लोकायुक्त की ट्रैप कार्रवाई | प्लाटून कमांडर 2 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

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घूसखोर प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी के बयान दर्ज करतीं लोकायुक्त पुलिस इंस्पेक्टर सागर मंजू सिंह।

ड्यूटी यथावथ रखने नगर सैनिक से डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट के नाम पर मांगी थी रिश्वत

पन्ना बस स्टैण्ड में लोकायुक्त की ट्रैप कार्रवाई से मचा हड़कंप

पन्ना। रडार न्यूज  मध्यप्रदेश में घूसखोरी चरम पर है, यहां दाम कराये काम की नीति अघोषित तौर पर लागू होने के कारण आम लोगों से लेकर निचले स्तर के कर्मचारी तक काफी परेशान हैं। इनके छोटे-मोटे जायज काम भी बगैर रिश्वत के नहीं होते हैं। रिश्वत ना देने पर लोगों के कामों में बेबजह अड़ंगे लगाकर उसे बाधित किया जाता है या फिर दूसरे हथकंडे अपनाकर लोगों को रिश्वत देने के लिए मजबूर किया जाता है। अच्छी बात यह है कि घूसखोरी के लाइलाज हो रहे मर्ज की कुछ हद तक प्रभावी रोकथाम के लिए कतिपय लोग आगे आकर इसका विरोध कर रहे हैं। नोटों के भूखे भ्रष्ट अफसरों को सबक सिखाने के लिए उनके द्वार लोकायुक्त पुलिस की मदद लेकर रिश्वत लेने वालों को रंगे हांथ गिरफ्तार कराया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार 8 अगस्त 2018 को पन्ना में एक नगर सैनिक से ड्यूटी यथावथ रखने के एवज में 2000 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए होमगार्ड के प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी को लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने रंगे हांथ गिरफ्तार किया है। जिला मुख्यालय पन्ना के बस स्टैण्ड में हुई इस कार्रवाई से वहां हड़कंप मच गया। मौके पर लोगों की भीड़ बढ़ते देख लोकायुक्त पुलिस टीम आगे की कार्रवाई के लिए घूसखोर प्लाटून कमांडर को स्थानीय कोतवाली थाना ले गई।

थाना में वर्दी उतरवाकर जप्त की

उल्लेखनीय है कि नगर सैनिक राममोहन तिवारी वर्तमान में पन्ना के अवध बिहारी मंदिर की सुरक्षा में तैनात है। उसकी तैनाती होमगार्ड पन्ना के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट कार्यालय से 3 माह के लिए की गई थी। नगर सैनिक राममोहन तिवारी ने बताया कि इस अवधि के पूर्व ही उसे परेशान करने और रुपये ऐंठने की मंशा से अन्यत्र तैनात करने की धमकी दी जा रही थी। प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी द्वारा ड्यूटी यथावथ रखने के एवज में उससे डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट के. के. नारौलिया को देने के लिए 2000 रुपए की मांग की गई। पन्ना के होमगार्ड ऑफिस में ड्यूटी लगाने के नाम पर लंबे समय से जारी रिश्वत की मांग से परेशान होकर नगर सैनिक राममोहन तिवारी ने इसकी लिखित शिकायत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर से की थी। जिसकी तस्दीक करने के बाद आज दोपहर में प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी को योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप किया गया। नगर सैनिक राममोहन तिवारी से बतौर रिश्वत लिए गए कैमिकल युक्त नोटों को प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी द्वारा अपनी खाकी वर्दी की जेब में रखने पर कोतवाली थाना में उसकी वर्दी उतरवाकर उसे साक्ष्य के रूप में लोकायुक्त पुलिस ने जप्त किया है। इस मामले में फिलहाल प्लाटून कमांडर के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।

डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट से हुई पूंछतांछ

रिश्वत के मामले होमगार्ड पन्ना के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट के. के. नारौलिया का नाम आने से लोकायुक्त पुलिस इंस्पेक्टर सागर मंजू सिंह द्वारा कोतवाली थाना में श्री नारौलिया और आरोपी प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी से सघन पूंछतांछ की गई। बंद कमरे में हुई इस पूंछतांछ का ब्यौरा पता नहीं चल सका। लेकिन यह चर्चा जरूर है कि डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट ने खुद को खुद को पाक-साफ साबित करने के लिए इस मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। श्री नारौलिया का कहना है कि उनके द्वारा किसी से भी रिश्वत की मांग नहीं की गई। प्लाटून कमांडर ने अपने निहित आर्थिक स्वार्थ की पूर्ती के लिए उनके नाम का उपयोग किया है, जिसका पता उन्हें लोकायुक्त की ट्रैप कार्रवाई से ही चला है। मालूम हो कि होमगार्ड पन्ना के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट के. के. नारौलिया अत्यंत विवादित अधिकारी हैं। इनके खिलाफ पूर्व में कई गंभीर शिकायतें पुलिस के और विभागीय रिकॉर्ड में दर्ज हैं। लेकिन अब तक हर बार वे बचते रहे हैं।

इनका कहना है

“प्रथम दृष्ट्या रिश्वत लेने के आरोप में प्लाटून कमांडर सुरेश कुमार सोनी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। यह बात सही है कि रिश्वत होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट के नाम पर ली गई थी लेकिन सिर्फ किसी के नाम लेने मात्र से किसी को आरोपी नहीं बना सकते यदि मामले की जांच में यदि श्री नारौलिया के खिलाफ यदि साक्ष्य पाए जाते हैं तो हैं तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”
                   मंजू सिंह, लोकायुक्त पुलिस इंस्पेक्टर सागर