* 6 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 राज्यमंत्रियों ने ली शपथ
* शिवराज सरकार के सिर्फ 6 मंत्रियों को मिली जगह, 10 की हुई छुट्टी
* राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने नवनियुक्त मंत्रियों को दिलाई शपथ
भोपाल। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश में आज मोहन सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो गया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें 18 विधायकों को कैबिनेट मंत्री, 6 विधायकों को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 विधायकों राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। नवनियुक्त 28 मंत्रियों में सर्वाधिक 11 ओबीसी वर्ग से, 7 सामान्य वर्ग, 6 एससी वर्ग और 4 एसटी वर्ग से आते हैं। मुख्यमंत्री को मिलाकर ओबीसी की संख्या 12 हो गई है। लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनज़र मंत्रिमंडल में युवा, महिला, जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की हर संभव कोशिश की गई है। मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन राजभवन के सांदीपनि सभागार में किया गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद थे।
इन 18 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में ली शपथ
कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले 18 विधायकों में कुंवर विजय शाह, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा, उदय प्रताप सिंह, श्रीमती सम्पतिया उइके, तुलसीराम सिलावट, एदल सिंह कंषाना, सुश्री निर्मला भूरिया, गोविन्द सिंह राजपूत, विश्वास सारंग, नारायण सिंह कुशवाह, नागर सिंह चौहान, प्रद्युम्न सिंह तोमर, राकेश शुक्ला, चैतन्य काश्यप “भैया जी” और इन्दर सिंह परमार शामिल है।
10 विधायकों ने राज्यमंत्री के रूप में ली शपथ
डॉ. मोहन यादव सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में आज राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में श्रीमती कृष्णा गौर, धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी, दिलीप जायसवाल, गौतम टेटवाल, लखन पटैल और नारायण सिंह पंवार ने शपथ ली। राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में नरेन्द्र शिवाजी पटेल, श्रीमती प्रतिमा बागरी, अहिरवार दिलीप और श्रीमती राधा सिंह शामिल है। उल्लेखनीय है कि, आज शपथ लेने वाली 28 सदस्यीय टीम मोहन में पिछली शिवराज सरकार के सिर्फ 6 मंत्रियों को ही जगह मिल सकी। जबकि 10 मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले चार विधायकों को मंत्री बनाया गया है।
इनकी रही उपस्थिति
राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद एवं प्रदेश अध्यक्ष भाजपा वी.डी. शर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। शपथ विधि का संचालन मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा ने किया।
9वीं बार विधायक बने भार्गव समेत कई बड़े चेहरे बाहर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल में कई बड़े चेहरों को शामिल न किए जाने से सियासी हलकों में खलबली मच गई। हालांकि शुरू से ही यह माना जा रहा था कि पूर्व में कई बार मंत्री रह चुके विधायकों को इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाएगा। लोग यह मानकर चल रहे थे कि इस बार अधिकांश नए चेहरों को मंत्री पद से नवाजा जाएगा। आज हुआ भी यही। लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि 9वीं बार विधायक निर्वाचित हुए गोपाल भार्गव को भी बाहर कर दिया जाएगा। वरिष्ठता और अनुभव को देखते हुए भार्गव को गृह मंत्री बनाए जाने के कयास सियासी गलियारों में लगाए जा रहे थे। लेकिन हुआ इसका उल्टा। शिवराज सरकार के दस मंत्रियों को इस बार नई सरकार में जगह नहीं मिल सकी। इनमें गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह, मीना सिंह, डॉ. प्रभुराम चौधरी, ऊषा ठाकुर, ओमप्रकाश सकलेचा, हरदीप सिंह डंग, बृजेन्द्र सिंह यादव, बृजेन्द्र प्रताप सिंह और बिसाहूलाल सिंह मंत्री नहीं बन पाए।