कोरोना को हराकर खुशी-ख़ुशी वापस गाँव लौटे बरबसपुरा के प्रवासी श्रमिक, डीएच स्टॉफ ने फूल देकर और तालियां बजाकर किया विदा

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इलाज के बाद कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने गांव लौटते बरबसपुरा के प्रवासी श्रमिकों को फूल देकर और तालियां बजाकर उन्हें विदाई देता डीएच स्टॉफ।

* कोरोना का हाई रिस्क विलेज बने बरबसपुरा के लोगों ने ली राहत की सांस

* जिले में कोरोना के कुल 20 संक्रमितों में 9 हुए स्वस्थ, अब सिर्फ 11 मरीज भर्ती 

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। जिला चिकित्सालय से आज कोरोना संक्रमित पांच मरीजों को छुट्टी दे दी गई। कोरोना संक्रमितों के इलाज से जुड़ी नई गाइडलाइन के तहत इन मरीजों के भर्ती रहने के दौरान बीमारी का किसी तरह का कोई लक्षण प्रकट न होने पर इन्हें स्वस्थ्य मानते हुए जिला चिकित्सालय से दोपहर के समय डिस्चार्ज कर दिया गया। कोरोना को हारने वाले इन मरीजों को डॉक्टर्स, नर्सेस एवं पैरामेडिकल स्टॉफ ने फूल देकर और तालियां बजाकर ख़ुशी के माहौल में यादगार विदाई दी। जिला चिकित्सालय के कोविड केयर हेल्थ सेंटर में अभी तक 16 संक्रमित मरीज भर्ती रहे हैं। लेकिन बरबसपुरा गांव के पांच मरीजों के स्वस्थ्य होने पर आज उन्हें छुट्टी मिलने से भर्ती मरीजों की संख्या घटकर अब 11 बची है।
पन्ना जिले में कोरोना केस की संख्या के लिहाज से बरबसपुरा गांव हाई रिस्क विलेज बना है। जिले में कोरोना के अब तक कुल 20 केस पाए गए, जिसमें अकेले बरबसपुरा गांव में ही कुल 9 संक्रमित मिले हैं। गांव के सभी संक्रमित मरीज एक ही परिवार के हैं और सभी पिछले दिनों कोरोना हॉटस्पॉट बनीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लौटे थे। बरबसपुरा गांव में पहले लॉकडाउन के बाद से अब तक करीब 250 प्रवासी श्रमिक दूसरे राज्यों से वापस आये हैं। इनमें दिल्ली से लौटे कुछ मजदूरों के जांच में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद इस गांव के लोग संक्रमण के फैलाव को लेकर काफी भयभीत रहे हैं। साथ ही संक्रमित मरीजों की चिंता भी उन्हें सताती रही है। आज जब एक साथ पांच कोविड मरीज स्वस्थ होकर एम्बुलेंस से गांव पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। कोरोना को लेकर उनके मन में जिस तरह का खौफ रहा है वह काम हुआ है।
उधर,  करीब एक सप्ताह तक चले इलाज के बाद संक्रमितों के कोरोना से मुक्त होने पर जिला चिकित्सालय स्टॉफ भी काफी खुश नजर आ रहा है। अच्छे इलाज और देखभाल से कोविड-19 के अब तक 9 मरीजों के स्वस्थ होकर घर लौटने से डॉक्टर्स, नर्सेस एवं पैरामेडिकल स्टॉफ के चेहरे पर आत्म संतोष का भाव और सफलता की ख़ुशी साफ़ झलक रही है। कोरोना को हर हाल में हारने का इनका जज़्बा और हौसला लगातार बुलंद हो रहा है। कोरोना से मुक्त होने वाले प्रवासी श्रमिकों ने डॉक्टरों एवं अस्पताल प्रबंधन का हृदय से आभार प्रकट करते हुए कहा कि बेहतर इलाज, भावनात्मक सहयोग और अच्छी व्यवस्थाएं मिलने से हम लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट पा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बरबसपुरा गांव में मिला पहला कोरोना संक्रमित युवा श्रमिक इसके पूर्व 3 जून को स्वस्थ्य होकर अपने घर जा चुका है। इस तरह अब तक बरबसपुरा गांव के 6 और कुल 9 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। श्रमिकों की विदाई की बेला पर उपस्थित रहे डॉक्टर भास्कर द्विवेदी ने बताया कि शेष जो 11 मरीज अभी भर्ती हैं उनके भी शीघ्र स्वस्थ होकर घर लौटने की पूरी उम्मीद है। आपने कहा कि पूरा स्टॉफ सीएमएचओ और सिविल सर्जन के मार्गदर्शन में रात-दिन कड़ी मेहनत कर रहा है, जिससे हमें लगातार उत्साहजनक नतीजे मिल रहे हैं। आपने बताया कि डिस्चार्ज हुए सभी मरीजों को आवश्यक सतर्कता बरतने एवं अपने घर पर 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहकर प्रोटोकॉल का पालन करने के आदेश दिया गया है। वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना डॉ. एल. के तिवारी ने दवा किया है कि वर्तमान में जिला चिकित्सालय के कोविड हेल्थ केयर सेंटर में भर्ती सभी 11 मरीज भी स्वस्थ हैं।