* पन्ना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमानगंज का मामला
* ड्यूटी टाइम पर आवास में थे डॉक्टर आशीष, बुलाने पर आधा घंटे तक बाहर नहीं आए
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) पिछले कई सालों से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे पन्ना जिले में सरकारी स्वास्थ्य सेवायें वेंटीलेटर पर हैं। एक तो डॉक्टरों की भारी कमी वहीं गिनती के जो डॉक्टर कार्यरत हैं, उनके द्वारा कथित तौर पर मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने के कारण मरीजों की असमय मौत होने पर आए दिन जमकर बवाल मच रहा है। बीती रात ऐसा ही मामला जिले के अमानगंज कस्बे में सामने आया है। जहां मंगलवार को पेट में गैस बनने के असहनीय दर्द और बेचैनी से पीड़ित एक 55 वर्षीय मरीज को समय पर समुचित इलाज न मिलने से उसने दम तोड़ दिया। पीड़ित परिजनों का आरोप है, ड्यूटी के समय डॉक्टर आशीष तिवारी अपने बंगले पर थे। कई बार बुलाने के बाद भी काफी देर तक डॉक्टर साहब बाहर नहीं आए जिससे असहनीय दर्द से तड़पते हुए अधेड़ ने दम तोड़ दिया। डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही और अभद्रता करने सहित कई गंभीर आरोप लगाते हुए पीड़ित परिजनों जमकर हंगामा किया। पन्ना कलेक्टर उषा परमार ने इलाज के आभाव में मरीज की मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए डॉक्टर आशीष तिवारी को तत्काल प्रभाव से अमानगंज बीएमओ के प्रभार से पृथक कर जांच के आदेश दिए हैं। वहीं मरीज के परिजन की रिपोर्ट पर अमानगंज थाना पुलिस ने डॉक्टर आशीष के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
मंगलवार 21 अक्टूबर की रात लगभग 8 बजे ग्राम डहर्रा निवासी अजयपाल सिंह 55 वर्ष को गैस की वजह से असहनीय दर्द होने पर परिजन इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमानगंज ले गए। जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर आशीष तिवारी स्वास्थ्य केन्द्र से नदारत थे। पूछतांछ करने पर पता चला डॉक्टर साहब अपने बंगले पर हैं। मरीज को लेकर परिजन डॉक्टर के बंगले पर चले गए। कई बार बुलाने और आधा घंटे से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद भी डॉक्टर बंगले से बाहर नहीं आए। नतीजतन असहनीय दर्द से तड़पते अजयपाल सिंह ने इलाज के आभाव में दम तोड़ दिया। कुछ मिनिट बाद डॉक्टर आशीष तिवारी जब बाहर आए तो कथित तौर पर मरीज के परिजनों से कथित तौर पर अभद्रता करने लगे। मृत मरीज के भतीजे। …. का आरोप है कि डॉक्टर तिवारी शराब के नशे में थे, जब