के खजुराहो में केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना का भूमिपूजन करेंगे। इसके पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का 19 दिसम्बर को पन्ना आगमन प्रस्तावित है। जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री के भ्रमण कार्यक्रम एवं सभा के दृष्टिगत आवश्यक तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। इस क्रम में कलेक्टर सुरेश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक सांई कृष्ण एस थोटा ने सोमवार को शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय पन्ना ग्राउण्ड पहुंचकर कार्यक्रम स्थल में आवश्यक तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रस्तावित पन्ना भ्रमण के मद्देनजर आवश्यक तैयारियों का जायजा लेते हुए पन्ना कलेक्टर, एसपी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारीगण।
अधिकारीद्वय ने मंच एवं बैठक व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंध, पार्किंग, यातायात व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय सहित अपर कलेक्टर नीलाम्बर मिश्र, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरती सिंह, एसडीएम संजय नागवंशी एवं संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

ग़मगीन माहौल में हुआ युवक का अंतिम संस्कार, ठोकर मारने वाला ऑयल टैंकर जब्त

*   लापरवाह वाहन चालक और मालिक के खिलाफ प्रकरण दर्ज 

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) अज्ञात वाहन की ठोकर लगने से मृत नवयुवक शैलेन्द्र उर्फ शैलू पिता अशोक सेन 25 वर्ष का अंतिम संस्कार शनिवार को बेहद ही ग़मगीन माहौल में गृह ग्राम पगरा थाना अमानगंज में किया गया। सड़क हादसे में शैलेन्द्र की असमय दर्दनाक मौत होने से इलाके में जबरदस्त तनाव फ़ैल गया था। पीड़ित परिजनों और क्षेत्र के ग्रामीण आरोप लगा रहे थे कि, जिस हैवी वाहन की ठोकर लगने से शैलेन्द्र की मौत हुई है वह जेके सीमेंट फैक्ट्री का है। जिले के पगरा ग्राम के नजदीक स्थित जेके सीमेंट फैक्ट्री के मालवाहक वाहनों की भागमभाग के कारण अमानगंज-सिमरिया मार्ग पर आए दिन होने वाले सड़क हादसों में लगातार हो रहीं मौतों को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने शुक्रवार 13 दिसम्बर को धरना-प्रदर्शन और चक्काजाम किया था। इस दौरान जमकर बवाल हुआ। व्यापक जनाक्रोश के मद्देनजर पुलिस ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए घटना के तीसरे दिन शनिवार 14 दिसंबर को युवक को ठोकर मारने वाले अज्ञात भारी वाहन की पहचान कर उसे जब्त कर लिया।
फाइल फोटो।
पन्ना पुलिस ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया है, सीसीटीव्ही कैमरों को खंगालने पर पाया कि डीजल-पेट्रोल परिवहन करने वाले ऑयल टैंकर से सड़क हादसा हुआ था। पुलिस के अनुसार ऑयल टैंकर क्रमांक सीजी-07-सीए-9693 गुनौर से सागर डिपो जा रहा था, जिसे त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त टैंकर एवं चालक गोवर्धन कुर्मी पिता मंजू कुर्मी निवासी लोटना लोटनी सागर को दस्तयाब कर ट्रक को थाना परिसर अमानगंज में सुरक्षार्थ खड़ा करवाया गया। टैंकर की ठोकर लगने से घायल शैलेन्द्र उर्फ शैलू की ईलाज के दौरान मृत्यु हो जाने पर थाना अमानगंज में मर्ग क्रमांक 93/24 कायम कर प्रकरण को जांच में लिया गया है। इस मामले में पुलिस के द्वारा आरोपी ट्रक चालक एवं वाहन मालिक के विरूद्ध विधि अनुसार वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। सड़क हादसे के लेकर पुलिस की ओर से स्थिति स्पष्ट किए जाने के बाद जेके सीमेंट प्रबंधन ऑफ रिकार्ड कह रहा है, उक्त ऑयल टैंकर से सीमेंट कम्पनी का नहीं है। लेकिन वह ऑन रिकार्ड कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
बता दें कि, गुरुवार 12 दिसम्बर को रात्रि में लगभग 8 बजे शैलेन्द्र उर्फ शैलू पिता अशोक सेन 25 वर्ष निवासी पगरा थाना अमानगंज रोज की तरह जेके सीमेंट प्लांट में दूध देने के बाद बाइक से वापस अपने गांव लौट रहा था। रास्ते में अमानगंज-सिमरिया रोड पर पंचवटी ढाबा के पास अज्ञात वाहन चालक तेज गति एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए मोटरसाइकिल चालक शैलेन्द्र को टक्कर मारकर फरार हो गया था। गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए अमानगंज स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने उसे जिला अस्पताल पन्ना के लिए रेफर कर दिया। लेकिन परिजन घायल को कटनी ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।

