* डीईओ के खिलाफ़ आपराधिक प्रकरण दर्ज़ करने पुलिस महानिरीक्षक को सौंपा ज्ञापन
* वायरल ऑडियो में दो पत्रकारों को कमरे में बंद कर पिटाई करवाने की बात करने का आरोप
पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में शिक्षा अधिकारी सूर्य भूषण मिश्रा के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पत्रकारों का आंदोलन सप्ताह भर से अनवरत जारी है। हिंसा के बल पर पत्रकारों को चुप कराने की घृणित सोच रखने और इसे अंजाम दिलवाने के लिए बकायदा साजिश रचने वाले जिला शिक्षा अधिकारी की बातचीत का कथित ऑडियो वायरल होने के बाद से पन्ना जिले के पत्रकारों ने उनके खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से मोर्चा खोल रखा है। जिसे हर दिन समाज के विभिन्न वर्गों का अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है। फलस्वरूप एकजुट पत्रकारों की आवाज़ एक ओर जहां लगातार बुलंद हो रही वहीं दूसरी तरफ विवादित डीईओ को प्रत्यक्ष-परोक्ष तौर पर संरक्षण दे रही शिवराज सरकार जानबूझकर पत्रकारों के आक्रोश को नजरअंदाज करते हुए बहरी-गूंगी और अंधी बनीं हुई है। व्यवस्था के इस अनापेक्षित रवैये से लोकतंत्र के अघोषित चौथे स्तंभ के सुरक्षा व सम्मान से जुड़े पर मुद्दे पर सत्तासीनों की कथनी और करनी अंतर भलीभांति पता चल रहा है। अपनी न्यायोचित मांग को लेकर प्रदेश सरकार के घोर उदासीनता पूर्ण रवैये से विचलित हुए बगैर पत्रकारों ने भी प्रण ले रखा है, डीईओ के खिलाफ कार्रवाई होने तक वे पूरी एकजुटता के साथ आवाज़ को बुलंद करते रहेंगे।
इसी क्रम में शुक्रवार 9 दिसंबर को पन्ना के प्रवास पर आये सागर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक श्री अनुराग से भेंटकर पत्रकारों के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए महानिरीक्षक श्री अनुराग ने तत्काल कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। अब देखना यह है कि पत्रकारों को पिटवाने की साजिश रचने संबधी वायरल ऑडियो के प्रमाण के आधार पर पुलिस संबंधितों के खिलाफ कब और क्या कार्रवाई करती है।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऑडियो काफी वायरल है। जिसमें दो लोग बात करते हुए सुने जा सकते हैं। ऑडियो को लेकर आरोप यह है कि उसमें कथित तौर जिला शिक्षा अधिकारी पन्ना सूर्य भूषण मिश्रा देवेंद्रनगर क्षेत्र के एक निजी स्कूल संचालक को पन्ना के दो पत्रकारों से हो रही समस्या का समाधान सुझाते हुए कहते हैं कि दोनों पत्रकारों की कमरे का दरवाजा बंद कर पिटाई कर दो। पूरी पत्रकारिता भूल जाएंगे। कथित तौर जिला शिक्षा अधिकारी कह रहे हैं कि उन्होंने पहले भी पिटाई रुपी दवाई दोनों पत्रकारों को देने के लिए कहा था। इस ऑडियो में वे एक प्रिंसिपल और खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा के निज सहायक के संबंध में भी टिप्पणी कर रहे हैं। ऑडियो के वायरल होने के बाद से पन्ना के समस्त पत्रकार जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग कर रहे हैं। उधर जिला शिक्षा अधिकारी सूर्य भूषण मिश्रा अपने ऊपर लग रहे आरोपों को सिरे से नकारते हुए पत्रकारों का हृदय से सम्मान करने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह के झूठे आरोप लगाकर मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
ये रहे शामिल
डीईओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस महानिरीक्षक को ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से शिव किशोर शिब्बू पाण्डेय, संजय सिंह राजपूत मुकेश विश्वकर्मा, राजेश शुक्ला, सुशांत चौरसिया, व्हीएन जोशी, मनीश मिश्रा, शिवकुमार त्रिपाठी, राकेश शर्मा, नदीम उल्ला, अनिल तिवारी, डीके साहू, ऋषि कुमार मिश्रा, अमित खरे, महबूब अली, लक्ष्मीनारायण चिरोल्या, बृजेश त्रिपाठी, अमित राठोर, मदन शर्मा, अर्चना प्यासी, पुष्पा जयसवाल, इदरीश, सौरभ साहू, टाईगर खान, सचिन खरे, संदीप पान्डेय, रोहित रैकवार, शुभम रिछारिया, संजय रैकवार, आशिफ खान, सीमांत खरे, दीपांश शर्मा, पवन पाठक, गणेश विश्वकर्मा, कादिर खान, फूल सिंह त्यागी, गौरीशंकर कुशवाहा, शैलेश अग्रवाल, राजेश रावत आदि शामिल थे।