* संदिग्ध परिस्थियों में जलने से हुई थी मौत, पुलिस को नहीं दी गई जानकारी
* पिता ने परिजनों के साथ मिलकर गुपचुप तरीके से दफना दी थी लाश
* मृतिका के मामा की सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने तत्परता से की कार्रवाई
* पिता पर पवित्र रिश्ते को कलंकित कर बेटी के साथ दरिंदगी और उसकी हत्या करने का आरोप
* पन्ना जिले के सलेहा थाना अंतर्गत समीपी ग्राम नचने का मामला
पन्ना/सलेहा (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में सलेहा थाना अंतर्गत ग्राम नचने में एक पिता पर अपनी बेटी की जघन्य हत्या कर उसकी लाश को गुपचुप तरीके से दफ़नाने का आरोप लगा है। सोमवार 16 सितम्बर को जबरदस्त तनाव और जिज्ञासा के बीच भारी पुलिस बल की मौजूदगी में एक कब्र को खोदकर उसके अंदर से 13 वर्षीय बालिका गुड़िया (परिवर्तित नाम) का जला हुआ शव निकाला गया। नाबालिग मृतिका नचने ग्राम की ही रहने वाली थी। तीन दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से उसकी मौत हो गई थी। मृतिका के पिता एवं परिजनों ने सलेहा पुलिस थाना तथा उसके ननिहाल में सूचना दिए बगैर ही शव को बेहद गोपनीय तरीके से दफना दिया था। इस सनसनीखेज़ घटनाक्रम की सूचना मृतिका के मामा वंशीधर (परिवर्तित नाम) ने पुलिस को दी है। उसने सलेहा थाना पुलिस को कथित तौर पर इस सनसनीखेज हत्या की वजह बताते हुए अपने अपने जीजा एवं गुड़िया के पिता कल्लू (परिवर्तित नाम) पर जो आरोप लगाए हैं वह अत्यंत ही संगीन और हैरान करने वाले है।
इसके मद्देनजर आज नायब तहसीलदार गुनौर रविशंकर शुक्ल की उपस्थिति में बालिका के शव को जाँच-पड़ताल के लिए कब्र से बाहर निकाला गया। पहले तो पुलिस की एफएसएल टीम ने बारीकी से जांच की और फिर पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए नाबालिग के शव का सलेहा में ही डॉक्टरों के पैनल पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम होने के बाद बालिका के शव का पुनः अंतिम संस्कार किया गया। इस प्रकरण में पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। उधर, इस घटनक्रम को लेकर क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं व्याप्त है।
मोबाइल फोन पर गाँव वालों ने दी थी सूचना
पड़ोसी जिला सतना के ग्राम झिंगोदर निवासी वंशीधर (परिवर्तित नाम) ने रविवार की रात सलेहा पहुँचकर स्थानीय पुलिस को बताया कि उसे नचने गाँव के लोगों ने मोबाइल फोन पर सूचना दी है कि उसकी छोटी भांजी गुड़िया (परिवर्तित नाम) नाम की मौत हो चुकी है। जिसके शव को दफनाया जा चुका है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए रविवार की रात्रि में ही पुलिस ने जब इसकी छानबीन की तो कल्लू (परिवर्तित नाम) ने बताया कि उसकी बेटी गुड़िया भट्टा भूनते समय जल गई थी। इस कारण 13 सितम्बर को उसकी मौत हो गई। उसने शव को खेत के समीप ही गड्ढा खोदकर दफ़नाने की जानकारी दी। गुड़िया की बेहद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने और उसके शव को गुपचुप तरीके से दफनाए जाने पर वंशीधर (परिवर्तित नाम) ने अपने जीजा पर बेटी की हत्या करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
इस सम्बंध में उसने पुलिस को एक लिखित शिकायत भी दी है। अपुष्ट सूत्रों से पता चला है कि वंशीधर ने अपने जीजा कल्लू (परिवर्तित नाम) पर कथित तौर पर पिता-पुत्री के पवित्र रिश्ते को शर्मशार करते हुए मासूम गुड़िया को अपनी हवश का शिकार बनाने तथा कई दिनों तक उसके साथ दरिंदगी (यौन शोषण) करने का आरोप लगाया है। कथित तौर पर इसकी पुष्टि गुड़िया की बड़ी बहिन रीता (परिवर्तित नाम) ने भी की है।