सड़क हादसे के संबंध में अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक को क्लिक करें –

मध्यप्रदेश : जेके सीमेंट फैक्ट्री के वाहन से युवक की मौत के बाद भारी बवाल, पुलिस के लाठीचार्ज से बिगड़े हालत, उग्र भीड़ ने किया पथराव, विधायक धरने पर बैठे
शुक्रवार 13 दिसंबर को जब लोगों को कथित तौर यह पता चला कि जेके सीमेंट के वाहन की ठोकर लगने से एक और युवक की दर्दनाक मौत हुई है तो इलाके में भारी तनाव फ़ैल गया। गुस्साए ग्रामीण सीमेंट फैक्ट्री के गेट के सामने युवक का शव रखकर धरने पर बैठ गए थे। ग्रामीण मांग कर रहे थे कि सीमेंट कंपनी मृतक के परिवार को मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और बच्चों की पढाई का पूरा खर्च उठाए।
पुलिस के लाठीचार्ज के विरोधस्वरूप धरने पर गुनौर विधायक डॉ. राजेश वर्मा।
धरना-प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर चंद लोगों द्वारा नारेबाजी करते हुए फैक्ट्री के गेट को धक्का दिए जाने पर वहां मौजूद भारी पुलिस बल ने भीड़ के ऊपर जमकर लाठियां बरसाईं। पुलिस ने लाठीचार्ज उस समय किया जब मौके पर पहुंचें क्षेत्रीय विधायक डॉ. राजेश वर्मा प्रशासनिक अधिकारियों व ग्रामीणों से तेजी से बढ़ते हादसों की रोकथाम को लेकर तत्काल प्रभाव से लागू किए जाने वाले उपायों को लेकर चर्चा कर रहे थे। पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज करने से भीड़ उग्र हो गई और पुलिस के ऊपर जवाबी हमला करते हुए पथराव किया गया। पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे। पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज करने से नाराज गुनौर के भाजपा विधायक डॉ. राजेश वर्मा ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए थे। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के काफी मान-मनौव्वल करने साथ ही सड़क हादसों पर प्रभावी रोक लगाने को लेकर तत्परता से आवश्यक उपाए करने का आश्वासन देने के बाद विधायक वर्मा ने रात्रि में लगभग 8:30 धरना समाप्त किया था।

मध्यप्रदेश : जेके सीमेंट फैक्ट्री के वाहन से युवक की मौत के बाद भारी बवाल, पुलिस के लाठीचार्ज से बिगड़े हालात, उग्र भीड़ ने किया पथराव, विधायक धरने पर बैठे

*   गुस्साए ग्रामीणों ने सीमेंट प्लांट के सामने शव रखकर किया धरना-प्रदर्शन

 पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प के बाद क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण

*   लाठीचार्ज और पत्थरबाजी में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल

