* वीडियो वायरल होने के बाद पन्ना के राज मेडिकल स्टोर में पड़ा छापा
* गलत जानकारी देकर मनमाने दाम पर बेंच रहे थे मास्क और सैनिटाइज़र
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) वैश्विक महामारी बन चुके नोवल कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण से बचाव और रोकथाम के मद्देनजर मेडिकल एडवाइजरी जारी होने के बाद मास्क और सैनिटाइज़र की कालाबाजारी पर प्रभावी अंकुश लगाने की कार्रवाई पन्ना जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। शहर के राज मेडीकल स्टोर में मास्क और सैनिटाइज़र की कालाबाजारी से जुड़ा वीडियो वायरल होने और इसकी लिखित शिकायत मिलने पर पन्ना एसडीएम शेर सिंह मीणा के नेतृत्व में शनिवार देर शाम एक संयुक्त टीम ने राज मेडिकल छापामार कार्रवाई करते उसे सील कर दिया। इस कार्रवाई से मचे हड़कम्प के चलते पन्ना जिला चिकित्सालय के आसपास संचालित मेडिकल स्टोरों में ताला लग गया। छापामार कार्रवाई के दौरान जिला चिकित्सालय के तिराहे पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई।
कोरोना वायरस संक्रमण के मानवीय संकट के समय जिला मुख्यालय पन्ना में मास्क और सैनिटाइज़र की बिक्री में मुनाफाखोरी हावी होने की खबरें कई दिनों से आ रहीं थी। पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को शनिवार 21 मार्च को इस सम्बंध में एक शिकायत प्राप्त हुई, जिसे उन्होंने गंभीरता से लेते हुए पन्ना एसडीएम शेर सिंह मीणा के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम को तत्परता से कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। उक्त टीम ने देर शाम करीब 8:30 बजे शहर के जिला चिकित्सालय के तिराहा के समीप संचालित राज मेडिकल स्टोर में छापामार कार्रवाई को अंजाम देकर बिल/चालान और स्टॉक रजिस्टर जब्त कर लिया। इस कार्रवाई के चलते जिला चिकित्सालय के आसपास संचालित मेडिकल स्टोरों के संचालक काफी घबरा गए। इसकी जद में आने से बचने के लिए चंद मिनिट में ही अधिकाँश दवा विक्रेता अपनी दुकानें बंद कर भूमिगत हो गए।
छापामार कार्रवाई करने वाली संयुक्त टीम में शामिल रहीं खाद्य निरीक्षक सुश्री सरिता अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारी कविता राठौर के साथ शहर के 15 मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान राज मेडिकल स्टोर संचालक ने उनके स्टोर में मास्क और सैनिटाइज़र उपलब्ध न होने का कथन लिखित रूप में दिया था। लेकिन आज जब मास्क और सैनिटाइज़र की कालाबाजारी होने का वीडियो वायरल हुआ और इसकी लिखित शिकायत पर जब छापा मारा तो राज मेडीकल में मास्क और सैनिटाइज़र की उपलब्धता पाई गई।
महत्वपूर्ण बात यह है कि, जय मेडीकल एजेन्सी पन्ना से 80 रुपए में ख़रीदा गया 100 मिली लीटर का सैनिटाइज़र राज मेडिकल संचालक के द्वारा कथित तौर पर 150 से लेकर 175 एवं 200 रुपये तक में बेंचा जा रहा था। जबकि सैनिटाइज़र की बॉटल पर अधिकतम खुदरा मूल्य 220 रुपए अंकित है। इसके अलावा मास्क खरीदी के बिल में मूल्य दर्ज होना नहीं पाया गया। एक दिन पूर्व हुए निरीक्षण में मास्क और सैनिटाइज़र उपलब्ध न होने की जानकारी देने के पश्चात शनिवार को छापामार कार्रवाई के दौरान राज मेडीकल में न सिर्फ इनकी उपलब्धता पाई गई बल्कि जब्त किए खरीदी बिल/चालान बैक डेट में जारी मिले। जिससे मेडीकल स्टोर संचालक पर कालाबाजरी करने के साथ-साथ गलत जानकारी देकर गुमराह करने का आरोप भी लग रहा है। छापामार कार्रवाई करने वाली संयुक्त टीम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एल. के. तिवारी भी शामिल थे।
छापामार कार्रवाई में प्रथम दृष्टया कथित तौर पर अनियमितताएं सामने आने पर प्रभारी तहसीलदार पन्ना दीपा चतुर्वेदी की मौजूदगी में पन्ना कोतवाली थाना पुलिस ने राज मेडीकल में ताले लगाकर उसे सील कर दिया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में आवश्यक वास्तु अधिनियम अंतर्गत कार्रवाई करने के पश्चात प्रकरण को अग्रिम कार्रवाई हेतु ड्रग इंस्पेक्टर को सौंपा जायेगा। उधर, दवा व्यापारी संघ अध्यक्ष श्रीकांत दीक्षित एवं राज मेडीकल स्टोर संचालक ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर कड़ी आपत्ती और विरोध दर्ज कराया है। दोनों ने संयुक्त टीम की छापामार कार्रवाई के बाद मेडिकल स्टोर को सील करने को अनुचित और प्रशासन की मनमानी बताया है। जबकि जिला चिकित्सालय के तिराहा पर इस कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे लोगों ने कोरोना संकट के समय मास्क और सैनिटाइज़र की जमाखोरी व कालाबाजारी के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई को जनहित में बताते हुए इसकी सराहना की है। मालूम हो कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु जानकारों के द्वारा थ्री लेयर मास्क लगाने और सैनिटाइज़र से दिन में कई बार हाथ साफ़ करने की सलाह दी जा रही है। जिससे मास्क और सैनिटाइज़र की माँग बढ़ने के साथ ही इनकी कालाबाजारी भी तेजी से चल रही है।