PTR के फंदे में फंसे शिकारी: सेही के मांस की उड़ाई थी दावत, जेल में अब पीसेंगे चक्की

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पन्ना टाइगर रिजर्व के वन परिक्षेत्र गंगऊ अभ्यारण की टीम द्वारा सेही (साही) के अवैध शिकार मामले में गिरफ्तार आरोपी।

 आरोपियों के कब्जे से सेही के कांटे और कुल्हाड़ी जब्त

 गंगऊ अभ्यारण की बगौंहा बीट अंतर्गत हुआ था शिकार

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना में गंगऊ अभ्यारण (Gangau Sanctuary) अंतर्गत गत दिनों सामने आई सेही (Porcupine) के अवैध शिकार (Poaching) की हैरान करने वाली घटना का वन अमले ने तत्परता से खुलासा किया है। मैदानी वन अमले ने सेही (साही) के मांस की दावत उड़ाने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से शिकार की घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी एवं सेही के कांटे जब्त किए हैं। पकड़े गए आरोपियों में हर प्रसाद उर्फ धन्ना आदिवासी पिता दसुआ आदिवासी 24 वर्ष, परसू कोंदर पिता सुकइयां कोंदर 48 वर्ष और प्रीतम कोंदर पिता रघुवर कोंदर 26 वर्ष सभी निवासी बगौंहा पुलिस थाना मड़ला जिला पन्ना शामिल हैं। तीनों आरोपियों को 28 मई 2025 को न्यायलय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल वारंट पर न्यायिक अभिरक्षा (Judicial Custody) में पन्ना जिला जेल भेजा गया। सेही के शिकार को लेकर वन्यजीव तस्करी (Wildlife Trafficking) की आशंका जताई जा रही थी जो कि गलत साबित हुई है, अब तक की जांच से पता चला है आरोपियों का मकसद मांस की दावत उड़ाना था। सेही के शिकार की चिंताजनक घटना का तत्परता से खुलासा कर सभी आरोपियों की गिरफ़्तारी को वन परिक्षेत्र गंगऊ अभ्यारण टीम की सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।

जंगल गश्त के दौरान हुआ था खुलासा

पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) अंतर्गत माह मई 2025 में 2 तेंदुओं (Leopards), 1 मादा भालू (Female Bear) की रहस्यमयी मौतों से मचे हड़कंप के बीच सेही के शिकार की चौंकाने वाली घटना सामने आई थी। दिनांक 20 मई को परिक्षेत्र गंगऊ अभ्यारण की बगौंहा बीट के कक्ष क्रमांक- 247 में पैदल गश्त के दौरान वनमार्ग किनारे सेही के कांटे, आंतें, मल और खून से सनी हुई लकड़ी वन अमले को मिली थी। सूचना मिलने पर परिक्षेत्राधिकारी (रेन्जर) अमर सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया था। प्रथम दृष्टया मामला अवैध शिकार का प्रतीत होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत जानकारी दी गई थी। पन्ना पार्क के मौजूद हालात के मद्देनजर सेही के शिकार की घटना ने वन्यजीव प्रेमियों की चिंता बढ़ा दी थी, क्योंकि कुछ लोग इसे लेकर वन्यजीव तस्करी की आशंका जता रहे थे।

बेज़ोअर के लिए शिकार की थी आशंका

बता दें कि सेही का अवैध शिकार मांस के अलावा उसके पेट में पाए जाने वाले आंशिक रूप पचे खाद्य पदार्थों से निर्मित गोले (पथरी) लिए भी किया जाता है। जिसे बेज़ोअर कहा जाता है। कथित तौर पर औषधीय गुणों से भरपूर बेज़ोअर सोने से अधिक कीमती होता है। इधर, सेही शिकार मामले में शामिल संदेही व्यक्ति घटना के बाद से ही फरार होने के कारण यह साफ़ नहीं हो पा रहा था कि इस प्रकरण में बेजुबान वन्यजीव का शिकार मांस के लिए किया गया था या फिर बेज़ोअर हांसिल करने के मकसद से उसे बेरहमी से मारा गया। जबकि कुछ लोग आशंका जाता रहे थे कि बेज़ोअर की तस्करी के लिए सेही का शिकार किया गया है।

दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा

वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर सजग एवं संवेदनशील वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेन्जर) अमर सिंह ने सेही (साही) के शिकार की घटना को चुनौती के रूप में लेते हुए संदेही की धरपकड़ के लिए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। संदेही के घर एवं परिजनों पर 24 घण्टे पैनी नजर रखते हुए उसके छिपने के संभावित ठिकानों का पता लगाया। आखिरकार मैदानी वन अमले की सप्ताह भर की कड़ी मशक्कत रंग लाई। गत दिनों मुखबिर से सटीक सूचना मिलने पर रेंजर ने हमराही बल परिक्षेत्र सहायक हरपाल सिंह सौर, बीटगार्ड कम्मोद सिंह एवं सुरक्षा श्रमिकों के साथ मौके पर पहुंचकर दबिश देते हुए संदेही प्रीतम कोंदर पिता रघुवर कोंदर 26 वर्ष निवासी निवासी बगौंहा थाना मड़ला जिला पन्ना को हिरासत में लिया।

जंगल में मृत पड़ी मिली थी सेही

संदेही प्रीतम कोंदर को मड़ला लाकर शिकार की घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने कथित तौर पर जुर्म कबूल कर लिया। रेंजर अमर सिंह ने बताया कि, आरोपी प्रीतम घटना दिनांक को जंगल से जब तेंदूपत्ता लेकर वापस घर लौट रहा था तो रास्ते में उसे सेही मृत पड़ी मिली थी। सेही के कांटे आसपास बिखरे थे और उसका सिर गायब था। शायद किसी वन्यजीव द्वारा उसका शिकार किया गया था। सेही का धड़ मिलने पर मांस की दावत उड़ाने के लालच में आकर प्रीतम ने जंगल में ही कुल्हाड़ी (Axe) से उसके टुकड़े किये। फिर ग्राम बगौंहा के स्वजातीय हर प्रसाद उर्फ धन्ना आदिवासी पिता दसुआ आदिवासी 24 वर्ष और परसू कोंदर पिता सुकइयां कोंदर 48 वर्ष को मांस का कुछ हिस्सा बांट दिया था। प्रीतम के खुलासे के आधार पर पीटीआर (Panna Tiger Reserve) की टीम ने बिना किसी देरी के हर प्रसाद उर्फ धन्ना आदिवासी एवं परसू कोंदर को भी गिरफ्तार कर लिया। सेही शिकार मामले के मुख्य आरोपी प्रीतम कोंदर के कब्जे से वन अमले ने कुल्हाड़ी, सेही के कांटे एवं अन्य दोनों आरोपियों से सेही (साही) के कांटे (Porcupine Thorn) जब्त किए है। रेंजर ने बताया कि सेही का शिकार मांस के लिए किया गया था, प्रकरण की अब तक की जांच में वन्यजीव अंग तस्करी से संबंधित किसी तरह का कोई संकेत नहीं मिला है।