शादिक खान, पन्ना। (www.radarrnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्थित जेके सीमेंट फैक्ट्री के खिलाफ शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। कथित तौर पर सीमेंट कंपनी के भारी वाहन की ठोकर से बीती रात 23 वर्षीय एक और युवक की दर्दनाक होने अमानगंज-सिमरिया क्षेत्र में जबरदस्त रोष फ़ैल गया। लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर गुस्साए ग्रामीण शुक्रवार को सीमेंट प्लांट के गेट पर ताला डालकर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने युवक का शव प्लांट के सामने रखकर दमोह-पन्ना मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। हादसे में मृत युवक के आश्रितों को मुआवजा तथा भारी वाहनों के ट्रैफिक को रात्रि में एंट्री देने सहित अन्य मांगों को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान जमकर बवाल हुआ।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से चर्चा करते हुए गुनौर विधायक डॉ. राजेश वर्मा।
मौके पर पहुंचे गुनौर के भाजपा विधायक डॉ. राजेश वर्मा जब प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से चर्चा कर समझा रहे थे तभी आंदोलित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के अचानक लाठीचार्ज करने पर लोग उग्र हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इस पर भी भीड़ शांत नहीं हुई और पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। पुलिस के लाठीचार्ज के कारण हालात बिगड़ने से नाराज भाजपा विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। इस हिंसक झड़प में विधायक के सुरक्षाकर्मी, भाजपा नेता, प्रदर्शनकारियों और पुलिसबल समेत करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। देर शाम बमुश्किल बवाल तो थम गया लेकिन माहौल अभी भी काफी तनावपूर्ण बना है।

सीमेंट फैक्ट्री के वाहनों से 25वीं मौत

धरना-प्रदर्शन के चलते जेके सीमेंट फैक्ट्री के बाहर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस जवान।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमानगंज थाना क्षेत्र के पगरा ग्राम निवासी शैलेन्द्र कुमार उर्फ़ शैलू सेन 23 वर्ष रोज की तरह गुरुवार की रात भी जेके सीमेंट प्लांट में दूध देने गया था। दूध की डिलेवरी करने के बाद उसने पगरा के नजदीक स्थित पेट्रोल पंप से अपनी बाइक में पेट्रोल भरवाया और फिर वापस घर के लिए निकल पड़ा। इस दौरान रास्ते में रात्रि करीब 8 बजे कथित तौर जेके सीमेंट कंपनी के भारी वाहन ने उसकी बाइक को ठोकर मार दी। सड़क दुर्घटना में नवयुवक शैलेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गया। घटनास्थल के आसपास मौजूद लोग उसे इलाज के लिए तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमानगंज ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद युवक की नाजुक हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पन्ना जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। लेकिन परिजन शैलेन्द्र को कटनी ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शुक्रवार 13 दिसंबर की सुबह जब लोगों को सड़क हादसे का पता चला तो इलाके में तनाव फ़ैल गया। गुस्साए लोग दावा करने लगे कि, सीमेंट फैक्ट्री के हैवी वाहनों की ठोकर से होने वाले सड़क हादसों में अब तक 25 लोग असमय कालकवलित हो चुके हैं।

प्लांट के गेट के सामने शव रखकर दिया धरना

एम्बुलेंस वाहन में रखा सड़क हादसे में मृत नवयुवक शैलेन्द्र सेन का शव।
नवयुवक शैलेन्द्र सेन की हृदयविदारक हादसे में असमय मौत होने से आक्रोशित आसपास के कई गांवों के ग्रामीण शुक्रवार को दोपहर में जेके सीमेंट प्लांट पहुंचे और गेट के सामने शव रखकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। गुस्साए ग्रामीणों ने सीमेंट प्लांट को हमेशा के लिए बंद करने और प्लांट प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारे लगाए। प्रदर्शकारियों का आरोप था कि, सीमेंट प्लांट के वाहनों की बेलगाम रफ़्तार और अनियंत्रित ट्रैफिक की वजह से आए दिन हो रहे सड़क हादसों में असमय लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि प्रशासन इन वाहनों की रफ़्तार पर नियंत्रण नहीं लगा पा रहा है जिससे सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस धरना-प्रदर्शन के चलते दमोह-पन्ना स्टेट हाइवे पर दोपहर 2 बजे से लेकर रात्रि 8:30 बजे तक चक्काजाम की स्थिति निर्मित रही।

