6 हजार हजार करोड़ का नए कर्ज लेने पर कमलनाथ बोले: ‘मध्य प्रदेश को कर्ज के दलदल में डुबोने वाली भाजपा सरकार को जनता माफ़ नहीं करेगी’

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पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ।

 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी राज्य सरकार पर साधा निशाना

शादिक खान।(www.radarnews.in) बहुप्रचारित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के आयोजन से ठीक पहले मोहन यादव सरकार द्वारा छह हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया जा रहा है। मध्य प्रदेश पर तेज़ी से बढ़ते कर्ज को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि, लगातार कर्ज लेने के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार इवेंटबाजी और फिजूलखर्ची में कोई कमी नहीं कर रही है। प्रदेश की जनता इस आर्थिक कुप्रबंधन के लिए भाजपा सरकार को कभी माफ नहीं करेगी। जबकि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि निवेश के झूठे प्रचार-प्रसार के लिए की जा रही यह मशक्कत न सिर्फ एमपी बीजेपी के झूठ को बेनकाब करेगी, बल्कि पहले से कर्जदार प्रदेश को और ज्यादा कर्जदार बना देगी।
पूर्व सीएम कमल नाथ ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए शनिवार 15 फरवरी को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि- ‘मध्य प्रदेश दिन पर दिन कर्ज के दलदल में डूबता जा रहा है। प्रदेश के ऊपर अब तक 4.10 लाख करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है। और अब खबर आ रही है कि प्रदेश सरकार 18 फरवरी को 6000 करोड रुपए का और कर्ज लेने वाली है। भाजपा सरकार की कर्ज लेने की इस नीति से प्रदेश बड़े राजकोषीय संकट की ओर बढ़ रहा है।’

धन अर्जित करने बेंची जा रही सार्वजनिक संपत्ति

वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने आगे कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि कई मामलों में सरकार ने सार्वजनिक संपत्ति बेंचकर या लीज पर देकर धन अर्जित करने का प्रयास किया है। सरकार अपने खर्च पूरे करने के लिए पूरी तरह कर्ज पर निर्भर होती जा रही है। इसकी मुख्य वजह यह है कि सरकार अपने मौजूदा संसाधनों का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल नहीं कर रही है। अगर प्रदेश की आर्थिक गतिविधि सही दिशा में संचालित की जाए तो प्रदेश की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी जिससे अंततः प्रदेश सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा।

इवेंटबाजी पर फिजूलखर्ची में कोई कमी नहीं आई

उन्होंने कहा कि अगर बेरोजगारों को रोजगार मिले और उद्योग तथा व्यापार को सकारात्मक माहौल में काम करने दिया जाए तो निश्चित तौर पर आर्थिक गतिविधि बढ़ेगी। लेकिन प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था के कारण यह काम संभव नहीं हो पा रहा है। और सबसे दुख की बात यह है कि लगातार कर्ज लेने के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार इवेंटबाजी पर अपनी फिजूलखर्ची में कोई कमी नहीं कर रही है। प्रदेश की जनता इस आर्थिक कुप्रबंधन के लिए इन्हें कभी माफ नहीं करेगी।

कर्जदार प्रदेश को कर रहे और ज्यादा कर्जदार

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, जैसे कि उम्मीद थी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से ठीक पहले डॉ. मोहन यादव सरकार एक बार फिर 6000 करोड़ रुपए का नया कर्ज लेने जा रही है। झूठे निवेश के झूठे प्रचार-प्रसार के लिए की जा रही यह मशक्कत फिर एमपी बीजेपी के झूठ को न केवल बेनकाब करेगी, बल्कि कर्जदार प्रदेश को और ज्यादा कर्जदार करेगी।