
* नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण के नतीजे घोषित- अमानगंज, गुनौर व पवई में भाजपा की शानदार जीत
* नवगठित नगर परिषद गुनौर में पहली बार संपन्न चुनाव में खिला कमल
* दूसरे चरण में भी कांग्रेस का शर्मनाक प्रदर्शन, हाथ से निकली अमानगंज व पवई नगर परिषद
शादिक खान। (www.radarnews.in) नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण में नगर सरकार के गठन के लिए पार्षद पद हेतु डाले गए वोटों की गिनती (मतगणना) आज संपन्न होने पर नतीजों की घोषणा कर विजयी प्रत्याशियों को जीत के प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। पन्ना जिले में दूसरे चरण में भी भारतीय जनता पार्टी ने अपने शानदार प्रदर्शन को बरक़रार रखते हुए तीनों निकायों पर जीत का परचम लहराया है। नगर परिषद अमानगंज, गुनौर व पवई में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है। इसके पूर्व प्रथम चरण के घोषित चुनाव परिणाम में भाजपा ने पन्ना नगर पालिका समेत नगर परिषद अजयगढ़ व देवेन्द्रनगर में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया था। जबकि 15 वार्डों वाली ककरहटी नगर परिषद में 6 पार्षदों की जीत के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन बहुमत के जादुई आंकड़े को छूने में 2 सीट की कमी रह गई। ककरहटी में इस बार अप्रत्याशित नतीजे देखने को मिले हैं, वहां 8 निर्दलीय प्रत्याशियों की जीत ने सबको चौंकाया है। इस तरह पन्ना नगर पालिका समेत जिले के कुल 7 नगरीय निकायों में से 6 में भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर पूर्ण बहुमत प्राप्त कर इतिहास रच दिया है। वहीं ककरहटी नगर परिषद में निर्दलीय पार्षदों के समर्थन से ऐन-केन प्रकारेण भाजपा का अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है।
स्थानीय निकाय चुनाव में मिली ऐतिहासिक सफलता से भाजपा के खेमे में अपार ख़ुशी और उत्साह का माहौल है। इस उपलब्धि को दिग्गज नेताओं क्षेत्रीय सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के कुशल नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा किये गए अथक परिश्रम का प्रतिफल बताया जा रहा है। जिले के सभी नगरीय निकाय इस बार जहां भाजपामय हो गए हैं वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का प्रदर्शन दूसरे चरण में भी बेहद शर्मनाक और निराशाजनक रहा। कांग्रेस का हाथ दूसरे चरण में भी खाली है।
कांग्रेस पार्टी जिले में अपने पिछले प्रदर्शन को भी दोहरा नहीं सकी। पिछली बार अमानगंज व पवई नगर परिषद में कांग्रेस ने का कब्ज़ा रहा है। लेकिन इस बार अप्रत्यक्ष प्रणाली से (पार्षदों के द्वारा) होने वाले नगर पालिका एवं नगर परिषद अध्यक्ष के चुनाव के लिए जिले के किसी भी निकाय में कांग्रेस के इतने पार्षद ही नहीं जीते कि उसका अध्यक्ष बन सके। मध्यप्रदेश में अगले वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल कहे जा रहे नगरीय निकाय चुनाव में पन्ना जिले में भाजपा के अभूतपूर्व प्रदर्शन से जाहिर है बहुसंख्यक मतदाताओँ का भरोसा उसके साथ हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी का जनाधार तेजी से खिसक रहा है। मिशन 2023 के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को पन्ना में पार्टी की बदहाली पर समय रहते हुए विशेष ध्यान देने की जरुरत है।

अमानगंज में भाजपा ने लहराया परचम
राजदीप गोस्वामी | नगरीय निकाय चुनाव के आज घोषित नतीजों के अनुसार नगर परिषद अमानगंज में भारतीय जनता पार्टी ने जीत का परचम लहराते हुए बहुमत प्राप्त किया है। नगर परिषद के 15 वार्डों में से 8 में भाजपा के पार्षद प्रत्याशी विजयी हुए हैं। कांग्रेस पार्टी के सिर्फ 4 पार्षद आए हैं जबकि 3 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हांसिल की है। नतीजों से साफ़ है, अमानगंज नगर परिषद में इस बार भाजपा का अध्यक्ष बैठेगा। शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमानगंज में मतगणना पूर्ण होने पर नतीजों की घोषणा पश्चात भाजपा के विजयी प्रत्याशी जब बाहर आए तो उनके इंतजार में पलक पांवड़े बिछाए बैठे पार्टी कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। एक-दूसरे को गुलाल लगाकर और मिठाई खिलाकर भाजपाईयों ने अपनी ख़ुशी का इजहार किया।

उल्लेखनीय है कि अमानगंज के वार्ड क्रमांक 10,13 एवं 15 में निर्दलीय उम्मीदवार क्रमशः विमला देवी प्रजापति, रश्मि छिरौल्या एवं मिथिलेश रानी राजपूत ने जीत दर्ज कराई है। नतीजे घोषित होने के बाद अब सबकी नजरें इस बात पर टिकीं हैं, भाजपा किसे नगर परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष बनाती है। अध्यक्ष पद हेतु भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल सोनकर की बेटी अनीता सोनकर व भाजपा की मंडल महामंत्री सारिका खटीक के नामों की चर्चा शुरू हो गई है।
कांग्रेस प्रत्याशी ने वापस ले लिया था नामांकन फार्म
अमानगंज के वार्ड क्रमांक 7 से भाजपा प्रत्याशी प्रशांत कुमार चतुर्वेदी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। क्योंकि इस वार्ड से कांग्रेस के घोषित उम्मीदवार कन्हैया लाल ताम्रकार ने सबको चौंकाते हुए अंतिम समय में अपना नामांकन फार्म वापस ले लिया था। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम का नकरात्मक असर अमानगंज में कांग्रेस पार्टी के चुनावी माहौल पर पड़ा जोकि नतीजों से अब साफ़ जाहिर है। पन्ना में 2 वार्डों और अमानगंज के 1 वार्ड में कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों के रणछोड़ बनने (नामांकन फार्म वापस लेने) से पार्टी को निकाय चुनावों में बेहद शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा है। अमानगंज नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता हक्कुन दहायत की पत्नी उमा दहायत वार्ड क्रमांक 4 से चुनाव हार गईं। वार्ड क्रमाँक-4 से भाजपा प्रत्याशी सारिका खटीक को 235 वोट मिले जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी उमा दहायत 147 मत हांसिल कर सकीं।
अमानगंज के नव निर्वाचित पार्षद

