अपने मजबूत हौसलों और जिजीविषा से 90 साल के बुजुर्ग दम्पत्ति ने कोरोना को दी मात, पन्ना में अब तक कोरोना के कुल 200 मरीज हो चुके हैं स्वस्थ

0
956
कोरोना को मात देने वाले बुजुर्ग दम्पत्ति को पुष्प गुच्छ देकर ख़ुशी-ख़ुशी विदा करते हुए चिकित्सक।

* सीएमएचओ का दावा जिले में अब तक कोरोना से नहीं हुई किसी की भी मौत

* प्रदेश की तुलना में पन्ना में पाॅजिटिविटी दर कम और रिकव्हरी दर अधिक

* प्रेस में जारी ब्योरे में कोरोना सैम्पल कलेक्शन के अनुपात की नहीं जानकारी

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। अब तक 217 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 200 मरीज इलाज के बाद पूर्णतः स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना को मात देने वालों की फेहरिस्त में 90 और 85 साल के एक बुजुर्ग दम्पत्ति भी शामिल हो गए हैं। डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर जिला चिकित्सालय पन्ना में भर्ती 90 एवं 85 साल के कोरोना पाॅजिटिव बुजुर्ग दम्पत्ति को कोरोना को मात देकर स्वस्थ होने के उपरांत शनिवार 22 अगस्त को कोविड हेल्थ सेंटर से डिस्चार्ज किया गया। फिलहाल इस दम्पत्ति को होम आईसोलेट किया गया है। अपने मजबूत हौसलों, जिजीविषा और बेहतर इलाज के चलते कोरोना को हारने वाले इस दम्पत्ति को अब तक जिले में मिले सबसे अधिक आयु वाला मरीज बतया जा रहा है।
डॉ. एल. के. तिवारी, सीएमएचओ पन्ना।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी ने बताया है कि पन्ना जिले में कोविड बीमारी को लेकर शुरूआत से बनाई गई योजना के अनुसार बेहतर प्रबंधन के चलते अब तक की स्थिति सामान्य बनी हुई है। जिले में अब तक कुल 215 कोरोना पाॅजिटिव प्रकरण पाये जा चुके है, जिनमें से अब तक 200 पाॅजिटिव मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर वापिस जा चुके है।
(फाइल फोटो)
जिले में कोविड मरीजों के प्रबंधन हेतु कुल 8 कोविड केयर सेन्टर एवं 2 डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर निर्धारित किए गये है। जिले में गुनौर, पवई, अजयगढ़ सहित जिला मुख्यालय पर चिन्हित किए गये 08 कोविड केयर सेन्टर में 450 आईसोलेशन बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है तथा निर्धारित 2 डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर में 75 सेन्ट्रल ऑक्सीजन सप्लाई युक्त बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है। जिनमें अब तक डीसीएचसी जिला चिकित्सालय पन्ना में 22, सीसीसी जिला चिकित्सालय पन्ना में 41, सीसीसी अजयगढ़ में 42, सीसीसी माॅडल स्कूल पन्ना में 82 एवं सीसीसी पवई में 28 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को भर्ती कर उनको आवश्यक उपचार, भोजन, दूध, फल इत्यादि प्रदाय कर प्रबंधन किया गया है।
इसके अतिरिक्त गंभीर लक्षण वाले 2 पाॅजिटिव मरीजों को सागर मेडिकल काॅलेज रेफर किया गया था, जिनका जिले से लगातार फाॅलोअप किया गया एवं वर्तमान में वह भी स्वस्थ होकर वापिस घर जा चुके है। जिले में जिला मुख्यालय एवं ब्लाक/तहसील स्तर पर कुल 8 फीवर क्लीनिक की स्थापना की गई है, जहां पर सर्दी, जुकाम एवं बुखार के अब तक 4271 मरीजों को देखा गया है जिनमें से 2198 संदिग्ध व्यक्तियों के सैम्पल कलेक्ट किए गये है।
सांकेतिक फोटो।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल.के. तिवारी ने बताया कि जिले में अब तक कोरोना के 10790 सैम्पलों की जांच कराई जा चुकी है, जिनमें अब तक कुल 215 कोरोना पाॅजिटिव प्रकरणों की पुष्टि हुई है तथा शेष 02 प्रकरण अन्य जिलों/राज्यों में पाॅजिटिव पाये गये है। प्रदेश में वर्तमान में पाॅजिटिविटी दर 4.37 है, जबकि पन्ना जिले की पाॅजिटिविटी दर 2.12 है, जो कि प्रदेश की पाॅजिटिविटी दर से कम है। इसी प्रकार प्रदेश का रिकव्हरी दर 75.4 है, जबकि पन्ना जिले का रिकव्हरी दर 93.26 है, जो कि प्रदेश के अनुपात से काफी अधिक है। प्रदेश में मृत्यु की दर 2.4 है, जबकि पन्ना जिले में आज दिनांक तक किसी भी कोरोना पाॅजिटिव मरीज की मृत्यु नही हुई है। जो कि हमारे जिले के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
सांकेतिक फोटो।
सीएमएचओ बताया कि पन्ना जिला सहित प्रदेश में मात्र 4 जिले ही ऐसे है, जहां एक भी कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की मृत्यु अब तक नही हुई है। जिसको देखते हुए हमारा मुख्य उद्देश्य यही है कि जिले में मरीजों का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जाये, जिससे मृत्यु को रोका जा सके। प्रदेश में अब तक कोविड-19 बीमारी से हुई मृत्यु के प्रकरणों में देखने में पाया गया है कि कुल मृत्यु में से 90 प्रतिशत मरीज बीमारियों से पूर्व से पीड़ित थे। जिसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों में कोविड-19 बीमारी के कारण मृत्यु होने की ज्यादा आशंका है।
सांकेतिक फोटो।
जिसको देखते हुए इसके लिए जिले में विशेष अभियान के तहत आशा-एएनएम द्वारा घर-घर सर्वे कर बीपी, डायबिटीज, टीबी, अस्थमा एवं हृदय रोग से संबंधित व्यक्तियों को चिन्हांकित कर उनको तत्काल आवश्यक उपचार प्रदाय करने के निर्देश दिये गये है। जिससे उनमें कोविड बीमारी के संक्रमण होने पर मृत्यु की संभावना को रोका जा सके। स्वास्थ्य विभाग पन्ना के द्वारा कोरोना के सम्बंध में प्रेस में जारी इस विस्तृत ब्यौरे में प्रदेश के अनुपात में पन्ना जिले में सैम्पल कलेक्शन सरीके महत्वपूर्ण आंकड़े का उल्लेख नहीं है। उल्लेखनीय है कि कोरोना कि रोकथाम के लिए लोगों के ज्यादा से ज्यादा सैम्पल लेकर जांच करने की बात इस महामारी की शुरुआत से ही विशेषज्ञों के द्वारा कही जा रही है।