पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने दवा (गोली) उसे सप्ताह भर पूर्व स्कूल जाते समय दी थी और बोला, “तूं मर जा, या फिर चाहे जो कुछ कर, मैं दवा देता हूं”। मंगलवार को उक्त गोली का सेवन करने के बाद अचानक उसे उल्टियां होने लगी। छात्रा ने बताया आरोपी सहपाठी उसे काफी समय से परेशान कर रहा था। कई बार समझाने-मिन्नतें करने के बाद भी वह नहीं माना और उसने मेरे साथ जबर्दस्ती बुरा काम किया। बाद में कहीं से मेरा मोबाइल नंबर मिलने पर फोन पर धमकाने लगा। आरोपी आए दिन कहता था, घटना के संबंध में अगर किसी को कुछ भी बताया तो मेरा कुछ नहीं होगा तुम्हारी ही बदनामी होगी। छात्रा के अनुसार, उसे चूंकि आगे पढ़ना और बढ़ना था इसलिए वह ख़ामोशी से सबकुछ सहन करती रही।