वंशीधर ने यह आशंका जताई है कि हवश के भूखे कल्लू ने अपनी हैवानियत उजागर होने के डर से गुड़िया को जिन्दा जलाकर मार डाला और फिर उसे दफना दिया। झकझोर देने वाले इन आरोपों की सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस के द्वारा इस बेहद ही संगीन मामले के हर पहलू की बारीकी से जाँच की जा रही है। चर्चा यह भी है कि कथित तौर पर अपने पिता की हैवानियत से तंग आकर गुड़िया ने ही खुद को जिंदा जलाकर आत्महत्या कर ली थी। आरोपों व चर्चाओं के बीच वास्तविकता क्या है, इसका पता मृतिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने व मामले की जाँच पूर्ण होने पर ही चल सकेगा।
पिता ने कर लिया थी दूसरी शादी
उल्लेखनीय है कि कल्लू (परिवर्तित नाम) की पहली पत्नी की मौत करीब 5-6 वर्ष पूर्व हो गई थी। कल्लू को पहली पत्नी से तीन संतान दो बेटियाँ और एक बेटा है। इसके बाद उसने दूसरा विवाह कर लिया। दूसरी पत्नी से भी कल्लू के 2-3 बच्चे है। वह अपनी पहली पत्नी के बच्चों को भी अपने साथ ग्राम नचने में खेत में बने घर में रखता है। बड़ी बेटी रीता (परिवर्तित नाम) की उम्र करीब 15 वर्ष की और छोटी बेटी गुड़िया 13 वर्ष की थी। वंशीधर (परिवर्तित नाम) का आरोप है कि उसकी बहिन की मौत के बाद कथित तौर जीजा कल्लू (परिवर्तित नाम) की नीयत अपनी ही बेटियों पर ख़राब होने लगी और इस कामांध ने पिता-पुत्री को पवित्र रिश्ते को कलंकित करते हुए बेटियों को अपनी हवश का शिकार बनाना शुरू कर दिया।
कलयुगी पिता की दरिंदगी को दोनों नासमझ बेवश और असहाय बहिनें कई दिनों तक चुपचाप सहन करती रहीं। दरअसल, इस दौरान कल्लू को रोकने वाला कोई नहीं था इसलिए उसकी हैवानियत सारी हदें पार कर गई। बाद में जब कल्लू को लगा कि उसके कुकर्म उजागर हो सकते है, तो उसने छोटी बेटी गुड़िया को जिन्दा जलाकर मार डाला और फिर उसे गुपचुप तरीके से दफना दिया। वंशीधर के आरोपों के संबंध में मृतिका के पिता कल्लू (परिवर्तित नाम) से उसका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका। ऐसी खबर आ रही है कि पुलिस ने पूँछतांछ के लिए कल्लू को हिरासत में लिया है।
छतरपुर से आई एफएसएल टीम
सलेहा थाना प्रभारी निरंकार सिंह द्वारा इस घटना की जानकारी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकरियों को दी गई। उनके निर्देशन एवं मार्गदर्शन में प्रकरण की गहन जांच शुरू करते हुए पन्ना के साथ-साथ पड़ोसी जिला छतरपुर से भी एफएसएल टीम को मौके पर आवश्यक वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन हेतु बुलाया गया। छतरपुर से आए पुलिस वैज्ञानिक अधिकारी रीतेश शुक्ला ने बालिका गुड़िया (परिवर्तित नाम) के शव एवं घटनास्थल का निरीक्षण किया। दोनों की वीडियो और फोटोग्राफी कराई गई। फिंगर प्रिंट लिए गए। पुलिस डॉग को भी घटनास्थल पर लाकर छानबीन कराई गई। जांच के दौरान पन्ना की एफएसएल टीम के सदस्य नत्थू यादव, एन्थोनी पसाना, थाना सलेहा में पदस्थ एएसआई शिवमणि शुक्ला, पर्वत सिंह, कमलेश द्विवेदी, शिवम शर्मा, सुशील कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।
इनका कहना है –
“नाबालिग बालिका के मामा ने उसकी मौत होने और शव को गुपचुप तरीके से दफनाए जाने की सूचना दी थी, जिस पर सोमवार को कब्र से शव को बाहर निकाला गया। सूचनाकर्ता ने अपने जीजा के खिलाफ कई बेहद गंभीर आरोप लगाए है जिनकी जाँच की जा रही है। मृतिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने एवं प्रारंभिक जाँच पूर्ण होने पर काफी हद तक इस मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी।”