लाठीचार्ज करने से फूटा गुस्सा

प्रदर्शनकारी ग्रामीणों पर लाठीचार्ज करते हुए पुलिसकर्मी।
ग्रामीणों के धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलने पर कुछ ही देर बाद सीमेंट प्लांट का गेट पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। नजदीकी अमानगंज थाना, सिमरिया थाना के अलावा जिले के अन्य थानों के पुलिस बल को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी के साथ मौके पर भेजा गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए जेके सीमेंट प्लांट के गेट को धक्का देना शुरू कर दिया। जिससे पुलिस और ग्रामीणों के बीच तनातनी बढ़ गई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन जब ग्रामीण नहीं मानें तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के द्वारा प्रदर्शनकारियों पर लाठी बरसाने से मौके पर भगदड़ मच गई। लाठी के प्रहार से बचने के लिए लोग सड़क पर और खेतों की ओर भागते हुए नजर आए। पुलिस के इस कदम से मौके पर स्थिति बिगड़ गई। भड़के ग्रामीणों ने जवाबी हमला बोलते हुए पुलिस पर जमकर पत्थर बरसाए। हिंसक झड़प में विधायक का सुरक्षाकर्मी, भाजपा नेता, पुलिस जवान और ग्रामीणों समेत डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।

नाराज विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे

पुलिस के लाठीचार्ज के विरोधस्वरूप धरने पर गुनौर विधायक डॉ. राजेश वर्मा।
धरना-प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक डॉ. राजेश वर्मा भी मौके पर पहुँच गए। विधायक पुलिस अधिकारियों से मांग कर रहे थे कि सीमेंट प्लांट के भारी वाहनों की आवाजाही का समय तय होना चाहिए। जिससे बढ़ते सड़क हादसों को रोका जा सके। पुलिस अधिकारियों से चर्चा करने के बाद विधायक प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को जब यह समझा रहे थे कि उनकी ज्वलंत समस्या का सामधान जल्द से जल्द किया जायेगा तभी अचानक पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इससे नाराज भाजपा विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। विधायक ने इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए पूंछा कि पुलिस ने लाठी चार्ज किसके आदेश पर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थिति को संभालने के बजाए पुलिस ने लाठी चार्ज करके माहौल को बिगाड़ने का काम किया है। देर शाम पुलिस अधिकारियों द्वारा विधायक वर्मा से बात कर सीमेंट फैक्ट्री समेत अन्य भारी वाहनों की गतिसीमा नियंत्रित करने, सड़क हादसों की रोकथाम को लेकर आवश्यक उपाए करने तथा लाठीचार्ज की जांच करवाने का आश्वासन दिया गया। तब जाकर विधायक ने रात्रि में करीब 8:30 बजे अपना धरना समाप्त किया।

ग्रामीणों ने की मुआवजा और सड़क चौड़ीकरण की मांग

लाठीचार्ज से भड़के ग्रामीणों ने पुलिस के ऊपर पत्थर बरसाए।
जेके सीमेंट प्लांट के हैवी ट्रैफिक की वजह से दमोह-पन्ना मार्ग पर बढ़ते हादसों को लेकर प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों ने मार्ग का चौड़ीकरण करते हुए फोर लाइन में परिवर्तित करने तथा मृत युवक शैलेंद्र सेन के परिजनों को सीमेंट कंपनी से 50 लाख का मुआवजा दिलाने की मांग उठाई है। ग्रामीणों की मांग है, रास्ते में 2 एम्बुलेंस वाहन तैनात किए जाएं। सिमरिया-अमानगंज के बीच सीसीटीवी कैमरे लगाने, मृतक के परिजनों को प्रदेश सरकार द्वारा पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को कंपनी में नौकरी और बच्चों की पढाई का पूरा खर्च कंपनी के द्वारा उठाने की मांग की गई है। ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर रोजाना पानी का छिड़काव करवाने और सड़क किनारे भारी वाहनों की पार्किंग पर रोक लगाने की मांग की है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 को करेंगे सरसी आइलैंड रिसोर्ट का उद्घाटन

