CAA के समर्थन में बीजेपी ने निकाली विशाल तिरंगा यात्रा, पैदल मार्च कर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

0
612

* हाथों में तख्तियाँ और तिरंगा लेकर चल रहे थे लोग

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में इन दिनों विरोध और समर्थन का दौर जारी है। इस कानून की खिलाफत तथा समर्थन करने वाले दोनों ही पक्षों के लोग सड़कों पर उतर कर अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त कर रहे हैं। सोमवार 13 जनवरी को पन्ना जिला मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी नेताओं की अगुवाई में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई। पन्ना नागरिक परिषद् के तत्वाधान में निकली यह पदयात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुँचीं जहाँ नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा के नेता, जनप्रतिनिधि एवं प्रबुद्धजन शामिल रहे।
सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नागरिकता संशोधन अधिनियम के प्रति अपना पूर्ण समर्थन जताने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतागण एवं नागरिक छत्रसाल पार्क के बाहर एकत्रित हुए। तत्पश्चात दोपहर करीब 1 बजे शहर में विशाल पैदल मार्च निकाला गया। जिसमें शामिल लोग सीएए के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने वाली तख्तियाँ, राष्ट्रीय ध्वज एवं लम्बी तिरंगा पट्टी को हाथों में पकड़कर चल रहे थे। देश भक्ति गीतों के बीच निकाले गए समर्थन जुलुस को देखने के लिए लोग अपने घरों के बाहर या फिर छतों पर आ गए। करीब तीन किलोमीटर का नगर भ्रमण कर तिरंगा यात्रा के कलक्ट्रेट पहुँचने पर कलेक्टर के प्रतिनिधि को सीएए के समर्थन में एक ज्ञापन सौंपा गया। तिरंगा यात्रा में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री कुसुम मेहदेले, भाजपा जिलाध्यक्ष रामबिहारी चौरसिया, जिला पंचायत अध्यक्ष रविराज यादव, सतानंद गौतम, जयप्रकाश चतुर्वेदी, संजय नगायच, अमित गुप्ता, बृजेन्द्र गर्ग, निम्मी जैन, रामकरण द्विवेदी, दिलीप शिवहरे, राजकुमार वर्मा आदि भाजपा नेता शामिल रहे।

विपक्ष के बहकावे में ना आएँ

नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने वालों ने इसे मोदी सरकार का सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि, हमारे पड़ोसी देशों में जो भी अल्प संख्यक भाई अपनी धार्मिक आस्था या मान्यताओं के कारण अत्याचार-भेदभाव का शिकार हो रहे हैं उन्हें इस क़ानून के जरिए भारत की नागरिकता प्रदान की जायेगी। इस क़ानून में नागरिकता देने का प्रावधान है, किसी की नागरिकता लेने का नहीं हैं। भारत ने इस क़ानून के माध्यम से पहली बार पूरी दुनिया का ध्यान पाकिस्तान में अल्प संख्यकों पर हो रहे अत्याचारों की ओर खींचा है। कुछ लोग विपक्षी दलों के बहकावे में आकर इस कानून का विरोध कर रहे हैं। इसलिए आज पूरा देश विपक्षी दलों की वोट बैंक की इस घटिया राजनीति को धिक्कार रहा है।
सीएए का समर्थन करने वालों ने कहा कि देश के नागरिकों को इस क़ानून के लागू होने से ज़रा भी घबराने की जरुरत नहीं है क्योंकि इससे उनकी नागरिकता पर कोई आँच नहीं आएगी। उल्लेखनीय गत दिनों भारतीय जनता पार्टी के द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में एक संगोष्ठी भी पन्ना जिला मुख्यालय में आयोजित की गई थी। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने नागरिकता संशोधन कानून के प्रावधानों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए लोगों को जागरूक किया था। साथ ही इस कानून का विरोध करने वाले विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला था।