नगर परिषद अमानगंज में रिटर्निंग अधिकारी दीपा चतुर्वेदी ने 14 सविरोध और 1 निर्विरोध निर्वाचित पार्षद को प्रमाण पत्र प्रदान किए। यहां वार्ड क्रमांक 1 से सौरभ दुबे, वार्ड क्रमांक 2 से जेबुन्निशा, वार्ड क्रमांक 3 से राहुल कुमार गौड़, वार्ड क्रमांक 4 से सारिका शारदा खटीक, वार्ड क्रमांक 5 से रोशनी लखेरा, वार्ड क्रमांक 6 से राधा चौधरी, वार्ड क्रमांक 7 से प्रशांत कुमार चतुर्वेदी, वार्ड क्रमांक 8 से संध्या बडे़रिया, वार्ड क्रमांक 9 से मनीष छिरौल्या, वार्ड क्रमांक 10 से विमला देवी प्रजापति, वार्ड क्रमांक 11 से अंकित मौर्य, वार्ड क्रमांक 12 से मुकेश चौबे, वार्ड क्रमांक 13 से स्वाती सोनी, वार्ड क्रमांक 14 से अनीता सोनकर और वार्ड क्रमांक 15 से मिथलेश रानी राजपूत को निर्वाचित होने पर प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
गुनौर के 15 में से 10 वार्डों में भाजपा

बुधवार 20 जुलाई को घोषित नगरीय निकाय चुनाव परिणाम के दूसरे चरण में नवगठित नगर परिषद गुनौर के पहले चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया है। गुनौर के 15 में से 10 वार्डों में भाजपा के पार्षद प्रत्याशियों की जीत के साथ ही यहां पहला अध्यक्ष और परिषद भाजपा की बनना तय है। निकाय चुनाव के दूसरे चरण में भी शानदार जीत से जहां भाजपा में खुशी की लहर व्याप्त है तो वहीं करारी हार के चलते कांग्रेस के खेमे गहरी मायूसी छाई है। गुनौर में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली है। नगर परिषद गुनौर के वार्ड क्रमांक 1 से कांग्रेस की पार्षद प्रत्याशी मानसी सिंह ने जीत दर्ज कराके पार्टी की लाज बचा ली। गुनौर विधानसभा मुख्यालय की नगर परिषद समेत विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाली चारों नगर परिषदों में कांग्रेस पार्टी की भीषण दुर्गति से गुनौर के कांग्रेस विधायक शिवदयाल बागरी, जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों के नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
कांग्रेसी दिग्गज हुए धराशाई
नगर परिषद गुनौर में पूर्व सरपंच एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता बृज मोहन प्रसाद तिवारी के द्वारा निकाय चुनाव के लिए जो बिसात बिछाई गई थी उससे यह माना जा रहा था कि गुनौर में निर्दलीय पार्षदों का अध्यक्ष होगा? क्योंकि कईयों ने पार्टियों से बगावत करके निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था। जिसके बाद कुछ ने जीत दर्ज की तो कुछ को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। वार्ड क्रमांक 9 से गुनौर के कांग्रेस विधायक प्रतिनिधि की पत्नी बबलू गौतम, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गुनौर के पूर्व अध्यक्ष राजू जैन व राधिका प्रसाद तिवारी के भतीजे संजय तिवारी वार्ड क्रमांक 7 से चुनाव हार गए ।
एक नजर गुनौर के चुनावी परिणामों पर
नगर परिषद गुनौर के पार्षद पद पर श्री रामजानकी वार्ड क्रमांक 1 से कांग्रेस की मानसी सिंह ने जीत दर्ज की । वार्ड क्रमांक 2 से भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी की पत्नी राजश्री त्रिपाठी पार्षद बनीं। सरदार भगत सिंह वार्ड क्रमांक 3 से भाजपा की गेंदा बाई, संत रविदास वार्ड क्रमांक 4 से निर्दलीय उम्मीदवार गुलाब बाई, इंदिरा गांधी वार्ड क्रमांक 5 में भाजपा के रज्जू लोधी, महात्मा गांधी वार्ड क्रमांक 6 से भाजपा के देवेंद्र यादव, साकेत बिहारी वार्ड क्रमांक 7 में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष मलखान सिंह की पत्नी अर्चना सिंह, संकट मोचन वार्ड क्रमांक 8 में भाजपा की माया, बालाजी सरकार वार्ड क्रमांक 9 में भाजपा की ज्योति अंजनी पाठक ने कांग्रेस के विधायक प्रतिनिधि बबलू गौतम की पत्नी को हराया, महावीर स्वामी वार्ड क्रमांक 10 में निर्दलीय उम्मीदवार नगर के प्रतिष्ठित व्यवसाई प्रबल जैन की पत्नी श्रीमती कीर्ति ने जीत दर्ज की है।