*    पर्यटकों को मिलेगी बोट क्लब और रेस्टोरेंट जैसी कई सुविधाएं

  प्रकृति की मनोरम सुंदरता के बीच पर्यटकों को होगी आनंद की अनुभूति

शादिक खान, शहडोल।(www.radarnews.in) मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 दिसंबर को पर्यटन विभाग द्वारा नवनिर्मित सरसी आइलैंड रिसॉर्ट का उद्घाटन करेंगे। शहडोल जिले में बाणसागर डैम के बैकवाटर पर निर्मित यह रिसॉर्ट प्रमुख पर्यटन स्थल बांधवगढ़ नेशनल पार्क और मैहर के समीप स्थित है। यहां पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए यह एक अनूठा अनुभव होगा। इको-सर्किट परियोजना के तहत विकसित यह स्थल क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रमुख सचिव, पर्यटन और संस्कृति विभाग एवं प्रबंध संचालक, म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि, सरसी आइलैंड रिसॉर्ट में पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। यहां तीन बोट क्लब बनाए गए हैं, जो  वाॅटर स्पोर्ट्स के रोमांचक अनुभव का अवसर देंगे। पर्यटकों के ठहरने के लिए 10 इको हट्स तैयार किए गए हैं, जहां से प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है। खाने-पीने के शौकीनों के लिए एक आकर्षक रेस्टोरेंट की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही, कॉर्पोरेट और अन्य आयोजनों के लिए प्रकृति के बीच एक आधुनिक कॉन्फ्रेंस रूम भी उपलब्ध होगा। पर्यटकों की सेहत और मनोरंजन का भी ध्यान रखते हुए रिसॉर्ट में जिम, लाइब्रेरी और बच्चों के लिए प्ले एरिया बनाए गए हैं। 14 दिसंबर को होने वाले इस भव्य उद्घाटन के साथ शहडोल और इसके आसपास का क्षेत्र के पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण बन जाएगा।

मध्यप्रदेश : पन्ना टाइगर रिजर्व में 3 बाघों ने किया महिला का शिकार, हाथ-पैर और सिर खाया

*    रेस्क्यू टीम ने हाथियों की मदद से बमुश्किल शव को छुड़ाकर कब्जे में लिया

*    पार्क के कोर एरिया में चारा काटते समय महिला पर हमला कर घसीट ले गई थी टाइगर फैमली

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से बेहद ही हैरान करने वाली और दुखद खबर मिली है। टाइगर रिजर्व के हिनौता गेट के समीप प्रतिबंधित क्षेत्र में चारा काटने गई महिलाओं में से एक को बाघ ने अपना शिकार बना लिया। इस सनसनीखेज घटना के बाद से पन्ना टाइगर रिजर्व से सटे हिनौता सहित आसपास के गांवों के लोग दहशत में हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह 9:30 बजे के करीब टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में हिनौता गांव की आधा दर्जन महिलाएं रोज की तरह चारा काटने गई थी। इसी दौरान अचानक से महिलाओं के सामने तीन बाघ शावक आ गए। बाघ ने एक वृद्धा पर हमला कर दबोंच लिया और फिर उसे घसीटते हुए घने जंगल की तरफ ले गए। इस बीच अन्य महिलाएं अपनी जान बचाकर भाग गईं। जिस समय शावकों ने महिला पर हमला किया, उस समय निकट ही दो जिप्सी वाहन में पर्यटक भी जंगल में मौजूद थे। पार्क के गाइड अरुण यादव को रास्ते में बदहवास स्थिति में मिली महिलाओं ने बताया कि फुलिया बाई पति मंगू साहू 65 वर्ष निवासी हिनौता को बाघ अपने मुंह में दबाकर जंगल की तरफ घसीट ले गए। हमने तीन बाघों को देखा था। इस घटना की सूचना मिलते ही पार्क प्रबंधन में हड़कंप मच गया। हिनौता रेंजर अजीत सिंह जाट ने आनन-फानन हाथियों को स्टॉफ के साथ घटना स्थल की ओर रवाना किया और पुलिस को सूचना दी।
पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में चारा लेने गई महिला की बाघ शावकों के हमले में मौत होने की खबर फैलने के बाद हिनौता गेट के बाहर जुटे ग्रामीण।
पन्ना टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ अधिकारी व रेस्क्यू टीम थोड़ी भी देर बाद मौके पर पहुँच गए। हाथियों की मदद से बाघिन और उसके शावकों को मृत महिला के पास से हटाने का प्रयास गया लेकिन वे अपने शिकार को छोड़ने को तैयार नहीं थे। रेस्क्यू टीम की कड़ी मशक्कत के बाद हाथियों की मदद से मृतक महिला फुलिया बाई के क्षत-विक्षत शव को कब्जे में लिया गया। कथित तौर तब तक टाइगर फैमिली महिला का हाथ-पैर और सिर का कुछ हिस्सा खा चुकी थी। पार्क के अधिकारियों की मौजूदगी में महिला के शव को एम्बुलेंस से मझगवां चौकी लाया गया। जहां पंचनमा कार्यवाही के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बता दें कि इसके पूर्व पन्ना के समीप स्थित मनकी गांव के एक व्यक्ति पर टाइगर ने हमला किया था। ताजा घटना के बाद से हिनौता गांव सहित वन क्षेत्र से लगे अन्य गांवों में भय और दहशत का माहौल है। वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने तथा जंगल में न जाने की सलाह दी है। पन्ना टाइगर रिजर्व की हिनौता रेन्ज के जिस इलाके में टाइगर फैमिली ने महिला को अपना शिकार बनाया वहां एहतियात के तौर कुछ दिनों के लिए पर्यटकों के भ्रमण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।

