वन कर्मचारी-अधिकारी संघ ने किया प्रदर्शन
पांचवें दिन भी जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल
वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा करने में अधिकारी हो रहे फेल
पन्ना। रडार न्यूज लंबित मांगों के निराकरण को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे वन कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त मोर्चा ने अपनी मांगे पूरी होने तक इस भीषण गर्मी में अपने संघर्ष को जारी रखने का ऐलान किया है। हड़ताल के पांचवे दिन पन्ना में वन कर्मचारियों ने यहां जगात चौकी चौराहे पर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुतले की मांग में सिंदूर भरा और फिर चूडि़यों का हार पहनाकर जमकर नारेबाजी की गई। वन कर्मचारियों-अधिकारियों के इस अनूठे प्रदर्शन को देखने के लिए उत्सुकतावश चौराहे पर कुछ समय के लिए राहगीरों की भीड़ जमा हो गई।
आग में जल रहे जंगल-
उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले में वन कर्मचारियों-अधिकारियों की संयुक्त हड़ताल का पहले ही दिन से व्यापक असर देखा जा रहा है। पिछले दिनों हड़ताल के दौरान तेंदुआ, बाघ और भालू के हमले में 21 लोगों के घायल होने तथा एक तेंदूपत्ता श्रमिक बेटूलाल आदिवासी की मौत से वन क्षेत्र से सटे ग्रामों में हाहाकार मचा है। वन्यजीवों के हमले की दहशत के चलते लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे है। वनकर्मियों की हड़ताल से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य भी काफी प्रभावित है। प्रशिक्षित मैदानी वन कर्मचारियों और रेंजर्स के हड़ताल पर होने के कारण पन्ना टाईगर रिजर्व के जंगलों में लगी आग भी समय रहते बुझ नहीं पा रही है। स्थिति यह है कि वर्तमान में पार्क क्षेत्र का जंगल कई स्थानों पर आग से धधक रहा है। उधर हड़ताली कर्मचारी हर गुजरते दिन के साथ अपने आंदोलन को तेज कर रहे है।
अब मामा भी पछतायेगा-
सोमवार 28 मई को पन्ना के जगात चौकी चौराहे पर हड़ताली वन कर्मचारियों और अधिकारियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के प्रति अपना आक्रोश प्रकट करते हुए उनके पुतले का महिला की तरह श्रृंगार कर सिंदूर से मांग भरी और फिर प्रतीकात्मक चूडि़यों का हार पहना गया। इस दौरान कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार को कर्मचारी विरोधी करार देते हुए जमकर नारेबाजी की। सर्वविदित है कि बेहद कठिन परिस्थितियों में जंगल और वन्यजीवों की सुरक्षा करने वाले वनकर्मी पुलिस एवं राजस्व विभाग के कर्मचारियों के समान वेतन तथा सुविधायें देने की मांग कर रहे है। मध्यप्रदेश वन कर्मचारी संघ पन्ना के अध्यक्ष महीप कुमार रावत ने चेतावनी भरे अंदाज में इशारों-इशारों में कहा कि वन कर्मचारियों की उपेक्षा करने वाले मामा को भी इस बार पछताना पड़ेगा। समूचे प्रदेश के वन कर्मचारी-अधिकारी एवं अन्य विभागों के कर्मचारी और उनके परिजन समय आने पर अपनी ताकत का बखूबी एहसास करायेंगे।
ये रहे शामिल-
आज के प्रदर्शन में मुख्य रूप से शिशुपाल अहिरवार, जियालाल चौधरी, रमाकांत गर्ग, देवेश कुमार गौतम, बीके खरे, नंदा प्रसाद अहिरवार, विनोद कुमार माझी, रमाकांत त्रिपाठी, राजकुमार अहिरवार, आरएस नर्गेश, ओमप्रकाष शर्मा, केके विश्वकर्मा, आदित्य प्रताप सिंह, रामऔतार चौधरी, दुलारे चौधरी, रामकृपाल, रामदुनिया सेन, रम्मू अहिरवार, प्रेेम नारायण वर्मा व श्रीनिवास पाण्डेय आदि शामिल रहे।