
* पन्ना शहरी क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक- 21, 22, 35, 36, 54 एवं 57 में मनाया गया पोषण महोत्सव
* लाड़ली लक्ष्मी योजना के हितग्राहियों को प्रमाण पत्र का किया वितरण
* पोषण मटका सजाकर महिलाओं को समझाया पोषण और स्वास्थ्य का महत्व
पन्ना।(www.radarnews.in) प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार 17 सितंबर को मंत्रालय से गरीब कल्याण सप्ताह का शुभारंभ राज्यव्यापी पोषण महोत्सव से किया। इसी कड़ी में पन्ना जिला मुख्यालय के आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आज कोरोना से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पोषण महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर पन्ना शहरी क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक- 21, 22, 35, 36, 54 एवं 57 में महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा प्रस्तुत समेकित स्वास्थ्य-पोषण वार्ड कार्ययोजना के सभी बिन्दुओं वार्ड की महिलाओं एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा अनुमोदन किया गया। साथ ही समेकित स्वास्थ्य-पोषण वार्ड कार्ययोजना का प्रभावी क्रियान्वयन करते हुए अपने वार्ड एवं नगर को एनीमिया और कुपोषण से मुक्त कर सुपोषित बनाने का संकल्प दिलाया गया। इन कार्यक्रमों में पोषण मटका तैयार कर बड़े ही रोचक तरीके से पोषण के महत्व को समझाया गया।
आज पन्ना के बल्देव वार्ड क्रमांक 15 के अंतर्गत आने वाले आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक- 35, 36 एवं 57 में पोषण महोत्सव का आयोजन संयुक्त रूप से हुआ। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम सह बैठक में वार्ड की पार्षद श्रीमती शायरा बानों, मनोनीत पार्षद सुमन राय एवं पत्रकार शादिक खान अतिथि के रूप शामिल हुए। कार्यक्रम के शुभारंभ उपरांत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बेग़म द्वारा पोषण महोत्सव के आयोजन के उद्देश्य की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस अवसर पर आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक- 35, 36 एवं 57 की कार्यकर्ता क्रमशः आशा साहू, शहनाज बेग़म एवं सितारा बेग़म द्वारा अपने वार्ड की समेकित स्वास्थ्य-पोषण वार्ड कार्ययोजना प्रस्तुत की गई जिसका सभी उपस्थित जनों के द्वारा अनुमोदन किया गया।
महिलाएं पोषित होंगीं तो बच्चे होंगे सुपोषित

अतिथियों ने पोषण महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुपोषण से मुक्ति की लड़ाई में समाज का साथ आवश्यक है। कमजोर बच्चों एवं महिलाओं के पोषण स्तर को बढ़ाने के लिए उपयोगी जानकारी दी गई। अतिथियों ने कहा कि पूर्ण रूप से स्वस्थ और पोषित माँ ही सुपोषित बच्चे को जन्म दे सकती है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की विशेष देखभाल बेहद आवश्यक है। हमें हर हाल में यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सभी आवश्यक पोषक तत्व मिलें और इस अवधि में उनका नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण-टीकाकरण कराया जाए। आंगनवाड़ी केन्द्र पर दी जाने वाली सलाह पर अमल करके एवं आंगनवाड़ी और स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं का लाभ उठाकर महिलाएं अपने पोषण स्तर को बेहतर कर सकतीं हैं।
अतिथियों ने बताया कि बच्चों से जुड़ीं कुपोषण की समस्या के निदान के लिए आंगनवाड़ी से सतत सम्पर्क जरूरी है। जहां बच्चों को आवश्यकतानुसार विशेष पोषण आहार उपलब्ध कराकर उन्हें सुपोषित बनाने के सार्थक प्रयास किए जाते हैं। जो बच्चे अत्याधिक कमजोर होते हैं उन्हें एनआरसी में भर्ती कराया जाता है। कार्यक्रम के अंत में अथितियों के द्वारा तीनों आंगनवाड़ी केन्द्रों में दर्ज बेटियों की माताओं को “लाड़ली लक्ष्मी योजना” के प्रमाण पत्र (एनएससी) का वितरण किया गया। इस अवसर पर आंगनवाड़ी सहायिका सुधा शिवहरे, जूही खान एवं वार्ड की महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।
आंगनवाड़ी की सेवाओं की दी गई जानकारी

पन्ना के सुभाष वार्ड क्रमांक-10 के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक- 54 पर केन्द्र क्रमांक 21, 22 एवं 54 का पोषण महोत्सव कार्यक्रम संयुक्त रूप से उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम वरिष्ठ शिक्षक कमलेश त्रिपाठी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। शासन के इस महत्वकांक्षी कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नाज़नीन बानों ने समेकित स्वास्थ्य-पोषण वार्ड कार्ययोजना प्रस्तुत करते हुए पोषण का महत्व बताया। पोषण मटका के माध्यम से समझाया गया कि शरीर के लिए पोषण तत्व कितने आवश्यक है। एनीमिया और कुपोषण को मिटाने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा आंगनवाड़ी के माध्यम प्रदान की जाने वाली सेवाओं एवं संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई।
सुपोषित प्रदेश बनाने करें सामूहिक प्रयास – कमलेश
