नजूल तहसीलदार के बंगले मे हुई चोरी का 3 दिन के अंदर पर्दाफाश कर आरोपी को किया गिरफ्तार

0
1098
कोतवाली थाना निरीक्षक पन्ना हरी सिंह ठाकुर एवं उनकी टीम की अभिरक्षा में चोरी की घटना का मुख्य आरोपी।

* पन्ना कोतवाली थाना पुलिस की सराहनीय कार्रवाई

* क्या ऐसी ही संवेदनशीलता और तत्परता आम आदमी से जुड़े मामलों में दिखेगी

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) शहर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके सिविल लाइन में स्थित नजूल तहसीलदार के सरकारी बंगले में हुई चोरी की सनसनीखेज वारदात का पन्ना कोतवाली थाना पुलिस ने महज 3 दिन के अंदर पर्दाफाश कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार मुखबिर की सूचना पर पकड़े गए आरोपी अख्तर खान पिता हसन खान 29 वर्ष निवासी वेटनरी अस्पताल के पास आगरा मोहल्ला पन्ना ने पूँछताँछ में चोरी की वारदात को अपने एक दोस्त के साथ मिलकर अंजाम देने की बात कबूल की है। इसके कब्जे से पुलिस ने चोरी का माल-मशरूका बरामद बरामद किया है। इस मामले में फरार चल रहे दूसरे आरोपी की भी सरगर्मी तलाश की जा रही है। चोरी की इस चर्चित वारदात का खुलासा होने पर कोतवाली थाना पुलिस ने फिलहाल राहत की साँस ली है। उल्लेखनीय है कि, डॉ. अवंतिका तिवारी प्रभारी नजूल तहसीलदार पन्ना गत दिनों ट्रेनिंग के सिलिसिले में राजधानी भोपाल में थीं। इस दौरान पन्ना में उनके सूने पड़े सरकारी आवास को निशाना बनाते हुए 16-17 जनवरी 2020 की दरम्यानी रात अज्ञात चोर ताले का कुंदा तोड़कर नकदी रुपए और गहने चुरा ले गए थे।
चोरी की घटना की जानकारी प्रभारी नजूल तहसीलदार को उनके पड़ोसियों के द्वारा 17 जनवरी की सुबह मोबाइल फोन पर दी गई थी। कोतवाली थाना पुलिस द्वारा इस घटना पर अज्ञात अपराधी के खिलाफ धारा 457, 380 ताहि का कायम कर विवेचना में लिया गया। शहर के सुरक्षित इलाके में चोरी की वारदात के सामने आने पर पुलिस की काफी किरकिरी हुई। स्थानीय मीडिया ने इस घटना को प्रमुखता से प्रकशित करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल भी खड़े किए। दरअसल सिविल लाइन इलाके में पन्ना पुलिस अधीक्षक सहित न्यायाधीशों के सरकारी आवास स्थित हैं, जिनमें 24 घण्टे सुरक्षाकर्मी मुस्तैदी से तैनात रहते हैं। बाबजूद इसके अगर इस इलाके में अपराधी चोरी करने का दुस्साहस करते हैं तो इससे उनमें पुलिस का तनिक भी खौफ न होने की खबर मिलती है। यही वजह है कि बदनामी का सबब बनीं चोरी की इस घटना को पुलिस के द्वारा चुनौती के रूप में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी द्वारा घटना का पर्दाफाश कर आरोपी की धरपकड़ के लिए एक टीम गठित की गई। एसडीओपी पन्ना आर.एस.रावत के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली हरी सिंह ठाकुर ने अपनी टीम के साथ अज्ञात आरोपी की तलाश पतारसी हेतु मुखबिर लगाए गए। सोमवार 20 जनवरी को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर अख्तर खान पिता हसन खान 29 वर्ष निवासी वेटनरी अस्पताल के पास आगरा मोहल्ला पन्ना को हिरासत में लेकर पूँछतांछ की गई। इस दौरान उसने चोरी की वारदात को अपने एक दोस्त के साथ मिलकर अंजाम देने की बात कबूल की है। कोतवाली थाना पुलिस के द्वारा आरोपी अख्तर खान को न्यायालय में पेश किया गया। वहीं इस मामले में फरार चल रहे उसके साथी को भी दबोंचने के लिए पुलिस के प्रयास जारी है।
प्रभारी नजूल तहसीलदार के सरकारी बंगले में चोरी की घटना सामने आने के बाद से ही अज्ञात आरोपियों का सुराग लगाकर उन्हें शीघ्र गिरफ्तार करने की बात पुलिस की ओर से कही गई जा रही थी। फलस्वरूप शहर के सभी चौराहों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर लगे सीसीटीव्ही कैमरों की निगरानी और अत्याधुनिक तकनीक के जरिए पन्ना पुलिस ने महज तीन दिन के अंदर इस चोरी का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की है। बेशक पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है। लेकिन, यहाँ अहम सवाल यह है, आम आदमी से जुड़े आपराधिक मामलों में कार्रवाई को लेकर भी पुलिस क्या इसी तरह संवेदनशीलता और तत्परता दिखाएगी या फिर उन्हें सामान्य अपराध की तरह ही लिया जाएगा। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा।