महिला नेत्री पर एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देने का आरोप
भाजपा किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष का ऐलान न्याय न मिलने छोड़ दूंगा पार्टी
पन्ना। रडार न्यूज भाजपा जिलाध्यक्ष पन्ना सतानंद गौतम एक बार विवादों के घेरे में है। इस बार उन पर और आरक्षित गुनौर विधानसभा सीट से टिकिट की दावेदार नेत्री अमिता बागरी व उनके पति अमित जैन पर भाजपा के ही एक नेता ने अभद्र व्यवहार करने तथा चुनाव में सपोर्ट न करने पर एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देने के संगीन आरोप लगाये हैं। इस मामले की लिखित रिपोर्ट भाजपा किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार पाण्डेय पुलिस थाना अमानगंज में दी है। इस घटनाक्रम को चुनावी समय में भाजपा के खेमे में बढ़ती कलह के तौर पर देखा जा रहा है। मीडिया की सुर्ख़ियों में आने के बाद से यह मामला आम जनमानस के साथ-साथ विपक्षी दलों के बीच कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा नेता कृष्ण कुमार पाण्डेय की शिकायत के अनुसार 13 अक्टूबर 2018 को दोपहर के समय अमिता बागरी निवासी देवेंद्रनगर ने फोन पर उसे धमकी देते कहा कि- “चुनाव में मेरा सपोर्ट नहीं करोगे तो मैं तुम्हें एससी-एसटी एक्ट में झूठा फंसा दूंगी।” ग्राम कमताना निवासी भाजपा किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष श्री पांडेय का आरोप है भाजपा नेत्री अमिता बागरी के पति अमित जैन आदतन अपराधी हैं और हाल ही में उसका जिलाबदर भी हुआ है। अमित जैन द्वारा भी 2 अक्टूबर को उसे फोन पर चुनाव में पत्नी का सपोर्ट न करने पर एससी-एसटी एक्ट में झूठा फंसाने की धमकी दी गई।
सपोर्ट न किया तो कर दूंगा निष्कासित
कृष्ण कुमार की मानें तो अमित जैन ने उसे धमकाते हुए कहा था कि तुम मुझे जानते नहीं हो, मेरे खिलाफ इतने आपराधिक प्रकरण दर्ज है इसके बाद भी मेरा कुछ नहीं हुआ क्योंकि मेरे साथ भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम हैं। मालूम होकि कृष्ण कुमार पाण्डेय अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के सागर संभाग के अध्यक्ष भी हैं। फोन पर अमित जैन ने इन्हें ब्राह्मण समाज का प्रचार-प्रसार, बैठकें आयोजित करने पर देख लेने की धमकी देते हुए कहा कि एक बार एससी-एसटी एक्ट लग जायेगा तो इसका विरोध करना भूल जाओगे, जेल जाने के बाद जमानत तक नहीं होगी। इसी मामले पर को लेकर 13 अक्टूबर 2018 की शाम 6 बजे भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम ने भी कथित रूप से कृष्ण कुमार पाण्डेय को फोन कर चुनाव में अमिता बागरी को सपोर्ट करने के लिए दबाब बनाते हुए अभद्र व्यवहार किया गया। साथ ही चुनाव में सपोर्ट न करने और एससी-एसटी एक्ट का विरोध बंद न करने पर उसे पार्टी से निष्कासित करने की बात कही गई। इन धमकियों से व्यथित भाजपा नेता ने गत दिवस अमानगंज में प्रेसवार्ता कर उन्हें धमकी देने वालों के विरुद्ध पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने तथा न्याय न मिलने की स्थिति में पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था। परिणामसवरुप इस विवाद को लेकर भाजपा के अंदरखाने हड़कंप मचा है।
डीएसओ ने भी लगाये थे गंभीर आरोप
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम के खिलाफ महज एक माह में पुलिस थाना में दूसरी बार शिकायत हुई है। इसके पूर्व उन्होंने अपनी पार्टी की ही एक महिला नेत्री के सेल्समैन पति से उचित मूल्य दुकान का प्रभार छीने जाने पर नाराज होकर जिला आपूर्ति अधिकारी भूपेंद्र सिंह परिहार के साथ उनके ही कार्यालय कथित रूप से अभद्रता, गालीं-गलौंज और धमकी देते हुए शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई थी। पन्ना के कलेक्ट्रेट परिसर में हुई इस घटना पर आपूर्ति अधिकारी ने भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद और उनके साथ आये लोगों के विरुद्ध कोतवाली थाना पन्ना में लिखित शिकायत की थी। इस पर श्री गौतम अपने बचाव में भूपेंद्र सिंह परिहार की विवादित अधिकारी की छवि और उनके मानसिक रूप से बीमार होने की दलील देते हुए अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते रहे हैं। बहरहाल इस बार जिस तरह भाजपा के ही वरिष्ठ नेता कृष्ण कुमार पाण्डेय ने सतानंद पर महिला नेत्री अमिता बागरी को सपोर्ट करने के लिए दबाब बनाने और धमकी देने सरीके गंभीर आरोप लगाये उससे इनकी कार्यशैली और व्यवहार पर जहां प्रश्न चिन्ह लगा है वहीं इस प्रकरण से चुनावी समय में भारतीय जनता पार्टी की छवि भी धूमिल हो रही है। सुर्खियों में बने इस विवाद की पृष्ठभूमि में कई तरह की बातें पार्टी पदाधिकारियों और आमजन के बीच चर्चाओं में है जिन पर विपक्षी दलों के नेता जमकर चटखारे ले रहे हैं। वहीं इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम की चुप्पी से भी नकारात्मक चर्चाओं-अफवाहों को बल मिल रहा है। विदित होकि सतानंद पन्ना सीट से स्वयं भाजपा से टिकिट के प्रबल दावेदार हैं लेकिन जिस तरह इनका नाम लगातार विवादों में आ रहा है उसे देखते हुए इनकी दावेदारी कमजोर पड़ने के साथ-साथ भाजपा जिलाध्यक्ष की कुर्सी भी खतरे में पड़ने की आशंका दबी जुबान पार्टी नेता जता रहे हैं।