गरीब परिवार के बच्चों को पब्लिक स्कूल में पढ़ाने की होगी व्यवस्था
गरीब की जिन्दगी की शुरूआत से अंत तक की हर जरूरत पूरी होंगी
संबल योजना के लाभ वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार ने गरीब कल्याण की दुनिया की सबसे बड़ी योजना ‘संबल” लागू की है। इससे प्रदेश में गरीब परिवार की जिन्दगी में समृद्धि आएगी, गरीब की जिन्दगी बदलेगी। सरकार अब बजट का उपयोग गरीबों की जनसंख्या के अनुपात में करेगी। आगामी चार सालों में प्रत्येक गरीब के पास पक्का मकान होगा। गरीब परिवार का हर बच्चा पढ़ेगा। गरीबों की बीमारी का नि:शुल्क उपचार होगा। इस वर्ग को बिजली बिल केवल फ्लैट रेट पर ही भरना होगा। संकट की घड़ी में गरीब परिवार की पूरी मदद होगी। जीवन की अंतिम विदाई भी सम्मानपूर्वक होगी। गरीब की आमदनी बढ़ाने जैसे कार्य संबल योजना में किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पब्लिक स्कूलों की फीस पर भी लगाम लगाई जाएगी। ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिससे गरीब के बच्चे भी पब्लिक स्कूल में पढ़ सकेंगे। श्री चौहान आज यहाँ लाल परेड मैदान में असंगठित श्रमिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना के लाभ वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री की आत्मीयता से भाव-विभोर हुए गरीब मजदूर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जब श्रीमती कन्या बाई और श्रीमती महिला बाई को अपने हाथों चरण पूरे सम्मान और आत्मीयता से पादुकाएं पहनाईं, तो पूरा पंडाल हर्ष ध्वनि से गूँज उठा। श्री चौहान ने कार्यक्रम में संबल योजना के हित-लाभों का वितरण किया। श्री चौहान की आत्मीयता से पूरा प्रांगण मंत्रमुग्ध हो गया। |
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संबल गरीब की जिन्दगी में नया सवेरा और खुशियों का नया रंग भरने के लिये लागू की गई है संबल योजना। गरीब की जिन्दगी का सफर आसान और सुविधाजनक हो जायेगा। साठ वर्ष की उम्र तक मृत्यु होने पर दो लाख रूपये और दुर्घटना में मृत्यु पर चार लाख रूपये मिलेंगे। अंतिम संस्कार के लिये पाँच हजार रूपये की अनुग्रह राशि दी जायेगी। आमदनी बढ़ाने के लिये हाथठेला वाले को ई-लोडर और रिक्शा वालों को ई-रिक्शा मिलेगा। स्व-रोजगार के लिये एक लाख युवाओं को सरकार की गारंटी पर ऋण मिलेगा। उनके प्रशिक्षण के कार्यक्रम भी करवाये जायेंगे।
श्री चौहान ने कहा कि आगामी जुलाई माह से गरीब को फ्लैट रेट पर ही बिजली का बिल देना होगा। बिल की बकाया राशि सरकार भरेगी। बल्ब, पंखा और टी.व्ही. का उपयोग करने वालों को फ्लेट रेट 200 रूपये तक का बिल ही प्रति माह जमा करना होगा। श्रमिक महिलाओं को गर्भावस्था में चार हजार रूपये और प्रसूति उपरांत बारह हजार रूपये की सहायता मिलेगी। बेटा-बेटी की पढ़ाई में फीस की बाधा भी खत्म होगी। पहली कक्षा से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई की फीस सरकार भरेगी। फीस भरने में जाति, समाज और धर्म का कोई भेदभाव नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 37 लाख 50 हजार गरीब बेघर हैं। सरकार हर गरीब को पक्का मकान देने के लिये 4 सालों में 40 लाख मकान बनवाएगी। शहरों में भूमि की कमी होने पर बहु-मंजिली इमारत में मकान दिये जायेंगे। प्रदेश में गरीबों के लिये हर वर्ष 10 लाख मकान बनवाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना का क्रियान्वयन बहुत सरल तरीके से किया जायेगा। प्रत्येक पंजीबद्ध हितग्राही को स्मार्ट-कार्ड दिये जायेंगे। उनकी सहायता के लिये प्रत्येक वार्ड में पाँच-पाँच सेवाभावी व्यक्तियों की समिति रहेगी। इस समिति में एक महिला श्रमिक और एक अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग का सदस्य रहेगा। उन्होंने गरीबों का आव्हान किया कि संगठित होकर हक़ की माँग करें। दुनिया जितनी अमीरों की है, उतनी ही गरीबों की है। गरीबी दूर करने के नारे तो बहुत बने मगर अमीर, गरीब की खाई निरंतर बढ़ती गई। गरीबी को दूर करने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जो रास्ता है, उसमें गरीब की आमदनी बढ़ाने, जरूरतों को पूरा करने और सुविधाएं बाँटने की भावना समाहित है। प्रदेश सरकार ने गरीबों की रोटी, कपड़ा, मकान, दवाई, रोजगार की जरूरतों को संबल योजना में पूरा किया है।
राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार ने गरीब कल्याण के कार्यों में दुनिया में स्थान बनाया है । दुनिया में गरीब के कल्याण की संबल योजना के समान दूसरी कोई योजना अभी तक नहीं बनी है । कार्यक्रम में सहकारिता राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार विश्वास सारंग, सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष मनमोहन नागर, भोपाल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ओम यादव, असंगठित श्रमिक मंडल के अध्यक्ष सुल्तान सिंह शेखावत, विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह, रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री और असंगठित श्रमिक का विशाल जन-समूह उपस्थित था।