महोबा से एक साल बाद झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार: पन्ना में गलत इलाज के कारण महिला की हुई थी मौत

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झोलाछाप (फर्जी) डॉक्टर को प्रशांत विश्वास को न्यायालय में पेश करने के लिए ले जाते हुए पुलिस जवान।

  बिना किसी चिकित्सीय योग्यता के कर रहा था ग्रामीणों का इलाज

पन्ना।(www.radarnews.in) जिले के रैपुरा थाना अंतर्गत गलत इलाज के कारण आदिवासी महिला की असमय मौत होने के मामले में साल भर से फरार चल रहे झोलाछाप (फर्जी) डॉक्टर को पन्ना पुलिस ने उत्तर प्रदेश के महोबा से गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रशांत विश्वास 28 वर्ष के विरुद्ध थाना रैपुरा में अपराध क्रमांक 134/24 धारा 304 ए भारतीय दंड विधान एवं धारा 24 मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान परिषद अधिनियम, 1987 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध है। आरोपी झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी चिकित्सीय योग्यता के थाना रैपुरा थाना अंतर्गत बघवारकला ग्राम में अवैध क्लीनिक संचालित कर ग्रामीणों का इलाज करता था।
सोशल मीडिया पर पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार फरियादी सुरेन्द्र सिंह आदिवासी निवासी ग्राम लखनचौरी दिनांक 13 जून 2024 थाना रैपुरा आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी मां प्रकाश रानी आदिवासी का इलाज बघवारकला में स्थित एक कथित बंगाली डॉक्टर प्रशांत विश्वास द्वारा किया गया। इलाज के दौरान प्रशांत विश्वास द्वारा प्रकाश रानी को इंजेक्शन, बोतल एवं दवाएं दी गईं। इंजेक्शन लगाए जाने के तुरंत बाद सुरेन्द्र की मां की अचानक तेजी से तबियत बिगड़ी और कुछ ही देर में मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई। फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस द्वारा मर्ग क्रमांक 16/2024 पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया। मृतिका का पोस्टमार्टम रैपुरा में कराया गया। मर्ग जांच के दौरान मृतिका की पोस्टमार्टम क्यूरी रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया, कि दी गई दवाएं मरीज की स्थिति के अनुरूप नहीं थीं। इंजेक्शन गलत रूट से दिया गया। साथ ही दवाओं के ओवरडोज तथा संभावित ड्रग टॉक्सिसिटी एवं हाइपरसेंसिटिविटी के कारण मरीज की मृत्यु होना संभव है।
विवेचना दौरान यह तथ्य उजागर हुआ कि आरोपी प्रशांत विश्वास न तो किसी मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थान से प्रशिक्षित है, न ही उसके पास कोई चिकित्सकीय पंजीयन अथवा प्रमाण पत्र है। उसने सिर्फ 12वीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त की है। इसके बावजूद वह लंबे समय से अवैध रूप से चिकित्सकीय गतिविधियों में संलिप्त था। पीएम रिपोर्ट एवं अन्य तथ्यों से यह स्पष्ट होता है कि आरोपी प्रशांत विश्वास द्वारा यह जानते हुए कि उसके पास चिकित्सा का विधिक ज्ञान एवं आवश्यक योग्यता नहीं है, फिर भी उसने गंभीर चिकित्सकीय प्रक्रिया अपनाई थी। जिससे मरीज की मृत्यु हो गई थी। आरोपी घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था। रैपुरा थाना पुलिस ने मुखबिर तंत्र के सहयोग से आरोपी प्रशांत विश्वास पिता प्रभात विश्वास 28 वर्ष निवासी ग्राम ढाका पाड़ा थाना गाई पाड़ा जिला उत्तर 24 परगना पश्चिम बंगाल को उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद अंतर्गत सौनकपुर से गिरफ्तार करने का दावा किया है। आरोपी को ज्यूडिशियल रिमांड पर न्यायालय पवई में पेश किया गया है।