* आदिवासियों के मददगार के मकान पर अवैध कब्ज़ा करने का मामला
* भाजपा नेता अंकुर त्रिवेदी एवं अन्य पर है अवैध कब्ज़ा करवाने का आरोप
* पूर्व CM ने SDM के पत्र का हवाला देकर पन्ना पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय से सटे नयापुरा-मुड़िया पहाड़ में स्थित आदिवासियों की बेशकीमती भूमियों को हड़पने और वहां कई पीढ़ियों से काबिज गरीबों को आतंक के बल पर जबरन बेदखल करने गंभीर आरोपों से घिरे भाजपा जिला उपाध्यक्ष अंकुर त्रिवेदी और उनके परिजनों पर अब गरीब आदिवासियों के मददगार बृजेश गौतम के मकान पर कथित तौर पर अवैध कब्ज़ा करवाने का आरोप लगा है। मुड़िया पहाड़ के आदिवासियों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर आक्रामकता के साथ उनके हक़ की लड़ाई लड़ने वाले राज्य सभा सदस्य एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बृजेश गौतम के मामले को लेकर पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर भू-माफिया अंकुर त्रिवेदी व अन्य लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने के लिए पुलिस अधीक्षक पन्ना को निर्देश देने की मांग की है। साथ ही बृजेश के मकान से तत्काल अवैध कब्ज़ा हटवाने की मांग की गई है।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने डीजीपी को 29 अक्टूबर को लिखे गए अपने पत्र के साथ पन्ना के मुड़िया पहाड़ निवासी बृजेश गौतम के आवेदन को संलग्न किया है। जिसमें बताया गया है कि, अंकुर त्रिवेदी, अवधेश त्रिवेदी, विकास शुक्ला व अन्य लोगों ने बृजेश के मकान का ताला तोड़कर मकान पर कब्ज़ा कर लिया है। पुलिस से शिकायत करने पर अंकुर ने बृजेश को और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है। इसकी लिखित सूचना पीड़ित के द्वारा 31 अगस्त 2021 को पुलिस अधीक्षक पन्ना को दी गई थी।
राज्य सभा सदस्य श्री सिंह ने डीजीपी को लिखे पत्र में पन्ना के पूर्व एसडीएम शेर सिंह मीना के द्वारा दिनांक 27 अक्टूबर 2020 को कोतवाली थाना प्रभारी पन्ना को भेजे गए बहुचर्चित शासकीय पत्र का विस्तार पूर्वक हवाला दिया है। जिसमें तत्कालीन पन्ना एसडीएम शेर सिंह मीना ने अंकुर त्रिवेदी व अवधेश त्रिवेदी के खिलाफ दर्ज आपराधिक प्रकरणों की लंबी फेहरिस्त और नयापुरा-मुड़िया पहाड़ के रहवासियों की शिकायतों के मद्देनजर पन्ना कोतवाली थाना प्रभारी को अवधेश त्रिवेदी के विरुद्ध एन.एस.ए. और अंकुर त्रिवेदी के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। आईएएस अधिकारी श्री मीना ने अपने पत्र कहा था कि इन लोगों का इतना आतंक है कि इनके विरुद्ध कोई शिकायत नहीं कर पा रहा है।