प्रतिबंधित क्षेत्र में नियमित रूप चारा कटती थीं महिलाएं

बाघ के हमले में मृत महिला का पति और परिजन शव बरामद होने के इंतजार में हिनौता गेट के बैठे रहे।
पन्ना टाइगर रिज़र्व के कोर क्षेत्र में सोमवार की सुबह घटित घटना ने हर किसी को गहरी चिंता और हैरानी में डाल दिया है। हिनौता गांव की महिलाएं घास काटने के लिए जंगल के जिस इलाके में गई थीं, वह पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र अंतर्गत आता है। यहाँ अनाधिकृत प्रवेश करना व घास काटना आदि गतिविधियां पूर्णतः प्रतिबंधित है। बावजूद इसके हिनौता की महिलाएं और ग्रामीण अपने मवेशियों के लिए चारा लेने तथा जलाऊ लकड़ी लेने के लिए नियमित रूप से बिना किसी रोक-टोक के कोर क्षेत्र में जाते हैं। महिला पर बाघ के हमले की घटना ने पन्ना नेशनल पार्क के निगरानी तंत्र की घोर लापरवाही और अंधेरगर्दी को उजागर कर दिया है। बहरहाल घटना की गंभीरता को देखते हुए पार्क प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के लिहाज़ आवश्यक एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं। बाघिन व उसके तीनों शावकों की सघन निगरानी शुरू कर दी गई है। अब पार्क प्रबंधन की ओर से इन शावकों की हर गतिविधि पर नजर रखने की बात कही जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की अप्रिय घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

पार्क से सटे गांवों में फैली दहशत

मृत महिला का शव कुछ देर के लिए मझगवां चौकी पर रखकर पुलिस के द्वारा पंचनामा कार्यवाही की गई।
बताया जा रहा है कि बाघिन पी-652 के शावकों ने महिला को अपना शिकार बनाया था। पार्क की हिनौता रेंज की बीट दक्षिण हिनौता कक्ष क्रमांक 535 में जहां यह घटना घटित हुई उस इलाके में बाघिन बाघिन पी-652 काफी समय से शावकों के साथ विचरण कर रही है। बाघ शावकों के द्वारा वृद्ध महिला का शिकार करने की सनसनीखेज़ खबर आने के बाद बड़ी संख्या में हिनौता के ग्रामीण पन्ना नेशनल पार्क के हिनौता गेट के बाहर कई घंटे तक जमा रहे। लोगों ने बताया कि पहले बाघ उनके घर में बंधे हुए मवेशियों को अपना निशाना बनाते थे, इस संबंध में कई बार पार्क के अधिकारियों शिकायत की, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की, अब बाघ इंसानो को भी अपना शिकार बनाने लगे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्क प्रबंधन महिला का शिकार करने वाले बाघों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की योजना बना रहा है।

इनका कहना है –

पन्ना टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने बाघ शावकों के हमले में वृद्ध महिला की मौत होने की जानकारी मीडिया को दी।
‘पन्ना टाइगर रिजर्व के पर्यटन जोन में बाघ के हमले से महिला की मौत हुई है। हिनौता गांव के लोग लकड़ी-चारा लेने के लिए जंगल में जाते हैं, उस इलाके में बाघिन पी-652 अपने शावकों के साथ कई दिनों से विचरण कर रही है। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सतत रूप से निगरानी सुनिश्चित करेंगे और उड़नदस्ता टीम भी पेट्रोलिंग करेगी। पीड़ित परिवार को नियमानुसार क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है।’

अंजना सुचिता तिर्की, क्षेत्र संचालक, पन्ना टाइगर रिजर्व।

पन्ना की विदुषी यादव ने खजुराहो फिल्म महोत्सव में अपनी आवाज़ से बिखेरा जादू

  महोत्सव में मौजूद रहीं फिल्म जगत की जानी-मानी हस्तियां

  प्रस्तुति से पहले विदुषी बोलीं- मेरे लिए यह बेहद ख़ास और गर्व का पल’

पन्ना। हीरों की नगरी पन्ना की उभरती हुई गायिका विदुषी यादव ने खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (KIFF 2024) के मंच पर अपनी सुरमई प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। उनकी दिलकश आवाज़ और मनमोहक अंदाज ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विदुषी की प्रस्तुति को न केवल दर्शकों का प्यार मिला, बल्कि मंच पर मौजूद जानी-मानी हस्तियों और कला प्रेमियों ने भी उनकी प्रतिभा की भरपूर सराहना की।

आयोजन में शामिल जानी-मानी हस्तियां

खजुराहो फिल्म महोत्सव एक ऐसा मंच है, जो भारतीय कला और संस्कृति को वैश्विक पहचान दिलाता है। इस प्रतिष्ठित आयोजन में देश-विदेश की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं। विदुषी के शानदार प्रदर्शन के बाद महोत्सव के आयोजक श्री राजा बुंदेला जी ने उनकी गायन प्रतिभा को सराहा और उन्हें भारतीय संगीत की धरोहर बताया। उन्होंने कहा, “विदुषी जैसे युवा कलाकार भारतीय संगीत के उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक हैं।”

विदुषी ने अपनी सफलता का श्रेय गुरु को दिया

इस मौके पर विदुषी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी संगीत गुरु धनलक्ष्मी शर्मा मैम को दिया, जो निजानंद संगीत विद्यालय से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा, “मेरे हर सुर, हर ताल में मेरी गुरु धनलक्ष्मी मैम का योगदान है। उन्होंने मुझे संगीत की बारीकियों से अवगत कराया और मुझे इस काबिल बनाया कि मैं आज यहां खड़ी हूं। उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन के बिना यह सब संभव नहीं था।”

सुर साधना से जिले का नाम करूंगी रोशन

अपनी खुशी जाहिर करते हुए विदुषी ने कहा, “यह मेरे जीवन का बेहद खास और गर्व का पल है। इस मंच पर प्रदर्शन करना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। मैं राजा बुंदेला जी और इस आयोजन से जुड़े सभी लोगों की आभारी हूं, जिन्होंने मुझे यह मौका दिया। यह पल मेरे लिए प्रेरणा है और मैं अपने संगीत से अपने क्षेत्र और देश का नाम रोशन करती रहूंगी।” विदुषी यादव ने अपने संगीत के माध्यम से न केवल अपने जिले पन्ना का नाम रोशन किया, बल्कि यह साबित किया कि भारतीय संगीत का भविष्य प्रतिभाशाली युवा कलाकारों के हाथों में सुरक्षित है।